
दीपक कुमार त्यागी
- पितृशोक होने के बावजूद भी एनएचएआई के चैयरमेन संतोष यादव लोकार्पण के कार्यक्रम में रहे मौजूद
- संतोष यादव ने परियोजनाओं के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मंत्री व मुख्यमंत्री को विस्तार से दी जानकारी
- संतोष यादव ने व्यक्तिगत दुःख को सहन करते हुए राष्ट्रहित में कर्तव्य का किया निर्वहन
- लोगों ने संतोष यादव के निर्णय की सराहना करते हुए कहा कि यह समाज के लिए राष्ट्र के प्रति अपनी जिम्मेदारी निर्वहन करने की एक बड़ी नज़ीर
दिल्ली : देश की राजधानी दिल्ली के इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास पर्व में 17 अगस्त 2025 का दिन एक ऐतिहासिक दिन के रूप में दर्ज हो गया है। आधुनिकता और निरंतर प्रगति की ओर तेजी से बढ़ रही देश की राजधानी दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनएचएआई की 11 हज़ार करोड़ रुपए की लागत से बनी 2 महत्वपूर्ण राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं जिसमें द्वारका एक्सप्रेस-वे – दिल्ली खंड 5400 करोड़ रुपए की और 5600 करोड़ रुपए की अर्बन एक्सटेंशन रोड-II (UER-2) का 17 अगस्त 2025 को लोकार्पण किया गया। लोकार्पण के इस कार्यक्रम में देश के विकास को तेज़ गति देने के लिए विश्व स्तरीय विकास पथ बनाने वाले केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के साथ-साथ हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, दिल्ली के एलजी विनय कुमार सक्सेना, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, केंद्रीय राज्यमंत्री अजय टम्टा, केंद्रीय राज्यमंत्री हर्ष मल्होत्रा, दिल्ली सरकार के मंत्रीगण, दिल्ली और हरियाणा के सांसदगण और अधिकारी आदि उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों लोकार्पित हुई दोनों परियोजनाएं दिल्ली, एनसीआर और गुरुग्राम के लिए बड़ी राहत देने वाली परियोजनाएं है। यह केवल परियोजनाएं नहीं, बल्कि राजधानी क्षेत्र की गतिशीलता, पर्यावरणीय संतुलन और आर्थिक भविष्य को नयी दिशा देने वाली महत्वपूर्ण संरचनाएं है। दिल्ली एनसीआर क्षेत्र के सड़क नेटवर्क में क्रांति लाने वाली परियोजना द्वारका एक्सप्रेस-वे केवल एक राजमार्ग नहीं बल्कि इंजिनियरिंग और डिजाईन का अद्वितीय नमूना है। इन से राजधानी दिल्ली में इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास के साथ-साथ पर्यावरण संतुलन और प्रदूषण कम करने की दिशा में सफलता मिलेगी।
आज इन परियोजनाओं के लोकार्पण के कार्यक्रम में जब एनएचएआई के चैयरमेन आईएएस संतोष यादव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मंत्री व मुख्यमंत्री आदि को इन परियोजना के बारे में विस्तार से बता हुए नज़र आये, तो बहुत लोगों को बहुत आश्चर्य हुआ। क्योंकि संतोष यादव के पिताजी बीआर यादव जी का अभी हाल ही में 8 अगस्त 2025 को ही स्वर्गवास हुआ है और उनकी तेरहवीं 20 अगस्त 2025 को टूंडला में है। पितृशोक के चलते संतोष यादव एक तरफ तो स्वयं टूंडला वाले घर में निरंतर मौजूद रहकर के शोक संवेदना व्यक्त करने आने वाले लोगों से मिलकर के अपने पारिवारिक व सामाजिक दायित्व का निर्वहन कर रहे थे। वहीं दूसरी तरफ वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा एनएचएआई की परियोजनाओं के लोकार्पण के अवसर पर मौजूद रहकर के राष्ट्र हित को सर्वोपरि मानते हुए राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्य का बखूबी से निर्वहन कर रहे थे, जो समाज के लिए एक बहुत ही बड़ी नज़ीर है और बेहद ही काबिले-तारीफ है। क्योंकि आज के दौर में निजी कर्तव्य पर अपने राष्ट्रीय कर्तव्य को तरजीह देने के उदाहरण देश व दुनिया में विरले ही मिलते हैं, लेकिन एनएचएआई के चैयरमेन आईएएस संतोष यादव ने अपने पितृशोक के दर्द को सहन करते हुए राष्ट्रहित को व्यक्तिगत हित से ऊपर रखकर के जिस तरह से अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन किया है, वह एक बेहद सराहनीय क़दम है।