नीतिश रेड्डी के संकल्पूर्ण अविजित शतक ने भारत को दिलाई राहत

Nitish Reddy's determined unbeaten century brought relief to India

नीतिश व सुंदर की आठवें विकेट की 127 रन की भागीदारी से भारत ने फॉलोऑन भी बचाया

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : 21 बरस के ऑलराउंडर नीतिश कुमार रेड्डी ने आठवें नंबर पर बल्लेबाजी कर उतर संकट की घड़ी में संकल्पूर्ण पहला अविजित टेस्ट शतक जमाने के साथ वाशिंगटन सुंदर के साथ आठवें विकेट के लिए127 रन की भागदारी कर भारत को फॉलोऑन से बचाने के साथ ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न में पांच टेस्ट मैचों की बॉर्डर -गावसकर ट्रॉफी के चौथे क्रिकेट टेस्ट मैच के तीसरे दिन शनिवार को बारिश के चलते खेल जल्दी खत्म किए जाने के समय उसे पहली पारी में 116 ओवर में नौ विकेट पर 358 रन तक पहुंचा बहुत राहत दिलाई।

नीतिश रेड्डी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मौजूदा टेस्ट सीरीज में पर्थ में पहले यशस्वी जायसवाल और विराट कोहली के बाद शतक जड़ने वाले तीसरे भारतीय बल्लेबाज हैं।नीतिश के शतक ने भारत के चौथे टेस्ट में हार से बचने की मजबूत उम्मीद जगा दी। भारत तब नीतिश कुमार रेड्डी 176 गेंद खेल कए एक छक्के और दस चौकों की मदद से 105 रन और मोहम्मद सिराज सात गेंद खेल कर दो रन बनाकर खेल रहे थे। ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी के 474 रन के विशाल स्कोर से भारत अभी 116 रन पीछे है और उसका मात्र एक विकेट बाकी है। भारत ने तीसरे दिन 70 ओवर खेले और चार विकेट खो 194 रन बनाए। नीतिश रेड्डी भारत के लिए सचिन तेंडुलकर (18 बरस) और ऋषभ पंत(21 बरस) के बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उसके घर में शतक जड़ने वाले तीसरे सबसे कम उम्र के भारतीय बल्लेबाज है। नीतिश रेड्डी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आठवें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतर कर शतक जड़ने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज हैं। अभावों से पाकर मौजूदा टेस्ट सीरीज में ऑस्ट्रेलिया जैसी दुनिया की सबसे मजबूत प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ नीतिश रेड्डी ने अपनी उम्र से कहीं ज्यादा परिपक्व पारी खेली और खासतौर पर मिचेल स्टार्क के बाउंसरों और कमिंस की ऑफ स्टंप के बाहर जाती गेंद को बहुत ही सूझबूझ से उन्होंने दिखाया कि वह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के कड़ इम्तिहान के लिए तैयार हैं। तीसरे दिन का खेल बारिश के चलते बंद किए जाने के समय मैदान से बाहर आते वक्त पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया के लिए शतक जड़ने वाले स्टीव स्मिथ, तूफानी अर्द्बशतक जड़ने वाले सैम कोंस्टाज, मरनस लबुशेन और नाथन लॉयन ने नीतिश रेड्डी से हाथ मिला कर उनकी शानदार पारी के लिए उन्हें सराहा। ऋषभ पंत ( 28, 37, तीन चौके ) सुबह लंच से सबसे पहले ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज स्कॉट बोलैंड की गेंद को स्कूप करने की कोशिश में नाथन लियोन को कैच थमाने की भारत के महानतम सलामी बल्लेबाज सुनील गावसकर तक हर किसी ने कड़ी आलोचना की।

