गोपेंद्र नाथ भट्ट
नई दिल्ली : प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को सायं नई दिल्ली के गर्वी गुजरात भवन मेंराजस्थान के सांसदों से मुलाक़ात की और सांसदों को राजस्थान में भाजपा को विधान सभा चुनावजिताने और लोकसभा में हेट्रिक लगाने में जुट जाने का सन्देश दिया।
प्रधानमंत्री वैसे तों हर बार संसद सत्र के दौरान विभिन्न प्रदेशों के सांसदों से मिलते है और उनके साथमीटिंग करने के अलावा उनसे रात्री भोज पर चर्चा करते है लेकिन इस बार राजस्थान के सांसदों केसाथ उनकी बैठक को इस वर्ष नवम्बर दिसंबर में राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव की दृष्टिसे अहम माना जा रहा है।
बंद सभागार में हुई इस बैठक से हालाँकि मीडिया को दूर रखा गया लेकिन बैठक से प्रधानमंत्री नरेन्द्रमोदी के जाने के बाद भाजपा के सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा और भरतपुर की सांसद रंजिताकौली ने मीडिया को बताया कि प्रधानमंत्री जी ने आने वाले चुनावों के लिए सभी सांसदों से एक जुटहोकर भाजपा को विधान सभा और लोकसभा चुनाव में विजयी बनाने के लिए अभी से जुट जाने कीअपील की।
एक सांसद ने बताया कि यह बैठक हमारी अंदरूनी बैठक थी,इसलिए उस बारे में कोई भी बयानऔर सोशल मीडिया आदि पर कोई पोस्ट आदि डालने की पूर्णतया मनाही है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार कयास लगाए जा रहे है कि आगामी चुनावों में उम्रजदा सांसदों और उनसांसदों जिनका प्रदर्शन पिछलें वर्षों में आशा अनुरूप नही रहा है उन्हें टिकट नही दिए जाने के बारे मेंसंकेत दिए गए। साथ ही आने वाले चुनावों में विरोधी दलों विशेष कर कांग्रेस का हर मौर्चे पर डटकर मुक़ाबला करने के निर्देश भी दिए गए।
क़रीब तीन घंटे चली इस महत्वपूर्ण बैठक में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला केन्द्रीय गृह मंत्री अमितशाह पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और दो बार की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजेप्रदेश अध्यक्ष सांसद सी पी जोशी और अन्य राष्ट्रीय पदाधिकारी गण मौजूद थे । बैठक में प्रदेश केचौबीस लोकसभा और चार राज्य सभा सांसद उपस्थित रहे।
इस बैठक का मुख्य उद्देश्य राजस्थान के ताज़ा राजनीतिक परिदृश्य का फीडबैक लेना था । मीटिंगमें राजस्थान के चुनाव सहित विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई । बैठक में राजस्थान के चुनाव प्रभारीकेन्द्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी, प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह,सह प्रभारी गण और केंद्रीयमंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, भूपेंद्र यादव, अश्विनी वैष्णव,अर्जुनराम मेघवाल और कैलाश चौधरी भीशामिल हुए।
इतिहास में पहली बार सीधे किसी प्रदेश की चुनावी कमान सम्भाल रहें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नेखबर हैकि राजस्थान के सभी सांसदों और पार्टी के प्रमुख पदाधिकारियों से राजस्थान के ताज़ाराजनीतिक परिदृश्य का फीडबैक लिया और जीत हार की सम्भावनाओं वाले इलाक़ों की जानकारीली।
विश्वस्त सूत्रों के अनुसार सांसदों के साथ हुई मीटिंग का जो एजेंड़ा तय किया गया था उसकेअनुसार सांसदों के चुनाव क्षेत्र में आने वाली विधानसभा सीटों के बारे में भी फ़ीड बेक लिया गया।विशेष कर उनके संसदीय क्षेत्र में कहां क्या स्थिति है और अभी क्या राजनीतिक संभावनाएं नजरआ रही हैं? यह जानकारी ली गई।साथ ही आगामी दिसंबर-2023 में होने विधानसभा चुनाव औरमई-2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के बारे में की जाने योग्य उपयुक्त राजनीतिक घोषणाओंके बारे में भी चर्चा हुई । इसके अलावा राजस्थान की कांग्रेस सरकार की नीतियों-योजनाओं, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके मंत्रियों तथा विधायकों की कमज़ोरियों को उजागर करने केप्रमुख बिंदुओं पर विचार कर सटीक वैचारिक, मौखिक और राजनीतिक आक्रमण की रणनीति भीबनाई गई।
साथ ही सभी सांसदों से प्रधानमंत्री मोदी और केंद्र की एनडीए सरकार की नौ साल की उपलब्धियोंको लेकर लोगों के मध्य जाने की जिम्मेदारी के सम्बन्ध उनके द्वारा अब तक किए गए कार्यों काब्योरा भी लिया गया ।साथ ही उनके क्षेत्र में हासिल की गई उपलब्धियों के बारे में जानकारी लीगई।
गर्वी गुजरात में सांसदों का स्वागत राजस्थानी कलाकारों के गीतों और संगीत ने किया। वहीं सांसदोंने भवन के लज़ीज़ व्यंजनों का स्वाद भी चखा।
बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी इस माह के अन्त तक प्रदेश के विधायकों के साथ भी एकसाथ अथवा संभागवार बैठके करेंगे।