दीपक कुमार त्यागी
- बाजारों में पानी घुसने या सरकार – प्रशासन के आदेश पर ही बंद करेंगे बाजार
- कश्मीरी गेट, चांदनी चौक आदि बाजारों के बंद की अफवाहों पर सीटीआई का बयान
- अभी पुरानी दिल्ली के व्यापारी बाजार बंद करने को नहीं तैयार
यमुना का जल स्तर चढ़कर रिंग रोड और आईटीओ तक पहुंच गया है। कई निचले इलाकों में पानी भर गया है। लालकिले की पिछले दीवार को कल ही पानी ने छू लिया। इससे पुरानी दिल्ली और यमुना नदी किनारे बसे बाजारों में दहशत का माहौल है। मार्केट बंद करने को लेकर कई तरह की चर्चा और अफवाह गर्म हो रही है।
इस पर चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (CTI) के चेयरमैन बृजेश गोयल ने साफ किया कि अभी कोई भी बाजार बंद नहीं होगा, सभी मार्केट एसोसिएशन्स और व्यापारी वेट एंड वॉच की स्थिति में है। राहत की बात है कि सुबह के वक्त जल स्तर में मामूली गिरावट रेकॉर्ड हुई है।
बृजेश गोयल ने बताया कि हालांकि दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) की मीटिंग में भी बाजारों की स्थिति पर मंत्रणा हुई है लेकिन उसमें भी अभी मार्केट बंद करने को लेकर कोई निर्णय नहीं हुआ है।
दिल्ली सरकार और प्रशासन मार्केट बंद करने के संदर्भ में जो भी फैसला लेगा, उसे स्वीकार किया जाएगा।
अभी बाजारों में नहीं आया पानी
बृजेश गोयल ने कहा कि अभी मॉनेस्ट्री को छोड़ दें, तो किसी बाजार में यमुना का पानी नहीं आया है। ये अभी रिंग रोड और लालकिले के पीछे तक सीमित है। फिर भी बाढ़ की वजह से कारोबार को नुकसान हो रहा है। दिल्ली के बाहर से कारोबारियों ने आना बंद कर दिया है। दिल्ली के अपने खरीददार भी पुरानी दिल्ली आने से परहेज कर रहे हैं।
CTI ने सभी मार्केट एसोसिएशन्स और व्यापारियों से पत्र लिखकर अपील की है कि जब तक हालात सामान्य नहीं हो जाते, तब तक दुकानों और गोदामों में अतिरिक्त माल नहीं मंगवाए। लोडिंग-अनलोडिंग से फिलहाल बचें।
यमुना किनारे बाजार
मॉनेस्ट्री, कश्मीरी गेट, मोरी गेट और चांदनी चौक के भागीरथ पैलेस, लाजपत राय मार्केट, दरीबा कलां, भागीरथ पैलेस, किनारी बाजार, मालीवाड़ा और फतेहपुरी जैसे इलाके निचले स्तर पर पड़ते हैं।