 
						रविवार दिल्ली नेटवर्क
कोलकाता : भारत सरकार द्वारा स्थापित देश की शीर्ष वित्तीय संस्था नाबार्ड यानि राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक के कोलकाता क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा इस वर्ष हिंदी दिवस को केंद्र में रखकर हिंदी माह का आयोजन किया गया, जिसके अंतर्गत हर स्तर के कर्मचारियों के लिए विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं,जिसमें कर्मचारियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
हिंदी माह के समापन पर साल्टलेक स्थित भव्य नाबार्ड भवन के सम्मेलन कक्ष में कार्यालय प्रमुख मुख्य महाप्रबंधक श्री पी के भारद्वाज की अध्यक्षता में एक समापन समारोह आयोजित किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित थे- वरिष्ठ साहित्यकार तथा कवि श्री रावेल पुष्प।
इस कार्यक्रम में दीप-प्रज्जवलन के पश्चात देश के गृहमंत्री श्री अमित शाह का संदेश पढ़ा गया और फिर अध्यक्ष महोदय तथा अन्य अधिकारियों ने हिंदी के महत्व को रेखांकित करते हुए अपने विचार रखे, जिसमें शामिल थे- महाप्रबंधक मृणाल कांति दे,श्रीमती शैली जमुआर,उप महाप्रबंधक वाल्टर कुजूर, लक्ष्मण सोए तथा प्रबंधक (राजभाषा) श्री विकास कुमार साव। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण था प्रधान अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार तथा कवि श्री रावेल पुष्प का वक्तव्य तथा उनका एकल काव्य पाठ।
उन्होंने अपने वक्तव्य में हिंदी के विकास में बंगाल की भूमिका का विशेष रूप से उल्लेख तो किया ही साथ ही 1918 में महात्मा गांधी द्वारा दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा की स्थापना का उल्लेख करते हुए बताया कि किस तरह हिंदी देश के दो बड़े परिवारों को पारिवारिक रिश्ते में बदलने का माध्यम बना। महात्मा गांधी के बड़े पुत्र देवदास गांधी और दक्षिण के राजा जी यानि चक्रवर्ती राजगोपालाचारी की पुत्री लक्ष्मी में प्रेम हुआ जो फिर रिश्ते में बदल गया। इसी रिश्ते से हुए तीन पुत्र और एक पुत्री, जिसमें बड़ा पुत्र था गोपाल कृष्ण गांधी जो बाद में बंगाल का गवर्नर भी बना। इसके साथ ही कवि रावेल पुष्प ने अपने एकल काव्य पाठ में कई हास्य व्यंग की रचनाओं से सभी को आनंद विभोर कर दिया। उसके पश्चात पूरे माह हुई प्रतियोगिताओं के विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कार प्रदान किये गये।
 
				 
					




