सभी भारत की शक्ति-भक्ति भावना को नहीं समझ सकते

Not everyone can understand India's spirit of power and devotion

बृजमोहन अग्रवाल
संसद सदस्य,रायपुर लोकसभा और पूर्व कैबिनेट मंत्री छत्तीसगढ़ भाजपा सरकार

जो भी लोग भारत पाक के बीच चार दिन तक चले युद्ध के बाद हुए संघर्ष विराम पर छाती पीट रहे हैं, वो सभी सुन लें कि पाकिस्तान में क्या क्या हुआ है?cअमेरिका का परमाणु आपदा की इमरजेंसी से निपटने वाला प्लेन बी-350 एएमएस पाकिस्तान की परमाणु साइटों पर मंडराता रहा। भारत की ब्रह्मोस मिसाइल की मार से पाकिस्तान में न्यूक्लियर रेडियेशन डिटेक्ट किया गया है। वहां रेडिएशन फैलने लगा है। भारत ने आपरेशन सिंदूर में किराना की पहाड़ियों में बने पाकिस्तान के न्यूक्लियर भंडार को ब्रह्मोस से निशाना बनाया था। इसके अलावा नूर खान, सरगोधा एअरबेस पर भी पाकिस्तान की न्यूक्लियर फेसिलिटी हैं, यहां भी भारतीय वायुसेना और मिसाइलों ने जमकर कहर बरपाया है। यानी भारतीय हमले में जो कुछ हुआ है, वह पाकिस्तान के लिए परमाणु आपदा बन सकता था। भारत के इन्हीं हमलों के बाद इस्लामाबाद से लेकर वाशिंगटन तक दहशत की लहर दौड़ गई। आनन-फानन में सीज फायर किया गया। यह बात अब पूरी तरह स्पष्ट हो गई है कि अमेरिका ने चीन भारत के बीच शक्ति संतुलन को बनाये रखने के लिए पाकिस्तान को परमाणु शक्ति बनाने में मदद की और अभी भी वह पाकिस्तान की परमाणु संपदा को भारत से सुरक्षित रखने के लिए बीच में आकर अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का हवाला देते हुए युद्ध विराम की रूपरेखा तैयार की। लिहाजा विश्व की पहले नंबर की आर्थिक महाशक्ति की बात हमको माननी ही पड़ी। युद्ध के बीच अमेरिका के दबाव में आने के बाद देश की मोदी सरकार को इन दिनों करारी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। सोशल मीडिया में जिन्हें अपने जिले या तहसील की खबर तक पता नहीं होगी, वो महाशय लोग अंतर्राष्ट्रीय मामलों की रिपोर्टिंग करने उतर गए हैं।

सोशल मीडिया ऐसा प्लेटफार्म है जहां जो भी सही और गलत लिखेंगे सब लोगों को दिख जाता है। इसलिए कहीं का कॉपी और कहीं पर पेस्ट करते हुए मोदी सरकार को आड़े हाथों लेते लोगों को हर हाल में बचने की कोशिश करनी चाहिए। देश और दुनिया के बीच लोग अनजाने में भले ही आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह जी को टोकरी भर भर ताने सुना रहे हो, लेकिन इन दोनों महानुभावों के नेतृत्व तले चला ऑपरेशन सिंदूर हमें आतंक के खिलाफ आगे बढ़ने के लिए हमेशा प्रेरणा देते रहेगा। ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने पाकिस्तान के जिन आतंकवादियों को मार गिराया था, उनके नाम सामने आ गए हैं। सात मई को पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों पर भारतीय सैन्य बलों के हमलों में इन संगठनों के टॉप 5 आतंकवादियों को ढेर कर दिया गया। मारे गए आतंकियों में 1999 में विमान आईसी-814 के अपहरण का मास्टरमाइंड भी शामिल है।

ऑपरेशन सिंदूर में अबू जुंदाल और मोहम्मद रऊफ अजहर समेत 5 आतंकी ढेर हुए हैं। यूसुफ कंधार हाईजैक का मास्टरमाइंड और जुंदाल मुंबई हमले में शामिल था।

पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में नौ आतंकी शिविरों पर हमला किया गया। भारतीय हमलों में मारे गए कई आतंकवादियों में मुदस्सर खादियां खास, हाफिज मुहम्मद जमील, मोहम्मद यूसुफ अजहर, खालिद (अबू अकाशा) और मोहम्मद हसन खान शामिल थे। मारे गए ये आतंकवादी पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठनों के सबसे हाई-प्रोफाइल लोगों में से थे, जिनके लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद दोनों से मजबूत संबंध थे। लश्कर-ए-तैयबा का एक सीनियर सदस्य, मुदस्सर, जिसे मुदस्सर या अबू जुंदाल के नाम से भी जाना जाता है, आतंकवादी संगठन के मुख्यालय मुरीदके में मरकज़ तैयबा का प्रभारी था जो भारत की सीमा से लगभग 25 किमी दूर स्थित है। यह लश्कर-ए-तैयबा का मुख्यालय था।

2008 के मुंबई हमलों के दौरान जिंदा पकड़े गए एकमात्र आतंकवादी अजमल कसाब ने कबूल किया था कि उसने इसी शिविर में प्रशिक्षण प्राप्त किया था। 26/11 में शामिल एक अन्य आतंकवादी डेविड हेडली ने भी कथित तौर पर यहीं प्रशिक्षण लिया था। भारत ने ऐसे अपने खूंखार आतंकियों का सर्वनाश कर दिया और लोगों को लग रहा है कि भारतीय सेना ने कुछ किया ही नहीं।

युद्ध विराम के बाद भारत की पाक को चेतावनी बता रही है कि इस नए भारत को कोई हल्के में नहीं ले।

खुद यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि निसंदेह ये युग युद्ध का नहीं है लेकिन ये युग आतंकवाद का भी नहीं है। हमारे बेहद कर्मठ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ये भी चेतावनी दी है कि पाकिस्तान के आतंकवाद पर हम घुसकर करारे प्रहार करते रहेंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के अनुसार जब कभी भी आतंकवाद पर पाकिस्तान से बात होगी तो वो पाक अधिकृत कश्मीर की सर ज़मीं पर ही होगी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश काल वातावरण के मद्देनजर हमने जो भी कदम उठाए वह समूची मानवता के लिए भविष्य में कल्याणकारी सिद्ध होगा। मोदी के मंतव्य के अनुसार इतिहास गवाह है कि भारत ने पहले से किसी पर आक्रमण नहीं किया लेकिन अब ये जो नया भारत है वो अपने दुश्मनों की कोई भी हरक़त का बिल्कुल माकूल ज़वाब देने की पूरी क्षमता भी रखता है। हमारे डीजीएमओ राजीव घई की पाकिस्तान को सख़्त चेतावनी है कि इस बार पाक ने कोई हरक़त की तो उसे पता है कि हम क्या करने वाले हैं? मैं तो पाकिस्तानी सेना से एक सवाल पूछना चाहता हूं कि अगर पाकिस्तान अपनी जीत का जश्न मना रहा है, तो उनके डीजीएमओ ने अपने भारतीय समकक्ष से युद्ध विराम का अनुरोध क्यों किया? इस्लामाबाद ने अपने एयरबेस पर भारी नुकसान झेलने के बाद चुपचाप युद्ध विराम का प्रस्ताव क्यों रखा। अब ये तो सभी जानते हैं कि जीत के बाद आमतौर पर सफेद झंडे नहीं लहराए जाते हैं। साथियों पाकिस्तान की बुनियाद भारत और हिन्दू विनाश की है। यह नफरत भरी जिहादी सोच उसकी अस्थिमज्जा में है। लेकिन पाकिस्तान इस समय सबसे कमजोर स्थिति में है। वह परदे पर लाख झूठ बोले, पीछे अपनी हालत जानता है। पहलगाम हमले के बाद उसकी दुर्गति हुई। उसके सारे पैंतरे दांव-पेंच नाकाम हो गए। उसकी मिट्टीपलीद हो गई। पहले से ही पाकिस्तान एक मुल्क के रूप में गंभीर गृहयुद्ध की स्थिति में भी है। सेना की प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक सवाल का जवाब देते हुए एयर मार्शल एके भारती कहते हैं कि युद्ध के दौरान स्वदेशी आकाश एयर रक्षा प्रणाली का प्रदर्शन एक शानदार अनुभव रहा। यदि हमारे राफेल को 15,20 घंटे और मिल जाते तो पाकिस्तान घुटनो के बल रेगने लायक भी नहीं रहता। सरगोधा के परमाणु ठिकाने हिट होने के बाद ही पाक मिमियाने लगा था कि अमेरिका तुरंत सामने आ गया। युद्ध में पाकिस्तान का न्यूक्लियर कवच ध्वस्त हो गया है। उसके 11 एयरबेस और 9 आतंकी अड्डे तबाह हो गए। सिर्फ़ POK नहीं बल्कि उसके सबसे महत्वपूर्ण सूबे पंजाब के भीतर तक स्ट्राइक की गई है। पाकिस्तानी सेना मुँह छिपाने के लिए बेबुनियाद दावे कर रही है पर हकीकत में उसके सुरक्षा तंत्र में ग़दर मचा हुआ है!!! पाकिस्तान में अब सबूत मांगे जा रहे हैं।

