एचआईएल नौजवान बालाओं के लिए राष्ट्रीय मंच पर प्रतिभा दिखाने का बड़ा मौका
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : भारतीय महिला हॉकी टीम की आक्रामक मिडफील्डर नेहा गोयल पहली महिला हॉकी इंडिया लीग (एचआईएल) 2024-25 में ओडिशा वॉरियर्स की कप्तान के रूप में नई यात्रा शुरू करने को तैयार हैं। नेहा गोयल को ओडिशा वॉरियर्स महिला एचआईएल की नीलामी में दस लाख रुपये में खरीदा था,। भारत को राजगीर में महिला हॉकी एशियन चैंपियंस ट्रॉफी जिताने और फिर विवाह के बंधन में बंधने के बाद नेहा का पूरा ध्यान पूरे जोश से महिला एचआईएल में ओडिशा वॉरियर्स की कप्तानी पर लगा है।नेहा पहली महिला हॉकी इंडिया लीग को भारत की हॉकी की अगली पीढ़ी के लिए बेहद मानती हैं। नेहा ने कहा, ’ हम बरसों से महिला हॉकी लीग जैसे मंच की बाट जोह रहे थे और अब यह शुरू होने जा रही है और लेकिन अभी भी इस पर यकीन सा नहीं होता है। महिला हॉकी इंडिया लीग (एचआईएल ) नौजवान बालाओं के लिए राष्ट्रीय मंच पर अपनी प्रतिभा दिखाने का बड़ा मौका है। 2024-25 की महिला हॉकी इंडिया लीग उन लड़कियों को और मेहनत कर इसके अगले संस्करण में जगह बनाने को प्रेरित करेंगी जो इस बार इसमें जगह नहीं बना पाई।‘
उन्होंने कहा, ’ मुझे पूरा भरोसा है कि महिला एचआईएल भारतीय टीम के लिए नई प्रतिभाओं को सामने लाने में मदद करेगी। मेरा बतौर कप्तान यह पहला टूर्नामेंट होगा और बेशक दबाव होगा लेकिन मैं इस चुनौती को ले रोमांचित हूं। मैं काफी समय से भारतीय महिला हॉकी टीम का हिस्सा हूं और मैं जानती हूं कि जरूरत के वक्त किस तरह अपने खेल का स्तर उंचा उठाना है। मैंने हमेशा नेतृत्व की जिम्मेदारी को निभाया है चाहे यह टीम की साथियों के मार्गदर्शन की बत है अथवा मैदान पर फैसला लेने की बात हो। हमारी ओडिशा वॉरियर्स की टीम अनुभवी और प्रतिभासम्पन्न खिलाड़ियों से सज्जित है और मुझे अपनी टीम की साथियों को बहुत कुछ कहने की जरूरत ही नहीं है। मेरा लक्ष्य महिला एचआईएल में अनुकरणीय खेल दिखाकर अपनी टीम से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कराना है।‘
अभी हाल ही में विवाह के बंधन में बंधने वाली भारत की पूर्व हाॅकी कप्तान प्रीतम सिवाच की शिष्या नेहा का ध्यान अपनी पेशेवर और निजी प्रतिबद्धताओं में संतुलन बैठाने पर है। नेहा कहती हैं, ’मैं बरसों से अपनी पेशेवर और निजी प्रतिबद्धताओं में संतुलन बैठाती रही हूं। शादी से हॉकी को ले मेरी सोच नहीं बदलेगी। मेरे पति पूरी तरह मेरे साथ हैं और वह यह जानते हैं कि हॉकी मेरे लिए कितनी अहम है। इस समय मेरा फोकस पूरी तरह एचआईएल पर है। हॉकी से मैंने जो कुछ हासिल किया है मै उसे किसी तरह लौटाना भी चाहती हूं। मैं हॉकी एकेडमियों में खेल रही लड़कियों की आर्थिक मदद कर सकती हूं। अपने ही प्रशंसकों के सामने खेलना हमेशा खास होता है। प्रशंसकों के समर्थन और उनकी उर्जा ने राजगीर में हमारी भारतीय महिला हॉकी टीम को महिला एशियन चैंपियंस ट्रॉफी जिताने में बड़ा योगदान किया और महिला एचआईएल में भी ऐसे ही माहौल की आस कर रही हूं। बतौर सेंटर हाफ मेरा लक्ष्य हमले और रक्षण , दोनों में मदद करना है। महिला हॉकी इंडिया लीग भारतीय हॉकी में क्रांति लाने जुटी है। नेहा ने कहा, ’मेरी उदीयमान नौजवान लड़कियों को बस यही सलाह है कि मौके को भुनाएं और मैदान पर पूरी शिद्दत से हॉकी खेल अपना जलवा दिखाएं। हमने महिला एचआईएल जैसे लीग के शुरू होने का लंबा इंतजार किया और अब आखिरकार अब यह शुरू होने जा रही है। नौजवान खिलाड़ी महिला एचआईएल जैसे मंच का इस्तेमाल अपना हॉकी कौशल बेहतर करने के लिए करे और अपने करियर के शुरू में अपनी चमक दिखाएं।‘