नीतिश रेड्डी और वाशिंगटन सुंदर ने ऑस्ट्रेलिया के पैट कमिंस, मिचेल स्टार्क और अपने घरेलू मैदान पर खेल रहे स्कॉट बोलैंड का दूसरी नई गेंद से भी बेहद विश्वास से सामना कर करीब 32 ओवर साथ साथ मिलकर पूरे विश्वास से खेले। लंच के बाद 80 ओवर पूरे होने पर जब ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी नई गेंद ली तब भारत का स्कोर सात विकेट पर 261 रन था और नीतिश कुमार रेड्डी 44 और वाशिंगटन सुंदर 18 रन बना क्रीज पर थे। दूसरी नई गेंद से पहला ओवर मिचेल स्टार्क ने फेंक का नीतिश और सुंदर ने विश्वास से सामना किया और 32 ओवर पूरे विश्वास के साथ खेले। वाशिंगटन सुंदर ( 50, 162 गेंद, एक चौका) अपना अर्द्धशतक पूरा करने के बाद ऑफ स्पिनर नाथन लायन की गिरने के बाद तेजी से घूमी गेंद को रक्षात्मक ढंग से खेलने की कोशिश में पहली स्लिप में वाशिंगटन सुंदर को कैच थमा बैठे और इसके साथ ही उनकी और नीतिश रेड्डी के साथ आठवें विकेट की 127 रन की बेहद अहम भागीदारी टूट गई । पैट कमिंस ने अगले ओवर में जसप्रीत बुमराह (0 रन, 3 गेंद) कोऑफ स्टंप से बाहर जाती गेंद पर पहले स्लिप में उस्मान ख्वाजा के हाथो कैच कराया और भारत ने नौवां विकेट 350 रन पर खो दिया। नीतिश रेड्डी ने स्कॉट बोलैंड की गेंद को मिड ऑन के उपर से उठा कर अपना सीरीज का लगातार चौथा खेलते हुए पांचवीं में अपने करियर का पहला टेस्ट शतक 171 गेंद खेल कर दस चौकों और एक छक्के की मदद से पूरा किया। अपना शतक पूरा करना के बाद योद्धा की तरह अपना हेलमेट अपने बल्ले पर रखा और घुटने पर झुक कर दोनों हाथ आसमान की ओर उठाकर ईश्वर का आभार जताया और दर्शक दीर्घा में अपने पिता मुतलाया रेड्डी सहित सभी का अभिवादन स्वीकार किया।

भारत ने जब 116 ओवर में अपनी पहली पारी में नौ विकेट पर 358 रन बनाए तब प्रकाश की कमी से खेल रोका गया और आगे रोशनी बेहतर न होते देख अंपायरों ने तीसरे दिन का खेल यही समाप्त घोषित कर दिया।

भारत ने अपनी पहली पारी तीसरे दिन शनिवार सुबह पांच विकेट पर 164 रन से आगे शुरू की और लंच तक सात विकेट खोकर 244 रन बनाए। तब नीतिश रेड्डी 61 गेंद खेल एक छक्के और तीन चौकों की मदद से 40 और वाशिंगटन सुंदर 27 गेंद खेल कर पांच रन बनाकर क्रीज पर थे। भारत को लंच के समय 31रन और बनाने थे। फॉलोऑन को बचाने के लिए भारत को 275 रन बनाने की जरूरत थी। ऑस्ट्रेलिया के अनुभवी ऑफ स्पिनर नाथन लॉयन ने पिच से बहुत मदद न मिलने के बावजूद अपनी गति में चतुर परिवर्तन किया और भारतीय बल्लेबाजों के लिए बराबर दिक्कतें पेश कीं।

भारत ने लंच से पहले सुबह 28 ओवर में दो विकेट खोए और 80 रन जोडे़ और इनमे से आधे यानि 40 रन अकेले नीतिश रेड्डी ने जोड़े। ऋषभ पंत ( 28, 37, तीन चौके ) सुबह सबसे पहले ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज स्कॉट बोलैंड की गेंद को स्कूप करने गए और नाथन लियोन ने डीप थर्डमैन पर उनका कैच लपका और भारत ने 56 वें ओवर में छठा विकेट 191 रन पर खो दिया। मैच की नजाकत के मुताबिक ऋषभ पंत इस तरह का बेवजह आक्रामक शॉट खेलने से बच सकते थे। ऋषभ के इस तरह का शॉट खेल आउट होने पर खासी बहस होगी और इससे ही ऑस्ट्रेलिया को मौका मिल गया। रवींद्र जडेजा ( 17 रन, 51 गेंद, तीन चौके) के रूप में लंच से करीब आधा घंटा पहले ऑफ स्पिनर नाथन लायन की गिरने के बाद बहुत तेजी से आई गेंद को बैकफुट पर जाकर खेलने गए और चूके गेंद उनके पैड पर पड़ी और अंपायर ने उन्हें एलबीडब्ल्यू आउट घोषित किया इस पर जडेजा ने रिव्यू लिया लेकिन बेकार गया और भारत ने सातवां विकेट 221 रन पर खो दिया और तब ऑस्ट्रेलिया टेस्ट मैच पर मजबूत पकड़ बनाता लगा। नीतिश और सुंदर ने आठवें विकेट के लिए शतकीय भागीदारी कर ऑस्ट्रेलिया की इस उम्मीद पर पानी फेर भारत को बड़ी राहत दिलाई।