अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में कवियों ने समां बांधा

रविवार दिल्ली नेटवर्क

नई दिल्ली, साहित्य घराना साहित्यिक संस्था आरा बिहार द्वारा 19 जून,2022 को द्वारका दिल्ली में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में कवियों ने गजब का समां बांधा । कवियों और कवित्रियों के बेहतरीन कविता पाठ से माहौल खुशनुमा मौसम में बदल गया । साहित्य घराना संस्था के मीडिया प्रभारी आर सी यादव ने हमारे संवाददाता को बताया कि मुख्य अतिथि रविन्द्र गोदारा, विशिष्ट अतिथि विंध्यवासिनी शुक्ला, अध्यक्ष रामवीर सिंह की उपस्थिति में आयोजित अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में कुल 30 कवियों और कवित्रियों ने भाग लिया। जिसमें स्वयं आर सी यादव, राजपाल यादव, संतोष संप्रिति , झरना माथुर, अल्का मिश्रा अरुण द्विवेदी और उपेन्द्र सिंह ने अपनी ओजस्वी वाणी और बेहतरीन कविताओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। आर सी यादव की कालजयी रचना कविता “मैंने पिता को देखा”, राजपाल यादव की रचना ‘जिंदगी, मैं मुस्कुराना चाहता हूं’, अल्का मिश्रा की रचना ‘मेरा भारत मेरी जां, मेरे दिल में समाया’ और विभा राज ‘वैभवी’की कविता ‘चांद तारों से कहो, कुछ देर हो जाता करें’ जैसी समसामयिक कविताओं और देशभक्ति गीत को सुनकर श्रोता भावविभोर हो गए। कार्यक्रम संचालिका विभा राज अपने उत्कृष्ट संचालन से कार्यक्रम में चार चांद लगा दिया। साहित्य घराना संस्था के अध्यक्ष श्रीराम तिवारी ने कवि सम्मेलन की आयोजक रेखा मल्हान और पधारे सभी कवियों और कवित्रियों को धन्यवाद दिया।