एक हार से घबराने की जरूरत नहीं है : रोहित शर्मा

No need to worry about one defeat: Rohit Sharma

सत्येन्द्र पाल सिंह

  • हमने पहले टेस्ट में वापसी की लेकिन जीत नहीं पाए
  • ऋषभ पंत ने दूसरी पारी में अपने मिजाज के मुताबिक खुल कर खेले

नई दिल्ली : भारत के कप्तान रोहित शर्मा अपनी टीम की बेंगलुरू में पहले क्रिकेट टेस्ट के पांचवें और अंतिम दिन रविवार में न्यूजीलैंड के हाथों मिली आठ विकेट से हार की कसक जरूर है लेकिन वह खासतौर पर दूसरी पारी में शतक जड़ने वाले सरफराज खान के शतक और मात्र एक रन से शतक से चूकने वाले ऋषभ पंत की सकारात्मक बल्लेबाजी से खासे आश्वस्त नजर आए। भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने कहा, ‘हमारी टीम ने दूसरी पारी में बेहतर बल्लेबाजी की। हमें मालूम है कि हमारे लिए आगे लिए आगे क्या चुनौती है और हम अगले दो टेस्ट में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे। एक हार से घबराने की जरूरत नहीं है।हम अगले दो टेस्ट में बेहतर प्लानिंग करेंगे। हमने छोटी मोटी गलतियां की। हम दूसरी पारी में जीत के इरादे से उतरे।

जिस भी खिलाड़ी को मौका मिलता है वह बेहतर करने की कोशिश करता है। हम पहला टेस्ट हारना नहीं चाहते थे। हमने पहले टेस्ट में वापसी की लेकिन जीत नहीं पाए। हमने पिछ़ले कुछ टेस्ट मैचों में अच्छी वापसी की है। हमारी टीम की सोच यह है कि जब आप टेस्ट में पिछड़ते तो भी घबराने की जरूरत नहीं है। जब आप पहली पारी में 350 रन से पीछे हों तो आप ज्यादा कुछ नहीं कर सकते हैं औरआपको ऐसे में बस जरूरत बढ़िया बल्लेबाजी कर अधिक से अधिक रन बनाने की होती है। सरफराज खान और ऋषभ पंत की चौथे विकेट की दूसरी पारी में भागीदारी शानदार रही अन्यथा हमारी दूसरी पारी 350 के भीतर ही सिमट जाती और हम इस पर फख्र कर सकते हैं। जब सरफराज और ऋषभ बल्लेबाजी कर रहे तो हर कोई रोमांचित था।

ऋषभ पंत ने तेज पर परिपक्व पारी खेली और उन्होंने अपने शॉट खेले। सरफराज टेस्ट मे अपनी तीसरी चौथी पारी खेलते हुए परिपक्व दिखाई दिए। जहां तक हमारी भारतीय टीम के पहली पारी में मात्र 46 रन पर सिमटने की बात है तो मैंने पहले दिन के खेल के बाद कहा था आसमान में छाई बदली और पिच पर नमी के कारण बल्लेबाजी मुश्किल थी। हमने यह नहीं सोचा था कि हम पहली पारी 46 रन पर सिमट जाएगी लेकिन न्यूजीलैंड के गेंदबाजों को इसका श्रेय देना होगा। हमारी टीम का फोकस टेस्ट जीतने पर होता है।शुभमन गिल फिलहाल फिट नहीं है। ऋषभ पंत ने दूसरी पारी में बेहतरीन बल्लेबाजी की। ऋषभ पंत की बल्लेबाजी की शैली यही है कि वह खु़ल कर बल्लेबाजी करते है। ऋषभ पंत ने दूसरी पारी में अपने मिजाज के मुताबिक खुल कर खेले। आप सीरीज का पहला टेस्ट मैच नहीं चाहते हैं। हमारा फोकस पहले टेस्ट से मिले पॉजिटिव पर है । आप एक मैच में जरा ढीले प्रदर्शन से किसी खिलाड़ी को कम नहीं आक सकते हैं। रचिन रवींद्र ने हमारे स्पिनरों के खिलाफ अच्छी बल्लेबाजी की। न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों ने हमारे स्पिनरों पर दबाव बनाया।‘

रचिन रवींद्र और टिम साउदी की भागीदारी खासी अहम रही : लैथम
न्यूजीलैंड के कप्तान टॉम लैथम ने कहा, ‘मैंने सोचा था कि टॉस जीते तो पहले बल्लेबाजी करेंगे अंतत: टॉस हारना अच्छा रहा। हमारे गेंदबाजों ने पहली पारी में ज्यादा समय तक सही जगह गेंद फेंकी और इसका उन्हें लाभ मिला। हमें मालूम था कि भारत दूसरी पारी में वापसी करेगा और उसने की भी। हमारे गेंदबाजों ने दूसरी नई गेंद से अच्छी गेंदबाजी की। हम जानते हैं कि भारत उत्कृष्ट टीम है और हमें यह भी मालूम था कि नई गेंद से हमारी दूसरी पारी में भारतीय गेंदबाजों भी लाभ उठाएंगे और अच्छी भागीदारियों ने हमें जीत दिलाई। अच्छी बात यह रही कि हमें जीत के लिए दूसरी पारी में मात्र 107 रन का लक्ष्य मिला।रुर्की ने अंतर्राष्ट्रीय मंच पर सही गेंदबाजी की। रचिन रवींद्र और टिम साउदी की भागीदारी खासी अहम रही। नौजवान रचिन ने अभी बहुत कम टेस्ट खले हैं लेकिन बीते एक बरस से नई भूमिका बढ़िया ढंग से निभाई। रविवार को भी रचिन ने धैर्य से बल्लेबजी की।’

मेरी तैयारियां अच्छी थी: रचिन
मैन ऑफ द’ मैच रचिन रवींद्र ने कहा, ‘बेंगलुरू का पिच की बल्लेबाजी के लिए बढ़िया थी। मेरी तैयारियां अच्छी थी और मैं रंग में था और इसीलिए मेरा फुटवर्क भी बढ़िया रहा। मुझे मालूम था कि मुझे कब शॉट खेलने आगे जाना है, जब कब पीछे आना है और इसे से मैं स्ट्रोक खेलने के लिए सही समय पॉजिशन में आया। जब आपको उपमहाद्वीप में छह टेस्ट खेलने हो तो ज्यादा मेहनत करनी होती है। मैं स्ट्रोक खेलने के लिए सही पॉजिशन में आया और स्ट्राइक रोटेट करने की कोशिश की।