- अयोध्या धाम को 17वीं यात्रा ग्राम सकरा से हुई रवाना
- सरोजनीनगर: ग्राम सकरा से रवाना हुई 17वीं ‘रामरथ श्रवण अयोध्या यात्रा’, वृद्धजनों ने किए रामलला के दर्शन
- आस्था का सम्मान और वृद्धजनों की सेवा सर्वोपरि, निरंतर संचालित रहेगी ‘रामरथ श्रवण अयोध्या यात्रा’ : डॉ. राजेश्वर सिंह
- वृद्धजनों को रामलला के दर्शन कराने हेतु निरंतर संचालित है निःशुल्क ‘रामरथ श्रवण अयोध्या यात्रा’
रविवार दिल्ली नेटवर्क
लखनऊ : भारतीय संस्कृति के संरक्षण-संवर्धन हेतु सदैव तत्पर सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह आस्था के सम्मान और वृद्धजनों की सेवा को भी सर्वोपरि मानते हैं जिसका सर्वश्रेष्ठ उदाहरण है उनके द्वारा प्रारंभ की गई रामरथ श्रवण अयोध्या यात्रा’ जो मुख्यतः वृद्धजनों को तीर्थ यात्रा कराने के लिए निरंतर संचालित की जाती है। डॉ. राजेश्वर सिंह द्वारा प्रारंभ यह अभिनव पहल आज एक वृह्द रूप ले चुकी है जिसके अंतर्गत अब तक हजारों की संख्या में सरोजनीनगर के वृद्धजन, माताएं-बहनें तीर्थ यात्रा कर चुके हैं। इस नि:शुल्क रामरथ श्रवण अयोध्या यात्रा’ की लोग देश भर में प्रशंसा कर रहे हैं।
सोमवार को 17वीं ‘रामरथ श्रवण अयोध्या यात्रा’ को ग्राम सकरा से संचालित किया गया। अयोध्या में रामलला के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं से भरी बस अयोध्या के लिए रवाना हुई। पूरी यात्रा के दौरान लगातार भक्ति गीत और भजनों को सुना कर श्रद्धालुओं को भक्ति के रंग से सराबोर रखा गया। साथ ही उन्हें विधायक के विकास कार्यों से संबंधित वीडियो भी दिखाई गई। उपस्थिति वालंटियर्स ने सभी वृद्धजनों के खाने-पीने से लेकर हर प्रकार की सुविधा का ध्यान रखा। अयोध्या पहुंचने के उपरांत वृद्धजनों की सुविधा के लिए उन्हें ऑटो से मंदिर स्थल तक ले जाया गया।
मंदिर पहुंचकर सभी ने रामलला के दर्शन किए और मंदिर निर्माण कार्य देखा। वापसी में सभी को श्रीमद्भगवद्गीता की प्रति भेंट की गई। डॉ. राजेश्वर सिंह की ‘रामरथ श्रवण अयोध्या यात्रा’ की प्रशंसा करते हुए वृद्धजनों ने कहा कि आज तीर्थ यात्रा करके उन्हें काफी खुशी की अनुभूति हुई। उन्होंनें डॉ. राजेश्वर सिंह की बुजुर्गों के लिए इस पहल के लिए धन्यवाद दिया, वहीं उनकी काफी प्रशंसा भी की।
बता दें कि इस पूरी यात्रा का व्यय विधायक द्वारा ही किया जाता है। इससे पहले रामरथ के माध्यम से जैती खेड़ा, पिपरसंड, हाइडल चौराहा वृद्धाश्रम, कृष्णा लोक कॉलोनी, हसनपुर खेवली, खुर्रमपुर, नानमऊ, खटोला, बेंती, नटकुर, खांडेदेव, हिंदू खेड़ा, बरकताबाद, गोड़वा और सैदपुर पुरही से श्रद्धालुओं को ले जाकर अयोध्या दर्शन करवाया जा चुका है। इसके अतिरिक्त सार्वजनिक शिक्षोन्नयन संस्थान वृद्धाश्रम के वृद्धजनों को नैमिषारण्य तीर्थ के दर्शन करवाए गये हैं।
डॉ. राजेश्वर सिंह ने कहा कि वृद्धजनों की सेवा के लिए यह यात्रा अनवरत जारी है। वृद्धजनों की सेवा करना, उनके सपनों को पूरा करना हमारा कर्तव्य है, वृद्धजनों को तीर्थयात्रा कराना मेरे लिए सौभाग्यपूर्ण है। उनकी खुशी और आशीर्वाद से ही जीवन में सफलता प्राप्त होती है और सार्थकता सिद्ध होती है। वृद्धजनों की सेवा सबसे बड़ा पुण्य और उनके चेहरे की मुस्कान सबसे अनमोल है।