महाकुम्भ-2025 की तैयारियां इसके प्रारम्भ होने से एक माह पूर्व पूर्ण कर ली जाए : योगी आदित्यनाथ

Preparations for Maha Kumbh-2025 should be completed one month before its commencement: Yogi Adityanath

रविवार दिल्ली नेटवर्क

प्रयागराज : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद प्रयागराज में महाकुम्भ-2025 के निर्माण कार्यों के निरीक्षण एवं तैयारियों की समीक्षा करने के उपरान्त मीडिया प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि महाकुम्भ-2025 की तैयारियां युद्धस्तर पर चल रही हैं। 13 जनवरी, 2025 से 26 फरवरी, 2025 के मध्य प्रयागराज महाकुम्भ का दिव्य और भव्य आयोजन होगा। इस दिव्य और भव्य आयोजन की तैयारियां इसके प्रारम्भ होने से एक माह पूर्व पूर्ण हो चुकी होंगी। यह हमारा सौभाग्य होगा कि प्रयागराज महाकुम्भ-2025 के शुभारम्भ के लिए प्रधानमंत्री श्नरेन्द्र मोदी का मार्गदर्शन हम सभी को प्राप्त होगा। इस दृष्टि से केंद्र व राज्य सरकार पूरी तत्परता के साथ सभी कार्यों को आगे बढ़ा रही हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुम्भ क्षेत्र में और प्रयागराज शहर में बड़े-बडे़ इंफ्रास्ट्रक्चर के कार्य हो रहे हैं। यह सभी कार्य समयबद्ध ढंग से चल रहे हैं, जिनमें कुछ कार्य आगामी 30 नवंबर तक तथा अन्य कार्य 10 दिसम्बर, 2024 तक पूर्ण हो चुके होंगे। इसके उपरांत 13 दिसम्बर, 2024 को प्रधानमंत्री का प्रयागराज आगमन है। इस दौरान प्रधानमंत्री मां गंगा की पूजा और आरती करेंगे। साथ ही, प्रधानमंत्री जी डिजिटल महाकुम्भ के डिस्प्ले कार्यक्रम का अवलोकन भी करेंगे। महाकुम्भ 2025 के दृष्टिगत यहां हुए विकास कार्यों का लोकार्पण प्रधानमंत्री के कर-कमलों से होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार महाकुम्भ मेला का क्षेत्रफल, प्रयागराज कुम्भ-2019 की तुलना में 800 हेक्टेयर अतिरिक्त बढ़ाया गया है। पिछली बार भी प्रदेश सरकार ने कुम्भ मेला क्षेत्र के दायरे को काफी बढ़ाया था। इसके काफी सार्थक परिणाम मिले थे। प्रयागराज कुम्भ 2019 में लगभग 80,000 श्रद्धालुओं, पर्यटकों और विभिन्न संस्थाओं के लिए टेण्ट की व्यवस्था की गयी थी और लगभग 60,000 संस्थाओं को भूमि प्रदान की गयी थी। इस बार 1,80,000 श्रद्धालुओं, पर्यटकों और विभिन्न संस्थाओं के लिए टेण्ट की व्यवस्था करने जा रहे हैं। पूरे देश से आने वाले पूज्य संतों, सामाजिक व सांस्कृतिक संगठनों, सनातन धर्म और भारतीय परम्परा से जुड़े हर व्यक्ति, जो मां गंगा, तीर्थराज प्रयागराज में आस्था और श्रद्धा का भाव रखते हैं, उन्हें यहां पर महाकुम्भ में इन व्यवस्थाओं के साथ जुड़ने का अवसर प्रदान किया जाएगा।