रविवार दिल्ली नेटवर्क
“धर्म का खेला कभी होता था राज दरबार में , अब हो रहा हैं तो समझो, लोकतंत्र की हार में” यह कटाक्षमयी लाईन है लोकतंत्र की हार काव्य संकलन की। जो बिमल तिवारी “आत्मबोध” का पहला काव्य संकलन है। बड़ी खामोशी और साहित्यिकी लाईम लाईट से दूर रहकर हिन्दी सहित्य के लिए लेखन करने वाले बिमल तिवारी की अब तक चार काव्य संकलन निकल चुकी है। जिसमें उनकी पहली काव्य संकलन लोकतंत्र की हार ने बड़ी मज़बूती के साथ सहित्य में अपनी उपस्थिति दर्ज करायी।जिसे कयी साहित्यिकी संगठनों के द्वारा सराहा गया। लोकतंत्र की हार के अलावा मनमौज़ियाँ डोरपिक्स पब्लिकेशन, मनमर्ज़ियाँ रविना प्रकाशन नयी दिल्ली द्वारा प्रकाशित इनकी काव्य संकलन है।जिसमें बड़ी बेबाकी के साथ सामजिक मुद्दों पर अपनी बात बोलें है।
इसके अलावा खौफ़-ए-कोरोना , कोरोना का कहर, कोम्द रविना प्रकाशन नयी दिल्ली, और मधूवन राजमंगल प्रकाशन अलीगढ द्वारा प्रकाशित काव्य संकलन का इन्होने सम्पादन किया है। देश के प्रतिष्ठित लेखकों के सम्पादन मे निकलने वाली बहुत सी संकलनों मे भी इनकी रचनाओं को स्थान मिला है।जिसमें शब्द सागर ,श्री सत्यम प्रकाशन राजस्थान; चाँद के पार ,श्री नवमान पब्लिकेशन अलीगढ़ यू पी; चमकतें कलाकार, श्री नवमान पब्लिकेशन अलीगढ़ यूपी; विवान श्री नर्मदा प्रकाशन लखनऊ यू पी; मातृभूमि के वीर पुरोधा श्री नवमान पब्लिकेशन अलीगढ़; अलविदा कोरोना ,श्री नवमान पब्लिकेशन अलीगढ़; काव्य वितान ,अ भा हिंदी साहित्य सेवा संस्थान झारo ; समंदर के मोती ,सूर्योदय साहित्य मंच नई दिल्ली; एहसासों की लौ ,रचनाकार पब्लिसिंग हाउस दिल्ली; अल्फ़ाज़-ए-ग़ज़ल, रचनाकार पब्लिसिंग हाउस दिल्ली ; नई लेखनी के शब्द सुमन-2 ,इंक पब्लिकेशन प्रयागराज ; कोविड-19 ,रविना प्रकाशन नई दिल्ली ; देश बंदी , रविना प्रकाशन नई दिल्ली ; जिंदगी लॉक डाउन ,रविना प्रकाशन नई दिल्ली; हिन्द देश ,शुभंजली प्रकाशन कानपुर; हे भारत भूमि ,नमन प्रकाशन कानपुर; नई बयार ,साहित्य लहर संस्था; काव्यमृत ,जनभाषा हिंदी संस्थान; नव किरण ,शुभंजली प्रकाशन कानपुर; हम और तुम ,प्रखर गूंज प्रकाशन नई दिल्ली मुख्य और चर्चित है।
ऐ गुन्डों की सरकर, तुझसे क्या मेरी दरकार कविता इनको पाश, शहरयार, फ़ैज़, दुष्यंत कुमार, अदम गोंडवी, बल्ली सिंह चिमा जेसे कवियों के कतार में ला देती है। छंद मुक्त, छंदबद्ध काव्य, गीत, गज़ल, हाईकु, क्षणिकाएं के साथ यात्रा वृतांत, कथा, कहानी लेखन के लिए देश के विभिन्न साहित्यिकी संस्थाओं के द्वारा चंद्र साधना सम्मान 2019 श्री नवमान पब्लिकेशन समूह अलीगढ़, अटल हिंदी सम्मान,विश्व हिंदी रचनाकार मंच झांसी उत्तर प्रदेश, वागेश्वरी साहित्य सम्मान,श्री नर्मदा प्रकाशन समूह, जयशंकर प्रसाद स्मृति सम्मान,एक कदम साहित्य की ओर इटावा, काव्य सागर सम्मान 2019 साहित्य सागर संस्था राजस्थान, पोएट्री ऑफ द ईयर-2020 ऑथर पेज अवार्ड्स, ऑथर पेज मैगज़ीन चेन्नई, लिटरेरी कैप्टेन अवार्ड्स स्टोरी मिरर मुंबई, कवि कुम्भ हिंदी साहित्य अकादमी ऊ प्र, मेघा राठी और स्टोरी मिरर द्वारा संयुक्त रूप से सम्मानित, यशपाल साहित्य सम्मान-2021,साहित्य सुधा मंच असम, हिंदी भूषण श्री सम्मान-2020, के०बी० हिंदी सेवा न्यास ,बदायूँ के साथ साथ विक्रमशिला हिन्दी विद्यापीठ भागलपुर बिहार द्वारा विद्या वाचस्पति की मानद उपाधि भी प्राप्त कर चुके है।
जनपद देवरिया के नोनापार गांव के रहने वाले बिमल तिवारी बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी से फ़्रैंच भाषा में स्नातक के साथ अवध यूनिवर्सिटी फैज़ाबाद से पर्यटन प्रशासन मे मास्टर हैं। वर्तमान में अमेरिकन इंटरनेशनल न्यूज़ सर्विस के लिए काम करने के साथ राष्ट्रवादी लेखक संघ, ग्लोबल लिटरेचर टेम्पल इजिप्ट , इंडियन जॉर्नलिस्ट यूनियन भारत, श्रमजीवी पत्रकार यूनियन उत्तर प्रदेश लखनऊ, इंटरनेशनल फ्रीलांस प्रेसफ़ोटोग्राफ़र ऑर्गनाइजेशन अमेरिका से जुडकर इनके लिए भी काम करते है। राधा जी, सीता जी और इलियड की महिला पात्र एन्ड्रोमेक पर आधारित इनका उपन्यास दुर्भाग्य की देवी शीघ्र ही पाठकों के बीच आने वाली है।