भारत में कहाँ हमला किया, सबूत दो। पाक मिलेट्री के सारे दावे हवा हवाई हो चुके हैं। उधर भारत ने पाकिस्तान में मची तबाही के ऐसे ऐसे सबूत सामने रखे हैं कि खुद पाकिस्तानी मिलेट्री भी इंकार नहीं कर पा रही है।अब समझ जाइए देश में ये काँगी, वामी राफेल और S 400 का विरोध क्यों कर रहे थे। रूस द्वारा मिले S400 ने भी संकट में अपनी उपयोगिता सिद्ध की है।और अब रूस ने S 500 की उत्पादन प्रणाली में भारत को पूरा सहयोग देने का आश्वासन भी दे दिया है। इधर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष डॉ वी. नारायणन के अनुसार देश के नागरिकों की सुरक्षा और संरक्षण सुनिश्चित करने के लिए 10 उपग्रह लगातार 24 घंटे निगरानी कर रहे हैं। कुल मिलाकर हमारी सीमा पर हमला किया तो हमने पाकिस्तान के सीने पर घाव दे दिया है। साथ ही अमेरिका चौधरी को भी समझा दिया कि बात होगी तो सिर्फ आतंकवाद पर बात होगी और वह भी पीओके पर ही होगी।

ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने जिस तरह से आतंकवाद के अड्डों और पाकिस्तानी हवाई ठिकानों पर चुन-चुन कर हमले किए, उसके लिए गुप्तचर जानकारी इकट्ठा करने वालों की जितनी प्रशंसा की जाए कम है। सटीक सूचना ने अचूक निशाना लगाने में मदद की। ऐसा लगता है पाकिस्तान का कोई घर, गली, मोहल्ला, गाँव, क़स्बा या शहर नहीं है जिसकी जानकारी भारत के पास न हो। भारत ने पाकिस्तान को अब आगे के लिए संदेश साफ़ साफ दे दिया है, और दुनिया को भी अपने दायरे में ही रहने की ताकीद दे दी है।

साथ ही साथ देश ने एयर डिफेंस का ऐसा मल्टीलेयर ग्रिड बनाया है जिसे भेद पाना पाकिस्तान के बस की बात नहीं थी, हमें पता था पाकिस्तान वार करेगा, लेकिन हमारे एयर डिफेंस सिस्टम को भेदना नामुमकिन था। ये हमारे शक्तिशाली 56 इंच वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सशक्त नेतृत्व का ही कमाल है।

