प्रधानमंत्री मोदी ने नवकार मंत्र का जाप कर देशवासियों को दिलाए 9 संकल्प

PM Modi made the countrymen take 9 resolutions by chanting Navkar Mantra

नीति गोपेन्द्र भट्ट

दिल्ली के विज्ञान भवन में ‘विश्व नवकार महामंत्र दिवस’ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अन्य लोगों के साथ मिलकर नवकार मंत्र का जाप किया. मंत्र जाप के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए 9 संकल्पों पर बात की। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमने आज इतनी बड़ी संख्या में नवकार मंत्र का जाप किया है तो मैं चाहता हूं कि सब 9 संकल्प आज लेकर जाएं-पहला है संकल्प पानी बचाने का,दूसरा एक पेड़ मां के नाम,तीसरा संकल्प साफ-सफाई,चौथा है वोकल पर लोकल,पांचवां संकल्प देश दर्शन, छठां संकल्प नेचुरल फार्मिंग को अपनाना,सांतवां संकल्प हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाना,आठवां सकल्प योग और खेल को अपनाना और नौवां संकल्प गरीबों की मदद का..साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि’ मैं नवकार महामंत्र की इस आध्यात्मिक शक्ति को अब भी अपने अंदर अनुभव कर रहा हूं। मोदी ने कहा कि नवकार मंत्र नई पीढ़ी के लिए मंत्र जाप नहीं बल्कि नई दिशा है।

उन्होंने इस मंत्र के कई लाभ गिनाते हुए कहा कि, विकसित भारत यानी विकास भी विरासत भी. साथ ही पीएम मोदी ने 9 संकल्पों की बात भी की. पीएम मोदी ने विज्ञान भवन में लोगों को संबोधित करते हुए नवकार महामंत्र के लाभ के साथ 9 संकल्पों की भी बात की।

संबोधन को विराम देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि , ‘मैं जैन समाज, मुनि-महाराज को भी नमन करता हूं’।
वहीं, अडानी फाउंडेशन की अध्यक्ष प्रीति अदाणी ने भी नवकार महामंत्र दिवस की बधाई देते हुए एक्स पर पोस्ट साझा की है, जिसमें उन्होंने कहा कि नवकार महामंत्र दिवस का वैश्विक उत्सव इस पवित्र जैन मंत्र की शाश्वत शक्ति को प्रतिध्वनित करता है. शांति, करुणा और सद्भाव के लिए हजारों लोग एकजुट हुए. उन्होंने अपील की कि हम एक बेहतर दुनिया के लिए हमारे माननीय प्रधानमंत्री मोदी के 9 संकल्पों को कायम रखें।

उल्लेखनीय है कि जैन साधक जिस मंत्र का जाप करते हैं, उसे नवकार महामंत्र कहते हैं, जोकि जैन धर्म का पवित्र और महत्वपूर्ण मंत्र है. इसे ‘णमोकार मंत्र’ या ‘णमकार मंत्र’ भी कहते हैं. नवकार महामंत्र किसी देवी-देवता की अराधना से न होकर पांच महान आत्माओं (अरिहन्तों, सिद्धों, आचार्यों, उपाध्यायों और साधुओं) को प्रणाम करता है, जोकि मोक्ष प्राप्त कर चुके हैं और मोक्ष की ओर अग्रसर करते हैं. इस मंत्र में 58 मात्राएं, 35 अक्षर, 34 स्वर, 30 व्यंजन और 5 पद होते हैं. जैन मुनियों के अनुसार, नवकार महामंत्र का का सर्व प्रथम लिपिबद्ध उल्लेख षटखंडागम ग्रंथ में मंगलाचरण के रूप में मिलता है, जिसके रचियता आचार्य पुष्पदंत भूतबली हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने नवकार मंत्र का जाप कर स्वयं और देशवासियों को जो 9 संकल्पों को आत्मसात करने की अपील की है वह देशवासियों के लिए किसी संजीवनी बूटी से कम नहीं है।