- इंग्लैंड के खिलाफ अतीत के मैचों की बाबत बहुत चिंतित होने की जरूरत नहीं
- हम इंग्लैंड की चुनौती के लिए तैयार हैं
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : अनुभवी गोलरक्षक ओलंपियन सविता पूनिया की अगुआई वाली भारतीय टीम 15वें एफआईएच महिला हॉकी विश्व कप में एम्सटर्डम (नीदरलैंड) में अपने अभियान का आगाज पूल बी में रविवार को इंग्लैंड के खिलाफ मैच से करेगी। भारत के लिए चाहे ओलंपिक खेल हों, विश्व कप या फिर राष्टï्रमंडल खेल इंग्लैंड से पार पाना पहेली सा बन गया है। भारत ने इंग्लैंड से 2018 में लंदन में महिला विश्व कप राउंड रॉबिन लीग मैच एक-एक से ड्रा खेला और बीते बरस टोक्यो ओलंपिक में बेहद करीबी मैच में ब्रिटेन से 3-4 से हार गया था। इस महिला विश्व कप में ब्रिटेन की टीम इंग्लैंड के रूप में उतरेगी। भारत ने गोल्ड कोस्ट में हुए राष्टï्रमंडल खेलों में लीग मैच में 2-1 से हराया वहां भी कांस्य पदक मुकाबले में उससे हार गया था। भारत ने 2006 में विश्व कप में इंग्लेंड से मैच एक एक से ड्रॉ से ड्रॉ खेला लेकिन 1998 के संस्करण में 0-1 से हार गया था।
भारत की कप्तान सविता पूनिया ने इंग्लैंड के खिलाफ रविवार को एम्सटर्डम में पूल बी के अपने पहले मैच की पूर्व संध्या पर शनिवार को कहा, हमारे और इंग्लैंड के बीच मैच पिछले तीन चार बरस में मैच बेहद करीबी रहे हैं। दोनों टीमों के बीच खासी प्रतिद्वंद्विता कायम हो चुकी हैं। हमारे लिए इंग्लैंंड के खिलाफ अतीत में मैचों में जो कुछ हुआ उस बाबत ज्यादा चिंतित होने की जरूरत नहीं है। अब हमारा लक्ष्य महिला हॉकी विश्व कप में बढिय़ा आगाज करना है। हम इंग्लैंड की चुनौती के लिए तैयार हैं। हम बतौर टीम में इंग्लैंड के खिलाफ मैच में अपने खेल पर ध्यान लगाएंगे।हमारी कुछ खिलाड़ी इंग्लैंड की बेहद मुस्तैद गोलरक्षक मैडी हिंज को चुनौती देना चाहती है। इंग्लैंड के पास लौरा अंसवर्थ, जिसेली एंसले, कप्तान हॉली पर्ल वैब और लिली ऑवस्ले के रूप में बेहद अनुभवी खिलाड़ी हैं जो कि हमारे खिलाफ अपना सर्वश्रेष्ठï खेल दिखाने में कसर नहीं छोड़ेगी।
उन्होंने कहा, ‘ हमारे लिए इंग्लेंड के खिलाफ अतीत में मै कुछ हुआ उस बाबत ज्यादा चिंतित होने की जरूरत नहीं है। हमें उम्मीद है नीदरलैंड में भारतीय समुदाय के लोग हमारे विश्व कप के मैचों को देखने के लिए आएंगे और हमारा हौसला बढ़ाएंगे।। हमने एफआईएच प्रो लीग में रॉटरडम में भी देखा था कि वे भारतीय समुदाय के बहूत लोग हमारे मैच देखने आएं थे।’
विश्व कप में पदक जीतने के लिए भारतीय टीम को तालमेल से खेलना होगा
भारत और इंग्लैंड के बीच ज्यादातर मैच करीबी और संघर्षपूर्ण रहे हैं। भारत 2018 में पिछले महिला विश्व कप के क्वॉर्टर फाइनल में पहुंचा था लेकिन तब निर्धारित समय में एक-एक की बराबरी के बाद आयरलैंड से शूटआउट में 1-3 से हार गया। भारत का महिला हॉकी विश्व कप में सर्वश्रेष्ठï प्रदर्शन फ्रांस में इसके 1974 में पहले संस्करण में है चौथा स्थान है। भारत को इस बार महिला हॉकी विश्व कप में पदक जीतने की हसरत पूरी करनी है तो खुद कप्तान गोलरक्षक सविता पूनिया को मुस्तैदी से किले की चौकसी करनी ही होगी उनके साथ स्ट्राइकर वंदना कटारिया, ललरेमसियामी, नवनीत कौर और नेहा गोयल जैसी अनुभवी मिडफील्डरों को बेहतरीन तालमेल से दिखाना ।