- प्रो लीग मैचों से यह जानने में मदद मिलेगी, कहां क्या सुधार की जरूरत
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : देश के सबसे भरोसेमंद मिडफील्डर सुमित फिलहाल साई, बेंगलुरू में भारत के 39 कोर ग्रुप के हॉकी संभावितों के राष्टï्रीय शिविर में पसीना बहा रहे हैं। भारत के कोर ग्रुप के संभावितों का यह राष्टï्रीय हॉकी शिविर टीम के यूरोप दौरे के लिए रवाना होने से पहले 21 मई को खत्म होगा। भारतीय टीम अपने यूरोप दौरे में बेल्जियम, ब्रिटेन, नीदरलैंड और अर्जेंटीना के खिलाफ एफआईएच पुरुष हॉकी प्रो लीग 2022-2023 सीजन के बचे हुए मैच खेलेगी। सुमित ने कहा, ‘हमारा लक्ष्य 2023 के हांगजू एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीत सीधे 2024 के पेरिस ओलंपिक के लिए क्वॉलिफाई करना है।’
सुमित आठ बार की ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता भारत की टोक्यो ओलंपिक में चार दशक से ज्यादा के बाद कांसे के रूप में अपना पहला पदक जीतने वाली टीम का हिस्सा थे। सुमित को इसके बाद 2023 में भुवनेश्वर-राउरकेला में हुए एफआईएच हॉकी विश्व कप के लिए नजरअंदाज कर दिया गया था। सोनीपत (हरियाणा) के बाशिंदे सुमित ने एफआईएच पुरुष हॉकी प्रो लीग 2022-23 के राउरकेला चरण में भारत की ऑस्ट्रेलिया तथा मौजूदा विश्व कप चैंपियन जर्मनी पर दो बाद जीत में अहम भूमिका निभा फिर से आगे हांगजू(चीन) में होने वाले एशियाई खेलों के लिए टीम में वापसी का मजबूत दावा पेश किया है।
सुमित ने राउरकेला में एफआईएच पुरुष हॉकी प्रो लीग 2022-23 से भारतीय टीम में वापसी करने और अपनी प्रदर्शन की बाबत कहा, ‘मैं राउरकेला में प्रो लीग में भारत के लिए सभी मैचों डिफेंसिव मिडफील्डर के रूप खेला और इससे मुझे एकदम साफ सोच के कारण बेहतर खेलने में मदद मिली। दरअसल पहले मेरी सोच इस तरह साफ नहीं थी क्योंकि तब मैं एक नहीं कई अलग-अलग पॉजिशन पर खेलता था। साथ ही चूंकि मैंने काफी समय बाद भारतीय टीम में वापसी की थी और इसीलिए मैं इस मौके का पूरा लाभ उठाकर अपना सर्वश्रेष्ठï प्रदर्शन करने को बेताब था। यूरोप में आगामी 2022-2023 प्रो लीग हमारी टीम के लिए चेन्नै में अगस्त में होने वाली हीरो एशियन चैंपियंस ट्रॉफी 2023 और सितंबर 2023 में हांगजू एशियाई खेलों की तैयारी मैच होंगे। हम इसीलिए यूरोप में एफआईएच प्रो लीग मैचों में अपना सर्वश्रेष्ठï प्रदर्शन करने की पुरजोर कोशिश करेंगे। साथ ही यूरोप में प्रो लीग मेचों से हमें अपने टीम स्ट्रक्चर और खिलाडिय़ों के बीच बेहतर समझ बनाने में मदद मिलेगी। इन मैचों से हमें यह समझने भी मदद मिलेगी कि हमें अपने खेल में कहां क्या सुधार की जरूरत है।’