दूसरे टेस्ट के लिए हमारी एकादश में किसी बड़े बदलाव की संभावना नहीं है : रोहित शर्मा

  • भारत-वेस्ट इंडीज में सौवें टेस्ट में भारत की कप्तानी करना सम्मान की बात
  • दूसरे टेस्ट हमारा फोकस मौसम नहीं पहले टेस्ट की तरह बढिय़ा प्रदर्शन करने पर
  • बदलाव के इस दौर में सीनियर खिलाडिय़ों की भूमिका खासी अहम
  • हम टीम के नए लड़कों को उनके मिजाज के मुताबिक खुल कर आजादी देने की जरूरत
  • मैं चाहूंगा कि हमारे उपर के बल्लेबाज बढिय़ा बल्लेबाजी करें
  • इशान ने मुश्किल पिच स्पिनर अश्विन व जडेजा के खिलाफ बेहतरीन विकेटकीपिंग की

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : भारत जब वेस्ट इंडीज के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की क्रिकेट सीरीज के पोर्ट ऑफ स्पेन में बृहस्पतिवार से शुरू हो दूसरे व आखिरी टेस्ट में खेलने उतरेगा तो यह दोनों के बीच ऐतिहासिक सौवां क्रिकेट टेस्ट होगा। भारत के कप्तान रोहित शर्मा दोनों के बीच सौवां टेस्ट खेलने की चर्चा छिड़ते ही भावुक हो जाते हैं। भारत के कप्तान रोहित कहते हैं, ‘भारत और वेस्ट इंडीज के बीच क्रिकेट का शानदार इतिहास रहा है। इतिहास गवाह है कि दोनों टीमों ने एक दूसरे के खिलाफ बेहतरीन क्रिकेट खेली है। मेरे लिए भारत और वेस्ट इंडीज के बीच खेले जाने वाले सौंवे टेस्ट में भारत की कप्तानी करना सम्मान की बातहै। दोनों देश के बीच सौवें क्रिकेट टेस्ट का हिस्सा बनना गर्व की बात है। जब से दोनों देशों के बीच पहली टेस्ट खेला गया तो तब तो मेरा जन्म भी नहीं हुआ था। बेशक पोर्ट ऑफ स्पेन में बारिश के खलल डालने की आशंका की चर्चा है लेकिन हमारी एकादश में दूसरे टेस्ट के लिए किसी बड़ो बदलाव की संभावना नहीं है। फिर भी हम मौसम और अन्य सभी चीजों को जेहन में रखकर खेलने उतरेंगे। हमारा फोकस दूसरे टेस्ट मे मौसम नहीं बल्कि डॉमीनिका के पहले टेस्ट की तरह दूसरे टेस्ट में अच्छा प्रदर्शन करने पर है। जहां डॉमिनिका में पहले टेस्ट में वेस्ट इंडीज के खिलाफ पारी से जीत की बात है तो मेरा मानना है कि यदि मेजबान टीम को दोनों स्पिनर एक साथ उपलब्ध होते तो वे जरूर हमारे लिए और कड़ी चुनौती पेश कर सकते थे क्योंकि पिच में घुमाव और उछाल तो था कुछ गेंदें बहुत नीची रह रही थी। वेस्ट इंडीज क्रिकेट के इतिहास की महान टीम रही है और वह इस समय संघर्ष कर रही है इसका कारण मुझे मालूम नहीं है। फिलहाल हमारा फोकस उसके खिलाफ इस टेस्ट सीरीज में अपना सर्वश्रेष्ठï प्रदर्शन करने पर है। वेस्ट इंडीज के भीतर दिक्कत मुझे मालूम नहीं है। मैं वेस्ट इंडीज के अपने पिछले छह-सात दौरे की तरह इस बार उसके खिलाफ बढिय़ा प्रदर्शन की इस दौरे पर बढिय़ा प्रदर्शन करना चाहूंगा।’

रोहित शर्मा कहते हैं बदलाव तो होता ही है क्योंकि हर क्रिकेट टीम किसी न किसी समय इस दौर से गुजरती है। वह कहते हैं, ‘हमारी भारतीय क्रिकेट टीम के लिए एक अच्छी बात यह है कि हमारे जो नए लड़के आ रहे हैं वे काफी अच्छे हैं। मेरा मानना है कि बदलाव के इस दौर में टीम में हसीनियर खिलाडिय़ों की भूमिका खासी अहम है। मैं खुश हूं हमारे नए लड़के भी काफी अच्छा खेल रहे हैं। । हमारे लिए जरूरी है कि हम टीम में आ रहे इन नए लडकों को उनकी टीम में भूमिका साफ करें। हमें इन नए लड़कों को यह बताना जरूरी है कि हम उनसे क्या अपेक्षा करते है। अब यह इन लड़कों पर निर्भर है वे कैसे आगे बढऩा चाहते है। हमारी टीम के आ रहे सभी नए लड़के खासे प्रतिभासम्पन्न है और ये भारतीय क्रिकेट को बहुत आगे ले जाएंग। जहां तक नवोदित इशांत किशन की बात है तो वह खासे प्रतिभासम्पन्न हैं और भारत के लिए वन डे में दोहरा शतक जड़ चुके हैं। इशान की ं प्रतिभा है हम बाहर लाकर निखारना है। इशान से साफ बात हो चुकी वह किस तरह खेले और उन्हें पूरी आजादी दे चुकी है। हमें टीम के नए लड़कों को खुल कर उनके मिजाज के मुताबिक खेलने की जोआजादी देने की जरूरत है तो हम उन्हें वह देंगे। डॉमिनिका में मुश्किल पिच पर जहां उछाल और घुमाव था ही गेंदें नीची भी रह रही थी इशान ने लेफ्ट आर्म स्पिनर रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन के खिलाफ विकेटकीपिंग भी बेहतरीन की। मैं बतौर यही चाहूंगा कि हमारे उपर के बल्लेबाज बढिय़ा बल्लेबाजी करें इशान का मौका ही नहीं आए। यदि इशान बल्लेबाजी करने का मौका आता भी है तो मुझे पूरी उम्मीद है कि वह अच्छी बल्लेबाजी करेेंगे।

रोहित कहते हैं, ‘मैं डॉमिनिका में मौजूदा टेस्ट सीरीज के पहले टेस्ट में पूरी एकाग्रता से अच्छी बल्लेबाजी कर रहा था। वह जमने के बाद आउट होने का तब जरूर अफसोस हुआ क्योंकि मैं और लंबी पारी खेलने से चूक गया। मै इस बाबत बहुत सोचने की बजाए और इस पर अफसोस कर अब आगे की सोच रहा हूं।