- पंत ने गलत शॉट खेला, यशस्वी को विवादास्पद ढंग से आउट दिलाने पर उठे सवाल
- भारत आखिरी सत्र में सात विकेट गंवा चौथा टेस्ट 184 रन से हारा
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : नौजवान सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल (84 रन, 208 गेंद, 8 चौके) और ऋषभ पंत (30 रन, 104 गेंद, दो चौके) की चौथे विकेट की 88 रन की भागीदारी के बावजूद भारत मेलबर्न मे जीत के लिए दूसरी पारी में 340 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 79.1 ओवर में 155 पर आउट होकर पांच टेस्ट मैचों की बॉर्डर गावसकर ट्रॉफी का चौथा क्रिकेट टेस्ट मैच पांचवें और अंतिम दिन सोमवार को 184 रन से हार कर सीरीज में 1-2 से पिछड़ गई। भारत लंच तक अपनी दूसरी पारी में शुरू के तीन विकेट 33 रन पर गंवाने के बाद चायकाल के समय तीन विकेट पर 112 रन बना टेस्ट ड्रॉ कराने की ओर बढ़ रहा लेकिन सबसे पहले ऋषभ पंत ने बेवजह कामचलाउ ऑफ स्पिनर ट्रेविज हेड की गेंद को पुल करने की कोशिश में मिचेल मार्श को कैच थमा भारत ने चौथा विकेट 121 रन पर क्या खोया की विकेट की झड़ी लग गई और उसे इसके अंतिम सत्रबाकी के अंतिम सात विकेट 34 रन जोड़ कर खो दिए। बेशक ऋषभ पंत मैच की नजाकत को दनकिनार कर चायकाल के बाद जिस तरह का शॉट खेल कर आउट हुए उसके लिए उनकी आलोचना वाजिब है। यशस्वी को तीसरे अंपायर द्वारा शरफुद्दौला के विवादास्पद ढंग से आउट दिए जाने पर जरूर सवाल उठा रहे हैं क्योंकि कमिंस की गेंद पुल करने पर स्नोकोमीटर में कुछ नहीं आया
पहली पारी में बदकिस्मती से 82 रन बना रनआउट होने वाले सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल को भारत की दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया के सबसे कामयाब तेज गेंदबाज कप्तान मैन ऑफ द मैच पैट कमिंस की गेंद पर मैदानी अंपायर जो विल्सन द्वारा नाटआउट दिए जाने और आकाशदीप को स्कॉटलैंड बोलेंड(3/39) को भी नॉटआउट दिए जाने के फैसले को पलट कर तीसरे अंपायर बांग्लादेश के शरफुद्दौला के आउट दिए जाने के फैसले विवादास्पद रहे। तीसरे अंपायर शरफुद्दौला ने स्नोकोमीटर का इस्तेमाल किया लेकिन इसमें बल्ले, दस्ताने अर किसी तरह के संपर्क नहीं दिखा लेकिन बावजूद कैरी के हाथों विकेट के पीछे आउट दिया जाना वाकई उन्हें सवालों के घेरे में खड़ा करता है।भारत के महानतम सलामी बल्लेबाज सुनील गावसकर ने स्टार स्पोटर्स में बातचीत में कहा कि ऋषभ पंत ने लंच और चायकाल तक जिस समझदारी और धैर्य से बल्लेबाजी की उसे चाय के बाद पहले ड्रंक तक भी जारी रखते तो भारत जरूर यह टेस्ट बचा सकता था। गावसकर और इरफान पठान का मानना था कि तीसरे द्वारा यशस्वी को आउट दिए जाने के फैसले में तकनीक के इस्तेमाल में एकरुपता होनी चाहिए थी अर स्नीकोमीटर का इस्तेमाल किया जाना चाहिए था।
