- टीम क्षमता के मुताबिक खेले तो बड़े मंचों पर जीत सकती है
- निगाहें ओलंपिक व राष्टï्रमंडल खेलों में सर्वश्रेष्ठï हॉक खेलने पर
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : अनुभवी गोलरक्षक सविता पूनिया की अगुआई में भारत की महिला हॉकी टीम ने हाल ही में बर्मिंघम में सम्पन्न राष्टï्रमंडल खेलों में 16 बरस के लंबे अंतराल के बाद कांसे के रूप में फिर पदक जीता। ं सोनीपत (हरियाणा) के बेहद गरीब परिवार से आने वाली 27 वर्षीया मिडफील्डर निशा वारसी भारतीय महिला हॉकी टीम को राष्टï्रमंडल खेलों में कांसा जिताने में योगदान करने पर बेहद रोमांचित हैं।
निशा वारसी ने कहा, ‘ बर्मिंघम राष्टï्रमंडल खेलों का यह कांसा मेरे लिए हमेशा खास रहेगा क्योंकि बड़े टूर्नामेंटों में पदक जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम का हिस्सा बनना हमेशा मेरा सपना रहा है। हमारी निगाहें और कोशिश हमेशा ही ओलंपिक और राष्टï्रमंडल खेलों से अपनी सर्वश्रेष्ठï हॉकी खेलने पर रहती हैं। हमें खुशी है कि हमारी महिला हॉकी टीम राष्ट्रमंडल खेलों में बर्मिंघम अच्छा प्रदर्शन करने में कामयाब रही। 2019 में जब से मैं भारतीय टीम से जुड़ी हूं टीम बराबर मजबूत हुई है। मुझे पूरी उम्मीद है कि हम भविष्य में बतौर टीम और बेहतर होते रहेंगे। राष्टï्रमंडल खेलों में भारत को कांसा जिताने से मेरा आत्मविश्वास बहुत बढ़ा है। मैं खुद को खुशकिस्मत मानती हूं कि मैं राष्टï्रमंडल खेलों में कांस्य जीतने वाली टीम का हिस्सा हूं। राष्टï्रमंडल खेलों के दौरान टीम के रूप में हमारा तालमेल बहुत बढिय़ा रहा। भारतीय टीम की कामयाबी का हिस्सा बनना बहुत अच्छा है। आगामी टूर्नामेंटों के लिए भारतीय टीम को और बेहतर बनाने के क्रम में मैं और मेहनत जारी रखूंगी।’
भारतीय महिला हॉकी टीम का राष्ट्रय शिविर 29 अगस्त, 2022 को साई , बेंगलुरू में शुरू होगा। शिविर में वापस लौटने की बाबत निशा ने कहा, ‘ हमारा ध्यान अब बर्मिंघम राष्टï्रमंडल खेलों में की गई गलतियां को दूर कर अपना खेल और बेहतर करने पर रहेगा। हमारी टीम सही दिशा में बढ़ रही है। हमारी टीम यदि अपनी पूरी क्षमता के मुताबिक खेली तो बड़े मंचों पर पदक जीतना शुरू कर सकती है। हमारी टीम का मैदान पर तालमेल बहुत अच्छा है। मौजूदा भारतीय हॉकी टीम का हिस्सा बन कर बहुत खुश हूं।’