रविवार दिल्ली नेटवर्क
भोपाल : एम्स भोपाल के बाल रोग विभाग ने अस्पताल में कैंसर का इलाज करा रहे बच्चों के साथ दिवाली का पर्व मनाकर उन्हें घर जैसा एहसास दिलाया। एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) अजय सिंह ने इस अवसर पर कहा, “हमारी टीम हमेशा प्रयास करती है कि इन बच्चों को घर जैसा माहौल महसूस हो, खासकर ऐसे कठिन समय में। दिवाली आशा और प्रकाश का पर्व है, और आज हमने इन्हीं बच्चों की जिंदगी में थोड़ी रौशनी लाने की कोशिश की है। इन बच्चों की हिम्मत और खुशियां हमें प्रेरित करती हैं। मैं इन सभी बच्चों और उनके परिवारों के स्वस्थ और सुखद भविष्य की कामना करता हूँ।”लंबे समय से अस्पताल में रह रहे इन बच्चों के लिए यह आयोजन एक विशेष अनुभव लेकर आया, जिसमें त्योहार की खुशियों का माहौल था। इस दौरान नन्हें मरीजों ने नर्सिंग स्टाफ और डॉक्टरों के साथ गाना गाया और कविता पाठ किया, जिससे खुशी और उमंग का माहौल बन गया । बच्चों के लिए स्वादिष्ट केक का भी इंतज़ाम किया गया, और ‘कैनकिड्स-किड्सकैन’ संस्था की ओर से उन्हें उपहार भी दिए गए। वार्ड को रंगोली और दीपों से सजाया गया, जिसमें बच्चों के माता-पिता और स्टाफ का विशेष योगदान रहा ।बाल रोग विभाग की प्रमुख, प्रोफेसर (डॉ.) शिखा मलिक ने सभी बच्चों और उनके परिजनों को दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने इस आयोजन को सफल बनाने में सहयोग देने वाले बाल ऑन्कोलॉजी स्टाफ – सुश्री कंचना भारम्बे, सुश्री भारती, सुश्री प्रिया, श्री प्रशांत, और सुश्री सविता के प्रयासों की सराहना की। इस आयोजन ने बच्चों के चेहरों पर मुस्कान और आशा की किरण जगाई और एम्स भोपाल के मरीज-केंद्रित देखभाल के प्रति संकल्प को फिर से सिद्ध किया।