रविवार दिल्ली नेटवर्क
नई दिल्ली : NEET परीक्षा का पेपर बंटने के बाद विपक्ष आक्रामक हो गया है। विपक्ष ने संसद के दोनों सदनों में चर्चा की मांग की है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शुक्रवार को मीडिया से बात की। धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि सरकार मेडिकल प्रवेश परीक्षा (नीट) पर चर्चा के लिए तैयार है। लेकिन यह चर्चा परंपरा के अनुरूप और शालीनता बनाए रखते हुए होनी चाहिए।
NEET UG 2024 परीक्षा में अनियमितताओं को लेकर विपक्षी दलों ने संसद के दोनों सदनों में हंगामा किया। विपक्ष के हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। इसके बाद शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने विपक्ष से छात्रों को गुमराह न करने का आग्रह किया।
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि सरकार हर तरह की चर्चा के लिए तैयार है। लेकिन सब कुछ नियमों के मुताबिक ही होना चाहिए। चर्चा भी शालीनता से होनी चाहिए। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी अपने संबोधन में परीक्षा का मुद्दा उठाया। इसका मतलब है कि सरकार हर सवाल का जवाब देने को तैयार है। सरकार बातचीत के लिए प्रतिबद्ध है। हम उचित कार्रवाई और कदम उठा रहे हैं।
शिक्षा मंत्री प्रधान ने कहा कि सरकार के तौर पर हम युवाओं और परीक्षार्थियों के प्रति जिम्मेदार हैं। अगर सरकार अपना पक्ष रखना चाहती है तो इसमें दिक्कत क्या है? हम उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।’ मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) कर रही है। वह इनमें से कई अपराधियों को पकड़ रही है। हम किसी को नहीं छोड़ेंगे।
शिक्षा मंत्री प्रधान ने कहा कि हम किसी को नहीं छोड़ेंगे। एनटीए के प्रभारी लोगों को हटा दिया गया है। इनकी जिम्मेदारी अब वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई है। ये सब सबूत हैं कि सरकार कैसे कार्रवाई कर रही है। विपक्षी नेताओं से मेरी अपील है कि वे छात्रों को गुमराह न करें।’
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि परीक्षा में सुधार के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है। जल्द ही सभी परीक्षाएं स्थगित या रद्द कर दी जाएंगी और नए कार्यक्रम की घोषणा की जाएगी। धर्मेंद्र प्रधान ने यह भी अपील की कि विपक्षी दल को चर्चा में हिस्सा लेना चाहिए।