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आलेख
कहां तक पहुंची हिंदी राजभाषा राष्ट्रभाषा या वैश्विक भाषा?
“हिंदी आज भी मंच की शेरनी है और दफ्तर की बकरी ! जो नेता इसके नाम पर गरजते हैं, और सचिवालय में वही अंग्रेज़ी की दुम हिलाते रहते हैं! डॉ…
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राज्य
राष्ट्र की प्रगति के लिए एक राष्ट्र एक चुनाव को स्वीकार करना होगा : सरदार एस पी सिंह
रविवार दिल्ली नेटवर्क ग़ाज़ियाबाद : गाजियाबाद के गोविंदपुरम स्थित जीत एकेडमी में “वन नेशन वन इलेक्शन” विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में…
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आलेख
हिंदी भाषा सभी समुदायों धर्मों संस्कृतियों को एक सूत्र में बांधने का कार्य करती है
हिंदी केवल एक भाषा ही नहीं बल्कि भारतीय संस्कृति परंपरा में जीवन शैली का अभिन्न हिस्सा है प्राचीन भारत में साहित्य कला एवं संस्कृति में हिंदी का अभिन्न योगदान है…
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खेल
भारत अब पाक को भी हरा लगातार दूसरी जीत के साथ सुपर 4 में स्थान बनाने उतरेगा
बड़ा सवाल क्या दुबे की जगह भारत अर्शदीप को एकादश में जगह देगा?बेशक भारत जीत का दावेदार, पर पाक को हल्के में कतई नहीं लेगा सत्येन्द्र पाल सिंह नई दिल्ली…
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अंतर्राष्ट्रीय
ट्रंप के बदले तेवर के पीछे की असल कहानी क्या है ?
अशोक भाटिया अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कब क्या कहेंगे, और उनका अगला कदम क्या होगा, ये किसी को पता नहीं होता। जब से ट्रंप दूसरी बार अमेरिका के राष्ट्रपति बने…
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आलेख
हिंदी में इठलाने और इतराने का सीजन
विनोद कुमार विक्की हिंदी पखवाड़ा के दौरान वैसे अहिंदी भाषी को भी राजभाषा पर इठलाने और इतराने का सौभाग्य प्राप्त होता है, जिनके गृहस्थी की साईकिल आजीवन क्षेत्रीय भाषा और…
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आलेख
हिंदी की वैश्विक स्वीकार्यता के बावजूद देश में उपेक्षा क्यों?
ललित गर्ग हिंदी दिवस केवल एक औपचारिक आयोजनात्मक अवसर नहीं, बल्कि हमारी भाषाई अस्मिता राष्ट्रीयता और सांस्कृतिक आत्मगौरव का प्रयोजनात्मक प्रतीक है। विश्व की सर्वाधिक बोली जाने वाली तीसरी भाषा…
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