- हम सभी में सच्ची टीम भावना है और एका वाकई रोमांचित करता है
- खुशकिस्मत कि दुनिया के सर्वश्रेष्ठ ड्रैग फ्लिकरहरमनप्रीत हमारे कप्तान हैं
- हरमनप्रीत विश्व कप में हमारे लिए तुरुप का इक्का साबित होंगे
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : नवोदित स्ट्राइकर सुखजीत सिंह को गुरजंट सिंह और दिलप्रीत सिंह जैसे अनुभवी साथी स्ट्राइकरों को नजरअंदाज कर 23 जनवरी से राउरकेला-भुवनेश्वर में शुरू होने ओडिशा पुरुष हॉकी विश्व कप 2023 के लिए भारतीय टीम में चुने जाने पर आलोचकों ने बेशक जरूरी और वाजिब सवाल उठाए हैं। ऐसे में भारत के 1975 में आखिरी बार विश्व कप जीतने के बाद अब सुखजीत सिंह पर उसे 47 बरस के बाद फिर पदक तक पहुंचा कर अपने आलोचकों को गलत साबित करने का मौका होगा। भारतीय हॉकी टीम स्पेन के खिलाफ बिरसामुंडा स्टेडियम, राउरकेला में पूल डी में 13 जनवरी को पहले मैच को खेलने के लिए 27 दिसंबर, 2022 को राउरकेला पहुंच गई थी। हॉकी के इस सबसे बड़े मुकाबले यानी विश्व कप के शुरू होने से महज डेढ़ हफ्ता पहले भारतीय टीम के शिविर के माहौल की बाबत सुखजीत ने खुलकर बात की।
सुखजीत फरवरी, 2022 में पहली बार भारतीय सीनियर हॉकी टीम के लिए एफआईएच हॉकी प्रो लीग 2021-22 मेें स्पेन के खिलाफ खेले थे और उस मैच में उन्होंने गोल भी किया था। सुखजीत भारत के लिए 16 मैच खेल अब तक चार गोल कर चुके हैं। उन्होंने कहा, ‘हम सभी विश्व कप में स्पेन के खिलाफ पहले मैच का बेताबी से इंतजार कर रहे हैं। हमारी टीम सभी की सोच सकारात्मक है। हमारी भारतीय टीम में हर कोई दूसरे के साथ कदमताल कर रहा है। हम सभी में सच्ची टीम भावना है और एका वाकई रोमांचित करता है। विश्व कप में स्पेन, इंग्लैंड और वेल्स की टीमें हमारे पूल डी में हैं। हम पिछले बरस एफआईएच प्रो लीग में स्पेन और इंग्लैंड के खिलाफ खेल चुके हैं। हम बर्मिंघम राष्टï्रमंडल खेलों में वेल्स के खिलाफ भी खेले थे। हम इन तीनों टीमों के खिलाफ अपने प्रदर्शन को देखकर उसमें ताकत और कमजोरियों को जेहन में रख कर उसी के मुताबिक तैयारी करेंगे। इन तीनों टीमों के खिलाफ पिछले बरस खेलने का लाभ हमें 2023 के हॉकी विश्व कप में मिलेगा। इससे हमें इन तीनोंं की चुनौती से निपटने में मदद मिलेगी। हम ऑस्ट्रेलिया में उसके खिलाफ उसके घर में नवंबर -दिसंबर, 2022 में पांच टेस्ट मैचों की हॉकी सीरीज में खेले थे। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दौरे पर बहुत कुछ सीखा। फिर भी हमने महसूस किया कि हमें कई जगह कुछ सुधार की जरूरत है। हम राउरकेला में शिविर में अपनी इन्हीं खामियों को दूर करने में जुटे हैं। हम खुशकिस्मत है कि इस समय दुनिया के सर्वश्रेष्ठï ड्रैग फ्लिकरों में से एक हरमनप्रीत सिंह हमारे कप्तान हैं। हम सभी को पूरा भरोसा है कि हरमनप्रीत बढिय़ा ढंग से टीम का नेतृत्व करेंगे और हम उनका पूरे विश्व कप में पूरी तरह साथ निभाएंगे। हरमनप्रीत सिंह विश्व कप में हमारे लिए तुरुप का इक्का साबित होंगे।’
सुखजीत सिंह भारत के लिए पहली बार हॉकी विश्व कप में शिरकत करेेंगे और उन्होंने चीफ कोच ग्राहम रीड के बराबर समर्थन के लिए उनका आभार जताया। उन्होंने कहा, ‘ हम जानते हैं कि राउरकेला में हमारे मैच के दौरान स्टेडियम दर्शकों से खचाखच रहेगा क्योंकि मैच के सभी टिकट बिक चुके हैं। दर्शकों में मैच के लिए इतना उत्साह वाकई हमारे लिए जोश बढ़ाने वाला होगा। मैं बेहद खुश हूं कि चीफ कोच ग्राहम रीड ने मेरे बीते बरस के प्रदर्शन को देख कर मुझे हॉकी विश्व कप के लिए भारतीय टीम में चुना। मैं इसके लिए रीड का आभारी भी हूं। मैं इसलिए भी बेहद रोमांचित हूं कि हम हॉकी विश्व कप जैसे बड़े टूर्नामेंट में अपने घरेलू मैदान में राउरकेला-भुवनेश्वर में खेलेंगे। अपने भारतीय हॉकी प्रशंसकों के सामने खेलने का अपना अलग ही मजा है।