
रविवार दिल्ली नेटवर्क
देहरादून : कैबिनेट मंत्री श्रीमती रेखा आर्य ने विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस के अवसर पर अल्मोड़ा में आयोजित “मेरी सहेली” कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मासिक धर्म को लेकर हमारे समाज में बहुत सारी भ्रांतियां हैं, जबकि सच यह है कि भारतीय परंपरा में किसी बालिका में मासिक धर्म की शुरुआत को उसके नारीत्व में प्रवेश का उत्सव समझा जाता था, यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया है। जिस तरह हमारा खाना, पीना, सोना, जागना एक नेचर कॉल है, ठीक वैसे ही यह भी एक प्राकृतिक विकास का क्रम है।
उन्होंने कहा कि मासिक धर्म को अछूत या अधर्म मानने की सोच पर रोक लगनी चाहिए। अगर इस प्राकृतिक प्रक्रिया को भारतीय परंपरा में मासिक धर्म कहा गया है तो इसका अर्थ बहुत व्यापक है। यह किसी बालिका के नारीत्व में प्रवेश का प्रतीक है।
श्रीमती आर्य ने कहा कि चारों वेदों और भागवत गीता में मासिक धर्म के चलते महिलाओं पर किसी भी तरह की पाबंदी लगाने का कोई जिक्र नहीं है, और कालांतर में अज्ञानतावश इसे पितृसतात्मक समाज ने अशुद्धता से जोड़ दिया।
उन्होंने कहा कि आधुनिक युग की बालिकाओं और महिलाओं को चाहिए कि इस प्राकृतिक प्रक्रिया को शर्म का विषय मानने के बजाय मासिक धर्म के दौरान सुरक्षित और स्वास्थ्यवर्धक स्वच्छता उपायों को अपनाने के लिए संवाद को बढ़ाया जाए।
इस अवसर पर जिलाधिकारी आलोक पांडे जी, जिलाध्यक् महेश नयाल, अल्मोड़ा मेयर अजय वर्मा, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य रवि रौतेला, नगर अध्यक्ष विनीत बिष्ट, श्रीमती किरन पंत, गणेश जलाल, नवीन बिष्ट, अन्नू भोज जी, नरेंद्र प्रसाद आगरी, मनीष जोशी, संदीप भोज, श्रीमती पूनम पालीवाल, सुश्री निशा बिष्ट, श्रीमती प्रेमा, योगेश बारकोटी, रमेश कांडपाल, घनश्याम तिवारी, देवेंद्र बिष्ट, भानू अधिकारी, हितेश भट्ट, राजेंद्र प्रसाद, जिला विकास अधिकारी दिनेश, डीपीओ पीतांबर प्रसाद, एसडीएम संजय कुमार आदि उपस्थित रहेI