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खेल
भारत ने किया वेस्ट इंडीज का सूपड़ा साफ, वन डे सीरीज 3-0 से जीती
भारत ने तीसरा व अंतिम वन डे डकवर्थ लुइस नियम से 119 रन से जीता भारत की जीत में शुभमन, शिखर व युजवेंद्र चहल चमके कप्तान पूरन और किंग को…
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आलेख
माले-मुफ़्त और दिले-बेरहम
डॉ वेदप्रताप वैदिक उर्दू में एक कहावत है कि माले-मुफ़्त और दिले-बेरहम! इसे हमारे सभी राजनीतिक दल चरितार्थ कर रहे हैं याने चुनाव जीतने और सस्ती लोकप्रियता प्राप्त करने के…
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आलेख
प्रकृति से जुड़ाव का पर्व है श्रावणी तीज
रमेश सर्राफ धमोरा वर्षा ऋतु में श्रावण के महीने में हमारे देश में चारों तरफ पानी बरसता रहता है। इस दौरान चारों तरफ हरियाली ही हरियाली नजर आती है। हरियाली…
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आलेख
हाथियों और इंसान के बीच बढ़ता संघर्ष
प्रभुनाथ शुक्ल मानव जितना सभ्य हुआ उससे कई गुना स्वार्थी बन गया। वह सहयोगी और सहचर जंगली जानवरों पर जरूरत से अधिक क्रूर हो चला। उसे तनिक भी ख्याल नहीं…
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आलेख
राष्ट्रीयकृत बैकों का निजीकरण कितना उचित होगा
विनोद तकियावाला भारत अपनी आजादी के 75 वर्षो मेंअमृत महोत्सव मना रहा है वही इस अमृत काल में केंद्र सरकार द्वारा कई योजना ‘ सरकारी कार्यक्रम व f मनाने में…
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आलेख
अभिनव पहल : जोधपुर जिले में सुरक्षित मातृत्व का महा अभियान शुरू
आकांक्षा पालावत जोधपुर जिले भर की गर्भवती महिलाओं के लिए गुरुवार का दिन किसी उत्सव से कम नहीं रहा, जब जिले में इन महिलाओं की सेहत का ख्याल रखने के…
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आलेख
सबसे बड़ा पुण्य का काम है प्रकृति संरक्षण
विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस हर साल 28 जुलाई को मनाया जाता है ताकि यह पहचाना जा सके कि एक स्वस्थ पर्यावरण एक स्थिर और उत्पादक समाज और आने वाली पीढ़ियों…
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आलेख
कौन लगाएगा मुफ्तखोरी के अपराध पर अंकुश ?
सीता राम शर्मा ” चेतन “ सर्वोच्च न्यायालय को लेकर देश की जनता के मन-मस्तिष्क में कैसी धारणा है ? निर्वाचन आयोग पर जनता को कितना भरोसा है ? केंद्र…
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राज्य
आकाशीय बिजली जैसी आपदा का सटीक पूर्वानुमान से हानि को न्यूनतम स्तर पर लाने पर है सरकार का फोकस
रविवार दिल्ली नेटवर्क लखनऊ : आकाशीय बिजली जैसी दैवीय आपदा को टाला नहीं जा सकता लेकिन समय रहते सटीक पूर्वानुमान से इससे होने वाली जन, पशु व धन की हानि…
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आलेख
भारतीय लोकतंत्र की बड़ी कमजोरी बनता जा रहा है हंगामा
ललित गर्ग संसद का मानसून सत्र भारी हंगामे की भेंट चढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है, कोई ठोस कामकाज अथवा राष्ट्रीय महत्व के विषयों पर सार्थक चर्चा न होना विपक्ष…
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