मित्रों मेरी नज़र में युद्ध के बाद की विभीषिका से संवेदनशील भारत द्रवित हो उठा, तभी तो हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने युद्ध विराम के लिए अपनी अनुमति देते हुए अपनी दूरदर्शिता का नायाब परिचय अब दुनिया को दे दिया है। मित्रों आप सभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कभी भी कमजोर समझने की भूल मत कर देना। 75 की उम्र में भी 18,18 घन्टे देश की सेवा करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की काबिलियत पर हमेशा भरोसा रखना। एयरफोर्स, बीएसएफ के बाद भारतीय सेना ने भी कहा कि
ऑपरेशन सिंदूर अभी भी जारी है। वहीं पीएम नरेंद्र मोदी ने सेनाओं से कहा है कि पाकिस्तान की तरफ से अगर एक गोली भी आए तो गोला फेंक देना।मित्रों भारत शब्द भाव, रस, ताल जैसे शब्दों से मिलकर बना है। भारत का स्वभाव है दुनिया को प्रेम भाव और भाई चारे की भावना से हमेशा सराबोर रखना। अपनी इसी प्रेम धर्म की भावना को ध्यान में रखते हुए भारत ने युद्ध विराम को स्वीकार कर लिया है लेकिन महान कूटनीतिज्ञ चाणक्य के जैसे को तैसा के सिद्धांत पर अडिग रहते हुए दुश्मन देशों को यानी आतंकवाद पर करारे प्रहार करने के लिए हमेशा तैयार रहने की चेतावनी भी दे दी है।

मेरा मानना है कि अमेरिका अब सोच रहा होगा कि भारत पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता करके उसने अपनी चौधराहट बरकरार रखी है। लेकिन मेरी नजर में कोरोना के क्रूर दौर में चीन से सहम जाने वाला अमेरिका अभी भी बहुत बड़े मुगालते में है।

क्योंकि दुनिया में आज कोई भी एक देश सर्वोच्च सम्प्रभु शक्ति सम्पन्न राष्ट्र होने का दावा नहीं कर सकता है। बात करे अमेरिका की तो अमेरिका ने खुद दो-दो परमाणु बम दागे हैं और आज कामन सेंस की बात करता है। साथियों अभी गुजरे 30 अप्रैल 2025 यानी आज से केवल 15 दिन पहले ही अमेरिका ने यमन के विद्रोहियों पर बम बरसाए थे। इस अमेरिकी बमबारी में 12 हूतियों की मौत हुई थी। लेकिन आज अमेरिका भारत-पाकिस्तान तनाव पर टिप्पणी कर रहा है। जब अमेरिकी हितों की बात आती तब तो अमेरिका कार्रवाई करने से पीछे नहीं हटता! वो देश आज “कॉमन सेंस” की बात कर रहा है।अमेरिका अपना इतिहास देखे तो उसे शायद समझ आएगा कि उनमें कितना “कॉमन सेंस” था और है!

भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के बीच लगातार भारतीय सेना के महानिदेशक स्तर के अधिकारियों ने प्रेस ब्रीफिंग की है। पहले दिन की प्रेस वार्ता का आगाज शिव तांडव स्तोत्र के संगीत से हुआ था। सैन्य अधिकारियों के वक्तव्य से पहले राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की एक कविता- ‘कृष्ण की चेतावनी’ के अंशों का इस्तेमाल भी किया गया। मुझे लगता है कि
भारतीय सेना दहशतगर्दों के पनाहगाह पाकिस्तान को कड़ा संदेश देना चाह रही है साथ ही पड़ोसी देशों के अलावा पूरी दुनिया को भी संदेश दे रही है। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आदमपुर पहुंच कर सेना के जाबांज जवानों से मुलाकात की। वायुसेना के जवानों के साथ प्रधानमंत्री ने करीब एक घंटा बिताया। आदमपुर एयर बेस वायुसेना के मिग 29 लड़ाकू विमानों का बेस है। देश में 58 से 60 साल के वरिष्ठ नागरिक रिटायरमेंट के बाद आराम कर रहे होते हैं लेकिन 75 साल के हमारे कर्मठ और कोटि कोटि पुरुषत्व से भरे आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी अभी भी देश की सेवा में सतत सक्रिय हैं। हम सभी देशवासियों को ऐसे अपने कर्मठ प्रधानमंत्री के आगे पूर्ण समर्पण के साथ विनम्र भाव से हमेशा झुके रहना चाहिए। जय हिंद दोस्तों…