रविवार दिल्ली नेटवर्क
बेंगलुरु: आजकल लोग जैसा चाहते हैं वैसे कपड़े पहनते हैं। आज की पीढ़ी आधुनिकीकरण की ओर बढ़ती नजर आ रही है। इन्हें वेस्टर्न कल्चर ज्यादा पसंद है। दूसरी ओर, हमारे कुछ बुजुर्ग लोग आज भी पारंपरिक तरीके से जीवन जीते हैं। वे अपने कंफर्ट के हिसाब से कपड़े पहनना पसंद करते हैं। सोशल मीडिया पर अब एक घटना सामने आ रही है। बेंगलुरु के जीटी वर्ल्ड मॉल में धोती पहने एक किसान को सुरक्षाकर्मियों द्वारा रोके जाने का वीडियो इस वक्त चर्चा का विषय बना हुआ है। इसे लेकर किसानों ने अपना गुस्सा जाहिर किया है और बुधवार को किसानों ने कर्नाटक समर्थक संगठन के साथ मिलकर मॉल के सामने विरोध प्रदर्शन किया है।
साथ ही इस मामले को लेकर अब कर्नाटक कांग्रेस विधायक एनए हारिस ने कहा कि धोती एक पारंपरिक पोशाक है। कहा कि हम सरकार से इस मामले में कार्रवाई की मांग करने जा रहे हैं।
वास्तव में घटना क्या है?
एक किसान पिता और पुत्र बुधवार को बेंगलुरु के जीटी वर्ल्ड मॉल में फिल्म देखने गए। चूँकि लड़के के पिता उस समय धोती पहने हुए थे। इसलिए मॉल के सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोक दिया। उन्हें यह कहकर पैंट पहनकर आने को कहा गया कि उन्हें धोती पहनकर आने की इजाजत नहीं है। उन्होंने कहा, ”यह यहां का नियम है, इसलिए हम आपको प्रवेश की अनुमति नहीं दे सकते।”