
रविवार दिल्ली नेटवर्क
नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रूस और ऑस्ट्रिया की तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर रवाना हो गए। रूस के लिए रवाना होने से पहले, प्रधान मंत्री मोदी ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि यह यात्रा रूस और ऑस्ट्रिया के साथ संबंधों को प्रगाढ़ करने का एक शानदार अवसर होगा। इन देशों के साथ भारत की मित्रता समय की कसौटी पर खरी साबित हुई है।
श्री मोदी ने कहा कि वह इन देशों में रहने वाले भारतीय समुदाय के साथ बातचीत करने को उत्सुक हैं। रूस में प्रधानमंत्री मोदी 22वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे, जबकि ऑस्ट्रिया की यह उनकी पहली यात्रा होगी। भारत-रूस संबंधों पर प्रधानमंत्री ने कहा कि वे राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के साथ द्विपक्षीय सहयोग के सभी पहलुओं की समीक्षा और विभिन्न क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर दृष्टिकोण साझा करने के लिए उत्सुक हैं। श्री मोदी ने कहा कि भारत और रूस के बीच विशेष रणनीतिक साझेदारी पिछले दस वर्षों में कई क्षेत्रों में आगे बढ़ी है। इन क्षेत्रों में ऊर्जा, सुरक्षा, व्यापार, निवेश, स्वास्थ्य, शिक्षा, संस्कृति, पर्यटन और लोगों के बीच आदान-प्रदान शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि भारत इस क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए काम करना चाहता है। ऑस्ट्रिया यात्रा के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा कि ऑस्ट्रिया भारत का दृढ़ और विश्वसनीय भागीदार है और दोनों देश लोकतंत्र और बहुलवाद के आदर्शों को साझा करते हैं। श्री मोदी ने कहा कि यात्रा के दौरान वे राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वान डेर बेलेन और चांसलर कार्ल नेहमर से भी मुलाकात करेंगे।
40 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली ऑस्ट्रिया यात्रा है। नवाचार, प्रौद्योगिकी और सतत विकास के नए और उभरते क्षेत्रों में भारत दोनों देशों के बीच साझेदारी को अधिक ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए उत्सुक हैं। श्री मोदी ने कहा कि वे नवाचार, प्रौद्योगिकी और सतत विकास के नए और उभरते क्षेत्रों में भारत-ऑस्ट्रिया साझेदारी को अधिक ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए उत्साहित हैं। उन्होंने कहा कि वे ऑस्ट्रिया के चांसलर के साथ पारस्परिक रूप से लाभप्रद व्यापार और निवेश के अवसरों का पता लगाने के लिए दोनों देशों के शीर्ष कारोबारियों के साथ चर्चा के लिए उत्सुक हैं।