- देश के 250 किसान संगठन हुए एकजुट ,ये मुद्दा देश के गांव-गांव तक पहुंच गया है, एमएसपी की गारंटी लेकर रहेंगे हम : सरदार वीएम सिंह राष्ट्रीय अध्यक्ष
- 250 किसान संगठन हुए एकजुट, “एमएसपी गारंटी मोर्चा” का राष्ट्रीय अधिवेशन दिल्ली में संपन्न
- देश के सांप्रदायिक सद्भाव,भाईचारा,अल्पसंख्यक समुदायों की तथा देश की अखंडता की सर्वोच्च प्राथमिकता पर रक्षा करने का लिया संकल्प : डॉ राजाराम
- हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर की बाढ़ व प्राकृतिक आपदा एवं देश के कई राज्यों में प्रभावित किसानों को तत्काल राहत पहुंचाने केन्द्र तथा राज्य सरकारों से की गई अपील
रविवार दिल्ली नेटवर्क
“न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) गारंटी कानून” हेतु देश के 223 किसान संगठनों के द्वारा एकजुट होकर गठित किए गए *”एमएसपी गारंटी कानून मोर्चा”* का राष्ट्रीय अधिवेशन 19 अगस्त को ‘श्री रकाब गंज साहिब गुरुद्वारा के कांफ्रेंस हाल में आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता एमएसपी गारंटी कानून मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सरदार वीएम सिंह ने की। सर्वप्रथम वीएम सिंह ने अपने प्रथम अध्यक्षीय वक्तव्य में कहा कि इस मोर्चा के गठन के बाद अब तक कई राज्यों में मोर्चे की बड़ी-बड़ी बैठकें संपन्न हुई हैं, और आप सभी के सहयोग से एमएसपी की लड़ाई अब देश के प्रत्येक गांव तक पहुंच गई है। उन्होंने आगे कहा कि “एमएसपी गारंटी किसान मोर्चा” को लगभग देश के 27 प्रांतों के 223 किसान संगठनों का जो समर्थन मिला है वो अभूतपूर्व है।
मोर्चे के राष्ट्रीय-प्रवक्ता डॉक्टर राजाराम त्रिपाठी सम्मेलन को वर्च्युली समोधित करते हुए कहा कि अगली आगामी लोकसभा चुनाव 2024 के पूर्व हर किसान मतदाता तथा उसके मतदान बूथ तक “एमएसपी गारंटी कानून नहीं- तो वोट नहीं” नारे को पहुंचाया जा रहा है। एमएसपी गारंटी कानून के मुद्दे पर देश के सारे किसान संगठन एकमत- एकजुट हैं। डॉक्टर त्रिपाठी ने इस मौके पर सभी किसान संगठनों से देश में सांप्रदायिक सदभाव व भाईचारा कायम रखने,सभी अल्पसंख्यक समुदायों की रक्षा करने, तथा देश की अखण्ड संप्रभुता की सर्वोच्च प्राथमिकता पर रक्षा करने का प्रस्ताव रखा जिसे सभी ने एकमत होकर पारित किया।
इस राष्ट्रीय सम्मेलन में देश की लगभग सभी राज्यों के कोर कमेटी मेंबर एवं मोर्चा प्रदेश संयोजकों ने सक्रिय भागीदारी की जिनमें प्रमुख रूप से महाराष्ट्र से वरिष्ठ किसान-नेता राजू शेट्टी, उत्तराखंड से सोमदत्त शर्मा ,पंजाब से जसकरन सिद्धू, हिमाचल से संजय शर्मा जी, बिहार से छोटेलाल श्रीवास्तव ,मध्यप्रदेश से दीपक पाण्डेय मुदगल,जम्मू कश्मीर से यावर मीर अली,मेघालय से कैप्टन अल्फोंड, तामिलनाडु से गुरुस्वामी जी कर्नाटक से चंद्रशेखर जी , हरियाणा से जसबीर सिंह घसोला जी, झारखंड से संजय ठाकुर, केरल से पीवी राजगोपाल जी, यूपी से प्रदेश सह संयोजक बलराज भाटी जी , दिल्ली से महेन्द्र राणा जी, राजस्थान से जलपुरुष राजेन्द्र सिंह के प्रतिनिधि मेजर हिमांशु जी तथा छत्तीसगढ़ से इस मोर्चे के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. राजाराम त्रिपाठी प्रमुख रूप से शामिल रहे।
देशभर से आए किसान नेताओं ने बताया कि देश का प्रत्येक किसान परिवार इस मुहिम का हिस्सेदार बने इसलिए गांव गांव में प्रचार कर समर्थन जुटाया जा रहा है । गांव में दीवार पुताई, प्रभात फेरी, बैनर एवम पोस्टर लगाकर हर परिवार तक एमएसपी के फायदे को बताया जा रहा । गांवों की समितियां अपने अपने तरीके से एमएसपी का माहौल बनाने का काम कर रही हैं।
गांवों में अब ये नारे लगने लगे हैं “गांव गांव एमएसपी, हर घर एमएसपी और “फसल हमारी भाव तुम्हारा, नहीं चलेगा नहीं चलेगा” और “एमएसपी गारंटी नहीं तो वोट नहीं”।
सम्मेलन में हिमाचल प्रदेश जम्मू-कश्मीर तथा देश के अंदर कई भागों में आए भारी बाढ़ तथा प्राकृतिक आपदाओं के कारण किसानों की खेती तथा जान माल को हुई हानि को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की गई, इसके अलावा छत्तीसगढ़ सहित कई राज्यों में पर्याप्त वर्षा न होने के कारण फसलों की बोनी तथा खड़ी फसल दोनों ही प्रभावित हुई है इसलिए केंद्र तथा राज्य सरकारों से प्रभावित किसानों के लिए तत्काल विशेष राहत देने की मांग की गई। किसान नेता गुरु स्वामी ने तमिलनाडु के किसानों की समस्याओं की ओर ध्यान आकर्षित किया। ऊर्जा अध्यक्ष सरदार वीएम सिंह ने गुरु स्वामी जी को आश्वस्त किया कि अगली मोर्चे की अगली बैठक तमिलनाडु में ही रखी जाएगी तथा वहां के विशिष्ट समस्याओं की निराकरण हेतु तत्काल मौके पर ही पहल की जाएगी। सम्मेलन में अन्य कहीं जरूरी प्रस्ताव भी पारित किए गए।