पिडिलाइट इंडस्ट्रीज़ ने विश्व युवा कौशल दिवस पर कौशल विकास के प्रति दोहराई अपनी प्रतिबद्धता

Pidilite Industries reiterates its commitment towards skill development on World Youth Skills Day

~ कंपनी ने कौशल निर्माण से जुड़ी अलग-अलग पहलों के ज़रिये एक लाख से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित किया ~
~ भविष्य की ज़रूरतों के लिए तैयार कार्यबल तैयार करने के लिए 600 से अधिक आईटीआई के साथ साझेदारी ~
~ज़मीनी स्तर पर व्यावहारिक शिक्षा में सहायता प्रदान करने के लिए ‘बॉन्डिंग एक्सपर्ट’ (https://pidilitebondingexpert.pidilite.com/) प्लेटफॉर्म लॉन्च किया
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रविवार दिल्ली नेटवर्क

चिपकाने वाले पदार्थ (अधेसिव), सीलेंट, निर्माण (कंस्ट्रक्शन) प्रक्रिया में उपयोग किये जाने वाले रसायन और कला सामग्री की अग्रणी विनिर्माता, पिडिलाइट इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड ने विश्व युवा कौशल दिवस पर व्यावसायिक प्रशिक्षण और डिजिटल नवोन्मेष के ज़रिये भारत के युवाओं को सशक्त बनाने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है। भारत के निर्माण और रियल एस्टेट क्षेत्रों में 2030 तक रोज़गार के 3 करोड़ अवसर पैदा होने का अनुमान है और इस विकास को आगे बढ़ाने के लिए कुशल कार्यबल की आवश्यकता होगी।

पिडिलाइट ने अपनी विभिन्न कौशल निर्माण पहलों के ज़रिये पिछले कुछ वर्षों में 1 लाख से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित किया है। युवा इन पहलों के तहत प्लंबिंग, वाटर प्रूफिंग, वुडवर्किंग, निर्माण, जैविक खेती, इंटीरियर डिज़ाइन, कला एवं शिल्प और सजावट जैसे व्यवसायों में प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं।

पिडिलाइट इंडस्ट्रीज़ के प्रबंध निदेशक, श्री सुधांशु वत्स ने इस अवसर पर अपनी टिप्पणी में कहा:

“पिडिलाइट का मानना है कि कौशल विकास केवल रोज़गार का ज़रिया नहीं है, बल्कि यह राष्ट्र निर्माण का मूल आधार है। भारत स्वतंत्रता के शताब्दी वर्ष, 2047 की ओर बढ़ रहा है, ऐसे में हमें अपने युवाओं को व्यावहारिक क्षमताओं और भविष्य की ज़रूरत के अनुरूप तैयार ज्ञान, दोनों से सुसज्जित करना होगा। हमारी बहुआयामी पहलों – गुजरात सरकार के सहयोग से पिडिलाइट वुडवर्किंग एंड प्लंबिंग सेंटर फॉर एडवांस्ड स्किल्स, डॉ. फिक्सिट सेंटर, आईटीआई के साथ साझेदारी, और अपने नए डिजिटल प्लेटफॉर्म, पिडिलाइट बॉन्डिंग एक्सपर्ट – के माध्यम से, हम एक ऐसा परितंत्र बना रहे हैं जो लोगों को सशक्त बनाता है, उद्योग के साथ जुड़ाव बढ़ाता है और समावेशी विकास को बढ़ावा देता है। हम न केवल अगली पीढ़ी को प्रशिक्षित करना चाहते हैं, बल्कि उन्हें नवोन्मेष और परिस्थितियों के अनुरूप ढलने के लिए भी प्रेरित करना चाहते हैं।”

कंपनी ने गुजरात, महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश और राजस्थान में 600 से ज़्यादा औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) के साथ साझेदारी की है। पिडिलाइट वुडवर्किंग एंड प्लंबिंग सेंटर फॉर एडवांस्ड स्किल्स (पीडब्ल्यूपी), पिडिलाइट इंडस्ट्रीज़ और गुजरात सरकार के कौशल्या विश्वविद्यालय (केएसयू) के बीच का गठजोड़ है, जो संगठित क्षेत्र की नौकरियों तक पहुंच को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अल्पकालिक प्रमाणपत्रों से लेकर ऑनर्स डिग्री तक कई कार्यक्रम प्रदान करता है। केवल दो साल में, इस केंद्र ने 2,800 से ज़्यादा व्यक्तियों को प्रमाणित किया है, साथ ही फ्रांस में होने वाले वर्ल्ड स्किल्स इंटरनेशनल 2024 के लिए जॉइनरी में भारत के स्वर्ण पदक विजेता को प्रशिक्षित किया।

पिडिलाइट का डॉ. फिक्सिट इंस्टीट्यूट विभिन्न पाठ्यक्रमों के ज़रिये ठेकेदारों, एप्लीकेटरों, इंजीनियरों और पेंटरों के लिए विशेष वॉटरप्रूफिंग प्रशिक्षण प्रदान करता है। कंपनी इन पहलों के ज़रिये देश भर में उच्च-प्रदर्शन, टिकाऊ बुनियादी ढांचे की नींव को मज़बूत करती रहती है।

इसके अतिरिक्त, पिडिलाइट का कला और शिल्प विभाग फेविक्रिल विशेषज्ञों के ज़रिये व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करता है, जिससे कला के शौकीनों को अपने जुनून को पेशे में बदलने में मदद मिलती है। प्रमाणित प्रतिभागी सशुल्क कार्यशालाएं आयोजित कर सकते हैं।

कौशल निर्माण पहल, आईटीआई के बुनियादी ढांचे को बढ़ाने और विशेषज्ञ सत्रों, अतिरिक्त मॉड्यूल, पूर्व छात्र सम्मेलन और कार्यस्थल पर प्रशिक्षण के माध्यम से उद्योग की भागीदारी को बढ़ावा देते हुए, मोबिलाइज़ेशन (संग्रहण) से लेकर प्लेसमेंट (नौकरी दिलाने) तक, हर तरह की सहायता प्रदान करती है।

पिडिलाइट इन पहलों के ज़रिये समाज में आ रहे बदलाव के दायरे का विस्तार करने, भारत के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उन्हें उद्योग के लिए तैयार बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।