भारत के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह (5/57) ने पांचवें दिन सुबह सोमवार सुबह तेज से गेंद को ाअंदर की मूव करा नाथन लायन (41 रन,90 गेंद, चार चौके) को उनके चौथे दिन के स्कोर पर बोल्ड कर सुबह 82 ओवर में नौ विकेट पर 228 रन से आगे खेलना शुरू करने वाली ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी 83.4 ओवर में 234पर समेट दी। स्कॉट बोलैड 74 गेंद खेल दो चौकों की मदद से 1रन बना नॉटआउट रहे। लायन ने बोलैंड क साथ आखिर विकेट के लिए 61 रन की बेशकीमती भागीदारी की।
पहली पारी में 105 रन की बढ़त लेने वाली ऑस्ट्रेलिया ने भारत के सामने जीत के लिए दूसरी पारी में 340 रन बनाने का लक्ष्य रखा । भारत ने अपनी दूसरी पारी के शुरू में लंच से पहले मात्र 33 पर तीन और फिर वायकाल तक तीन विकेट पर 112 रन बनाने के बाद 19 रन के भीतर चार विकेट और गंवाए और वह गहरे संकट में फंस गया। यशस्वी जायसवाल के साथ कप्तान रोहित शर्मा ने भारत की दूसरी पारी की लेकिन बेहद असमंजस में दिखे। रोहित शर्मा (9 रन, 40 रन) संयम के साथ आगाज करने के बाद अचानक धैर्य खोकर अपने ऑस्ट्रेलिया समकक्ष तेज गेंदबाज पैट कमिंस की कोण बनाती गेंद को उड़ाने गए और मिड विकेट पर मिचेल मार्श को कैच थमा बैठे और भारत ने पहला विकेट 18 वेंओवर की पहली गेंद पर 25 रन पर खो दिया। केएल राहुल (0 रन, 5 गेंद) कमिंस के इसी ओवर की आखिरी ऑफ स्टंप पर गिर कर जरा बाहर निकलती गेद पर बल्ला चला स्लिप मे उस्मान ख्वाजा को कैच थमा और भारत ने अपना दूसरा विकेट भी 25 रन पर ही दिया। विराट कोहली (5 रन, 29 गेद) ने बाएं हाथ के तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क की ऑफ स्टंप पर गिर कर बाहरी जाती गेंद पर कवर ड्राइव करने की कोशिश में उस्मान ख्वाजा को पहली स्लिप में कैच थमा दिया और भारत ने तीसरा विकेट 33 रन पर गंवा दिया।
पहली पारी में बदकिस्मती से 82 रन बना रन आउट होने वाले यशस्वी जायसवाल और ऋषभ पंत ने भारत को चायकाल तक दूसरी पारी में तीन विकेट पर 112 रन पर पहुंचा टेस्ट बचाने की उम्मीद जगाई। ऋषभ पंत (30) ने चायकाल के बाद बेवजह संयम खोया और कामचलाउ ऑफ स्पनिर ट्रेविज हेड की गेंद को पुल करने की कोशिश की और मिचेल मार्श को लॉन्ग ऑन पर कैच थमा दिया और भारत ने चौथा विकेट 121 रन पर खो दिया । भारत के स्कोर में छह रन ही और जुड़े थे कि रवींद्र जडेजा (2 रन, 14 गेंद) ने स्कॉट बोलैंड की उठती गेंद पर अपना बल्ला अलग नहीं कर पाए और विकेटकीपर कैरी को कैच थमा बैठे। पहली पारी में अपने करियर का पहला शतक जड़ने वाले नीतिश रेड्डी (1 रन, 5 गेंद) स्पिन हो ऑफ स्टंप से बाहर निकलती गेंद को रक्षात्मक ढंग से खेलने की कोशिश में पहली स्लिप में स्मिथ को कैच थमा बैठे और भारत ने छठा विकेट 130 पर खो दिया। एक छोर थामे लंगर डाले खेल रहे सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल (84 रन, 208 गेंद, 8 चौके) ने तेज गेंदबाज पैट कमिंस की की शार्ट गेंद को पुल करने की कोशिश की इस पर अंपायर ने उन्हें