पवन मिश्रा
दिल्ली में आयोजित नेशनल स्ट्रीट फूड फेस्टिवल एक बार फिर देशभर के देसी स्वादों का जश्न बनकर उभरा है.इस फेस्टिवल में भारत के अलग-अलग राज्यों से आए स्ट्रीट फूड वेंडर्स ने अपने पारंपरिक और अनोखे व्यंजनों से लोगों का दिल जीत लिया. गोलगप्पे, कचौड़ी, इडली, डोसा, लिट्टी चोखा से लेकर नॉर्थ ईस्ट और साउथ इंडिया के खास स्ट्रीट फूड तक, हर स्वाद यहां मौजूद है.दिल्ली के 15वें नेशनल स्ट्रीट फूड फेस्टिवल (National Street Food Festival) में आद्या कौशलम् (Aadya Kaushalam) नामक एक स्टॉल ने अपने अनोखे व्यंजन, खासकर मंडी कचौड़ी, के साथ दर्शकों का दिल जीता है, आपको बता दे कि आद्या कौशलम् एक समर्पित संस्था है। ‘आद्य’ का अर्थ होता है मूल, प्रारंभिक—वह जो शाश्वत है। और ‘कौशलम्’ का अर्थ है दक्षता, कुशलता। इस केंद्र का नाम अपने आप में एक संदेश है—कि जीवन के मूल स्वरूप को समझते हुए, हम उसमें कौशल विकसित करें। आद्य कौशलम् केंद्र का उद्देश्य है—हर व्यक्ति के भीतर छिपे सामर्थ्य को जागृत करना, उसे संतुलित जीवन की ओर प्रेरित करना और योग, ध्यान तथा भारतीय ज्ञान परंपरा के माध्यम से समग्र विकास की ओर ले जाना। जो समाज में समग्र विकास और सशक्तिकरण के लिए कार्यरत है। यह संस्था मुख्य रूप से महिलाओं के सशक्तिकरण, योग और स्वास्थ्य जागरूकता, बाल विकास, रोजगार प्रशिक्षण, पर्यावरण संरक्षण और संस्कृत के संवर्धन जैसे विविध क्षेत्रों में कार्य करती है। संस्था का उद्देश्य समाज के हर वर्ग तक सकारात्मक परिवर्तन पहुँचाना है। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए विभिन्न कौशल विकास कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, वहीं योग व स्वास्थ्य के माध्यम से शारीरिक और मानसिक संतुलन को बढ़ावा दिया जाता है। बाल विकास के अंतर्गत शिक्षा, पोषण और संस्कारों पर विशेष ध्यान दिया जाता है। साथ ही, पर्यावरण संरक्षण हेतु वृक्षारोपण, स्वच्छता अभियान और जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाते हैं। आद्या कौशलम् संस्कृत भाषा के प्रचार-प्रसार और सांस्कृतिक मूल्यों के पुनर्स्थापन में भी अहम भूमिका निभा रही है।





