हम यशस्वी और शुभमन के लिए चीजों को मुश्किल नहीं बनाना चाहते
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : यशस्वी जायसवाल और शुभमन गिल भारतीय बल्लेबाजी का भविष्य हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की मौजूदा बॉर्डर गावसकर ट्रॉफी में पर्थ में पहले क्रिकेट टेस्ट में भारत के लिए 161 रन की बड़ी पारी खेलने के बाद अगले दो टेस्ट की चार पारियों में यशस्वी रनों के लिए जूझते नजर आए और शुभमन गिल एडिलेड में दूसरे टेस्ट में फिट हो वापसी करने पर अच्छे आगाज को बड़े स्कोर मं बदलने में बदलने में नाकाम रहे। पर्थ में पहले टेस्ट में भारत की 295 रन से जीत और एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया से दस विकेट से हार और ब्रिस्बेन में तीसरे टेस्ट के ड्रॉ होने से सीरीज फिलहाल एक एक की बराबरी पर है। भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बृहस्पतिवार से मेलबर्न में बॉक्सिंग डे पर शुरू हो रहे सीरीज के चौथे टेस्ट से पहले दोनों नौजवान बल्लेबाज यशस्वी और शुभमन के अपने अपने तरीकों का इस्तेमाल कर सफल होने का समर्थन किया।
कप्तान रोहित ने यशस्वी और शुभमन गिल की बाबत कहा,‘ जब आपके पास टीम में यशस्वी जायसवाल जैसा बल्लेबाज होता है तो तब आप उसकी मानसिकता के साथ बहुत छेड़छाड़ नहीं करना चाहेंगे। आप कोशिश होगी यशस्वी जैसा बल्लेबाज बहुत ज्यादा सोचने की बजाय जितना मुमकिन हो खुल कर खेले। हम किसी से भी यशस्वी अपनी बल्लेबाजी को बेहतर समझते हैं। ऑस्ट्रेलिया में हर जगह बल्लेबाजी करने की चुनौती अलग होती है। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया में बस यह हर पिच के मुताबिक खुद को ढालने की चुनौती होती है। सभी का मानते हैं कि शुभमन गिल उत्कृष्ट बल्लेबाज है और हमें जरूरत उनकी इसी उत्कृष्टता का समर्थन करने की है। हमें शुभमन को साफ संदेश देने की जरूरत है । हम यशस्वी जायसवाल और शुभमन के लिए बहुत सी चीजों को मुश्किल नहीं बनाना चाहते हैं। शुभमन गिल भी जानते हैं कि बड़े स्कोर कैसे बनाए जाते है। शुभमन गिल को बस यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि जब वह शुरू में 30, 40 रन बना लेते हैं तो बस इन्हें बड़े स्कोर में तब्दील करने की कोशिश करें। ऑस्ट्रेलिया जैसे देश में अच्छी शुरुआत करना ही सबसे मुश्किल काम है। एक बार जब आपने अच्छी शुरुआत कर दी तो तब बड़ा स्कोर बनाने के मौके को गंवा नहीं सकते हैं।
उन्होंने कहा, ‘गेंदबाजों के लिए भी हर जगह की पिच के मुताबिक खुद को ढाल कर गेंदबाजी करने चुनौती होती है। गेंदबाजों को आमतौर पर बस यह समझना होता है अमूमन वे क्या करते हैं और किन्हीं खास बल्लेबाजों के क्रीज पर बल्लेबाजी के लिए उतरने पर उसे आउट करने के लिए क्या योजना है। गेंदबाज को बस इसके बाद अपनी योजना के मुताबिक गेंदबाजी की जरूरत होती है।‘
भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने मेलबर्न मैदान पर करीब आधा घंटे अभ्यास किया और वह इससे पहले घुटने में चोट खाने के बाद किसी तरह की दिक्कत में नहीं दिखे। अभ्यास में रोहित के कई करारे शॉटों का मौजूदा करीब ढाई सौ लोगों ने पूरा लुत्फ उठाया। रोहित ने फ्रंट फुट पर कई बेहतरीन पुल खेले। भारत ने मेलबर्न में क्रिस्मस की पूर्व संध्या पर खासी तेज पिचों जिस पर चौथा टेस्ट खेला जाना है करीब करीब उसी की तरह पिचों पर अभ्यास किया। पिच क्यूरेटर की माने तो मेलबर्न की पिच पर गेंद बहुत ज्यादा मूव नहीं होगी। मेलबर्न क्रिकेट मैदान पर पहले दिन खासी तेज गर्मी और तापमान के 40 डिग्री सेल्शियस से ज्यादा रहने की उम्मीद है। भारत इसमें इसमें वाशिंगटन सुंदर के रूप में अतिरिक्त स्पिनर के साथ उतर सकता है। सुंदर ने नेटस पर सभी साथी जसप्रीत बुमराह जैसे गेंदबाजों के खिलाफ बल्लेबाजी की ही विराट कोहली और केएल राहुल के खिलाफ गेंदबाजी भी की।