आउट नहीं दिया लेकिन तीसरे अंपायर ने विवादास्पद ढंग से उन्हें विकेटकीपर कैरी के हाथों कैच आउट किया और भारत ने सातवां विकेट 140 रन पर खो दिया। आकाशदीप( 7 रन, 17 गेंद, एक चौका) ने स्कॉट बोलैंड की गेंद को फ्लिक करने की और फॉरवर्ड यॉर्ट ले पर हेड ने गेंद को लपका अंपायर विल्सन ने इस पर आउट नहीं दिया लेकिन तीसरे अंपायर ने बांग्लदेश के शरफुद्दौला ने उनका फैसला पलट उन्हें आउट दे दिया और भारत ने आठवां विकेट 150 रन पर खो दिय। जसप्रीत बुमराह (0 रन, 7 गेद) ने बोलेंड की गेंद पर :स्मिथ को आउट कर भारत का स्कोर नौ विकेट पर 154 कर दिया। भारत के :स्कोर में एक रन ही और जुड़ा कि मोहम्मद सिराज (0 रन, 2 गशंद) को ऑफ स्पिनर नाथन लायन (2 ने, एलबीडल्ब्यू आउट कर भारत की पारी 155दपर समेट ऑस्ट्रेलिया को टेस्ट जिता दिया,
ऋषभ को टीम और मैच की स्थिति के मुताबिक अपना खेल समझना होगा : रोहित शर्मा
भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने अपनी टीम की ऑस्ट्रेलिया के हाथों चौथे टेस्ट मैच में हार के बाद कहा, ’ऑस्ट्रेलिया में खेलना आसान नहीं होता है।हम चौथा टेस्ट ड्रॉ करा सकते थे। हम बेशक हार से निराश हं और हम आखिरी तक लड़ना चाहते थे। अगर आप पूरे चौथे टेस्ट पर निगाह डाले तो पाएंगे की हमें मौके मिले हम उन्हें भुना नहीं पाए। ऋषभ को टीम और मैच की स्थिति के मुताबिक अपना खेल समझना होगा। ऋषभ पंत कसे समझबूझ कर जोखिम उठाना होगा।जहां तक यशस्वी को तीसरे अंपायर द्वाराआउट दिए जाने की बात है तो तकनीकी रूप से कुछ नहीं दिखा लेकिन आखों से देखने पर लगा की गेंद कहीं किस चीज का छू रही थी। हमें अपने गेंदबाजां की अच्छी फॉर्म का लाभ उठाने की जरूरत है। नीतिश रेड्डी ने अपनी काबलियत दिखाई और मेरा मानना है कि वह भारत के लिए तीनों फॉर्मेट में खेलेंगे। ऑस्ट्रेलिया की चौथे टेस्ट की जीत में उसकी आखिरी विकेट की भागीदारी ने संभवत: हमसे मैच छीन लिया। ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने बढ़िया गेंदबाजी की। जसप्रीत बुमराह ने बेहतरीन गेंदबाजी की हां उन्हें दूसरे छोर से वैसा सहयोग नहीं मिला। बावजूद इसके मैं कहूंगा कि बुमराह के साथ मोहम्मद सिराज अैर आशदीप हमारे तीन फ्रंट लान तेज गेंदबाज हैं। सिराज को भले बहुत विकेट इस टेस्ट सीरीज मं नहीं मिले लेकिन उन्होंनश पूरे दिल जिगर से गेंदबाजी की। बाद में पिच धीमी हा रही थी। हम समय कश साथ स्थिति के मुताबक खेली। पांचवें दिन हमारे पास ऑस्ट्रेलिया द्ारा जीत के लिए रखा लक्षय आसान नहीं था हमने अपने बल्लेबाजों को समय और स्थिति के मुताबिक सकारात्मक रहते हुए बल्लेबाजी को कहा था। जब गिल को हमने चौथे टेस्ट के लिए एकादश से बाहर रखा ता मैंने खुद उनसे बात की थी हमने उन्हें टीम से बाहर नहीं किया लेकिन टेस्ट की जरूरत के मुताबिक फैसला लिया है। यह टीम में सबको समझना होगा कि कुछ फैसले टेस्ट और स्थान की जरूरत के मुताबिक लिए जाते हैं।