- अभी लंबा सफर तय करना है और व्यस्त लंबे सत्र से पहले बहुत सुधार करना है
- एफआईएच प्रो लीग से विश्व कप के लिए बेहतर ढंग से तैयार करने में मदद मिलेगी
- विश्व कप में मुकाबला चाहे किसी से भी, खुद को बेहतर ढंग से तैयार करना है
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : ‘रशर और ड्रैग फ्लिकर अमित रोहिदास भारतीय पुरुष हॉकी टीम के लिए करीब एक दशक तक कई यादगार प्रदर्शन कर उसके किले की सबसे मजबूत कड़ी बन चुके हैं। अमित रोहिदास बीते बरस में टोक्यो ओलंपिक में भारत को कांसा और हाल ही बर्मिंघम में सम्पन्न राष्ट्रमडल खेलों में रजत पदक जिताने में अहम रोल अदा किया। बावजूद इसके 29 बरस के ओडिशा के आदिवासी अंचल के सुंदरगढ़ जिले के साउनामरा गांव से बेहद गरीब पृष्ठïभूमित से आ हॉकी में अपनी एक अलग पहचान बनाने वाले अमित रोहिदास का मानना है कि भारत के आगामी व्यस्त हॉकी सत्र से पहले अभी भी उन्हें अपने खेल में बहुत सुधार करना है। अमित रोहिदास ने कहा, ‘बीते बरस टोक्यो ओलंपिक में कांसा और इस साल बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में रजत सहित कुल मिलाकर भारतीय पुरुष टीम की हॉकी यात्रा शानदार रही है।मैं खुद को खुशकिस्मत मानता हूं कि मैंन हॉकी के सबसे बड़े मंच पर भारत की इन दोनों में नुमाइंदगी कर उसे पदक जिताने में योगदान किया। मेरा मानना है कि अभी लंबा सफर तय करना है और व्यस्त लंबे सत्र से पहले बहुत सुधार करना है।’
भारतीय पुरुष हॉकी टीम फिलहाल अपना ध्यान बेंगलुरू में राष्ट्रय हॉकी शिविर में खुद को एफआईएच हॉकी प्रो लीग 2022-23 में भुवनेश्वर में अपने घर में 28 अक्टूबर से छह नवंबर तक न्यूजीलैंड और स्पेन के खिलाफ अपने मैचों के लिए तैयार करने पर ध्यान लगा रही है। अमित ने कहा, ‘ राष्टï्रीय शिविर के लिए साई, बेंगलुरू लौटने के बाद हमने बर्मिंघम राष्टï्रमंडल खेलों में अपने खेल का आकलन कर नई सोच के साथ ट्रेनिंग शुरू की। हमारा ध्यान फिटनेस, किले की चौकसी से लेकर फिनिशिंग सहित खेल के हर पहलू पर है। एफआईएच हॉकी प्रो लीग 2022-23 का सीजन एक नया सीजन होगा और हमारी निगाहें पूरी तरह इस पर लगी हैं। यह नया सीजन होगा , नई चुनौती होगी, हम इस नए प्रो लीग सीजन में अपने शुरुआती अपने घर में ही खेलेंगे। हम इसका लाभ उठाकर नए सीजन का दमदार आगाज करना चाहेंगे। एफआईएच प्रो लीग से हमें 2023 में होने वाले ओडिशा पुरुष हॉकी विश्व के लिए खुद को बेहतर ढंग से तैयार करने में मदद मिलेगी। हम इसी शुक्रवार को भुवनेश्वर में 2023 के एफआईएच ओडिशा पुरुष हॉकी विश्व कप पूल के निकाले वाले ड्रॉ को लेकर खासे रोमांचित है। मतलब साफ है कि हॉकी का सबसे बड़ा टूर्नामेंट अब दूर नहीं है। हमारे पास पुरुष हॉकी विश्व कप भुवनेश्वर और राउरकेला में होने वाले मैचों की तैयारी के लिए कुछ ही महीने बचे हैं। हमारा मुकाबला विश्व कप चाहे जिससे भी हो, हमें खुद को इसके लिए बढिय़ा ढंग से तैयार करना है। हमारा ध्यान खुद के खेल पर रहेगा। हमारे लिए लगातार दूसरी बारअपने घर में अपने ही दर्शकों के सामने विश्व कप में खेलने का यह बेहतरीन मौका है। हम विश्व कप के लिए पूरी तरह तैयार होना चाहते हैं।’
भारतीय पुरुष हॉकी टीम बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से 0-7 के बड़े अंतर से हार गई थी। राष्ट्रमंडल खेलों में भारत के अभियान की बाबत अमित रोहिदास ने कहा, ‘ हमने राष्टï्रमंडल खेलों में कुल मिलाकर खासा बढिय़ा प्रदर्शन किया और मेरा मानना है कि हम फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बेहतर प्रदर्शन कर सकते थे। हमने फाइनल में कई गलतियां की और अपनी योजना को अमली जामा नहीं पहना सके लेकिन अतीत की बाबत ही ही चर्चा करते रहने की जरूरत नहीं है। हम अपना ध्यान फाइनल से जो सीखा उस पर लगा रहे हैं और अपने पूरे अभियान पर लगा रहे हैं।’