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आलेख
भारत: आत्म बल से आगे बढ़ता राष्ट्र
प्रो. महेश चंद गुप्ता भारत ने हाल ही में जिस ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है, वह केवल एक सैन्य ऑपरेशन नहीं बल्कि उसकी रणनीतिक सोच, वैश्विक दृष्टिकोण और…
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मनोरंजन
1000 साल बाद भी पृथ्वीराज चौहान की जन्मभूमि आबाद है-विक्रांत मैसी
मुंबई (अनिल बेदाग) : इतिहास के पास हमें बताने को बहुत कुछ है कि हमने क्या-क्या झेला है। भले ही किताबों और दूसरी तरह के ज्ञान के ज़रिए लोग अतीत…
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आलेख
हर घर का वह बेवकूफ बड़ा बेटा
डॉ. सत्यवान सौरभ हर घर की दीवारें अपने भीतर बहुत कुछ समेटे होती हैं—खुशियाँ, तकरार, उम्मीदें और त्याग। लेकिन उन सबके बीच कहीं एक चुपचाप जीता हुआ बेटा होता है,…
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मनोरंजन
क्या आप जानते हैं कि आलिया भट्ट, शाहिद कपूर और विक्की कौशल रैम्प पर चलने के लिए कितनी फीस लेते हैं?
मुंबई (अनिल बेदाग) : ये कोई राज़ नहीं है कि बॉलीवुड सितारे सिर्फ़ पर्दे पर ही नहीं, बल्कि रैम्प पर भी धूम मचा सकते हैं। हालांकि इस बात पर बहस…
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राज्य
रोग बदलूं कि मैं दवा बदलूं
दीपक कुमार त्यागी जश्ने अदब द्वारा इंडिया इंटरनेशन सेंटर में भव्य कवि सम्मेलन का हुआ आयोजन नई दिल्ली : जश्ने अदब द्वारा इंडिया इंटरनेशन सेंटर, नई दिल्ली के सभागार में…
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आलेख
केरल में भारत माता का अपमान यह केवल चित्र नहीं देश की आत्मा पर चोट है!
अजय कुमार भारत माता… एक ऐसा नाम, एक ऐसा भाव, जो करोड़ों भारतीयों के दिल की धड़कन है। जब कोई “भारत माता की जय” बोलता है, तो ये केवल एक…
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आलेख
भारतीय इंजीनियरिंग का अनोखा, नायाब नमूना है चिनाब ब्रिज !
सुनील कुमार महला हाल ही में हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर को चिनाब पुल का उद्घाटन करके एक बड़ी सौगात दी है। पाठकों को जानकारी देना चाहूंगा…
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आलेख
डॉ. रामअवतार किला जिनकी हर पात में सेवा एवं संवेदना की झंकार हैं
ललित गर्ग आप एक सेतु बन सकते हैं, जीवन-मुस्कान का, जिन्दगी बचाने वाला एवं सेवा करने वाला पुल। हम एक साथ मिलकर जीवन को बचा सकते हैं, जीवन में आने…
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आलेख
विजय गर्ग: सेवा, सृजन और साधना की मिसाल
विजय गर्ग, पंजाब के फातुही खेड़ा गांव से निकले एक समर्पित शिक्षक, लेखक और समाजसेवी हैं। उन्होंने शिक्षा विभाग में 24 वर्षों तक गणित पढ़ाया, 125 से अधिक पुस्तकें लिखीं,…
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आलेख
साहित्यकार को नोबेल पुरस्कार
डॉ. सतीश “बब्बा” इतने सारे हूकर, इतनी सारी गाड़ियां; जिसमें लाल, हरी, पीली बत्तियों से लैस तीव्रगामी दौड़ती हुई आ रही थीं। बेचारा साहित्यकार घबड़ाना भूल गया था जो उसके…
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