- वसुन्धरा राजे की अहमियत बता प्रदेश नेताओं को पढ़ाया एकजुटता का पाठ
गोपेंद्र नाथ भट्ट
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चाणक्य माने जाने वाले केन्द्रीय गृहमन्त्री अमित शाह ने शुक्रवार को दक्षिणी राजस्थान की विश्वप्रसिद्ध पर्यटन नगरी उदयपुर के गाँधी ग्राउण्ड में आयोजितभाजपा की एक महती रैली को सम्बोधित करते हुए कईराजनीतिक संकेत दिए है।उनकी यात्रा ने यह संकेत दिया है किराजस्थान विधानसभा का चुनाव हर हालात में जीतना अबभाजपा की प्राथमिकता सूची में सबसे ऊपर है। पिछलें तीन दिनोंसे लगातार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के क्षत्रप केन्द्रीय रक्षा मंत्रीराजनाथ नाथ सिंह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा औरउनके बाद अमित शाह के राजस्थान दौरें यह दर्शाते है कि भाजपाने अब राजस्थान में चुनावी शंखनाद कर दिया है और पूरी ताकतके साथ विधान सभा चुनाव में कांग्रेस की अशोक गहलोतसरकार और अन्य दलों का मुक़ाबला करने का मन बना लिया है।
शाह ने भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और प्रदेश की दो बारमुख्यमंत्री रही लोकप्रिय जन नेता वसुन्धरा राजे की अहमियतदिखा कर प्रदेश नेताओं को एक जुटता का पाठ भी पढ़ाया है।
शाह की उदयपुर यात्रा से यह संकेत मुख्य रूप से उभर कर सामनेआया कि वसुन्धरा राजे को नजरअन्दाज़ कर चुनाव नही जीताजा सकता।
आम सभा को शाह द्वारा सम्बोधित करने से पूर्व केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सी पीजोशी विधान सभा में प्रतिपक्ष के नेता राजेन्द्र राठौड़ उप नेता डॉसतीश पूनियाँ आदि के भाषण हुए लेकिन राजे का भाषण नहीहुआ।मंच संचालन कर रहे राजेन्द्र राठौड़ ने जब शाह की प्रशंसामें कई पंक्तियाँ बोलते हुए उन्हें सम्बोधन के लिए आमन्त्रित कियातो शाह नही उठे और उन्होंने मंच पर अपने निकट बैठी वसुन्धराराजे की ओर इशारा करते हुए प्रदेशाध्यक्ष सी पी जोशी औरराठौड़ से पहलें राजे का भाषण कराने को कहा फिर भी राजेसंकोच वश नही उठी लेकिन शाह ने हाथ जोड़ उनसे आग्रह कियाकि वे मंच पर जाकर भाषण दें तब वसुन्धरा राजे का सम्बोधनहुआ। इस प्रकार शाह ने राजस्थान में किसी प्रकार की गुटबाज़ीको सिरे से नकारते हुए पार्टी को एक जुट होकर विधान सभाचुनाव जीतने का संकेत दिया।
अमित शाह ने शुक्रवार को शक्ति एवं भक्ति की ऐतिहासिकधरती मेवाड़ की राजधानी रही उदयपुर से हूंकार भरते हुएराजस्थान की अशोक गहलोत सरकार के साथ ही कांग्रेस पार्टीऔर अन्य विरोधी दलों पर ज़बर्दस्त हमला बोला और कहा कि येंसभी परिवारवादी दल अपने-अपने पुत्रों को येन-केन प्रकार सेसत्ता में लाना चाहतें हैं,जबकि पटना में विपक्षी एकता के नाम सेमिलें इन दलों पर 21 लाख करोड़ रु का घोटाला करने के कईआरोप है ।आज तक विरोधी दल के नेता हमारी सरकार परभ्रष्टाचार का एक भी आरोप नही लगा सके हैं।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने पिछलें नौ वर्षों में जन कल्याण केकई काम किए हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश विदेश मेंहिंदुस्तान की प्रतिष्ठा को बढ़ाया है।
शाह ने कहा कि मैंने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकारने नौ वर्षों में स्थापित कीर्तिमान और उपलब्धियों की जानकारीआम अवाम को देने के लिए देश के पन्द्रह प्रदेशों की यात्रा की हैऔर मुझे सभी ओर से एक ही आवाज़ सुनाई दी है कि नरेन्द्र मोदी2024 में तीसरी फिर से प्रधानमंत्री बनने जा रहें है।
शाह ने गहलोत सरकार को चारों ओर से घेरते हुए कहा कि इसउम्र में वे कहाँ घूमते फिर रहें है।उन्होंने गहलोत से कहा कि2023 में राजस्थान विधान सभा के चुनाव में भाजपा पिछलें सारेरिकार्ड तोड़ते हुए प्रचण्ड बहुमत से विधान सभा चुनाव जीतने जारही है।
शाह ने गहलोत सरकार को राज्य की क़ानून और अपराध कीस्थिति पर घेरते हुए उदयपुर में कन्हैया लाल साहू की सरे आमहत्या का मुद्दा भी उठाया और कहा कि यदि गहलोत सरकारसंगीन अपराधियों को सजा दिलाने के लिए विशेष अदालत बनाआगे बढ़ती तो हत्यारे आज फाँसी पर लटके हुए दिखते।हालाँकिशाह के मुलज़िमों को एनआईए द्वारा पकड़े जाने सम्बन्धी शाह केबयान पर मुख्य मंत्री अशोक गहलोत ने एक बयान जारी कर इसेग़लत बताया और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा नेभी प्रेस कोंफ़्रेंस की।
शाह ने अपने भाषण में जयपुर बम विस्फोट काण्ड के अपराधियोंके निर्दोष होकर बच निकलने का मसला उठा कर इस बार भीचुनाव में भाजपा के कोर ऐजेंडे को आगे रखने का संकेत दे दियाहैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार 3 डी
वाली सरकार है। उन्होंने 3डी का खुलासा करते हुए कहा किपहला दंगा कराने वाली, दूसरा महिलाओं के प्रति दुर्व्यवहार करनेवाली और तीसरा दलितों पर अत्याचार करने वाली सरकार है।उन्होंने लोगों से आह्वान करते हुए कहा कि वर्ष 2014 और वर्ष2019 में मोदी जी को पीएम बनाने के लिए प्रदेश की 25 की25 लोकसभा सीट भाजपा को दी थी ।उन्होंने विश्वास व्यक्तकिया कि इस बार भी वर्ष 2023 में प्रदेश में भाजपा की सरकारबनाने के लिए और वर्ष 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोतीसरी बार पीएम बनाने के लिए सभी 25 लोकसभा सीटों पर भाजपा को विजयी बना कर प्रदेश की भ्रष्ट और नाकारा गहलोतसरकार को उखाड़ फेंकने का काम करेंगी।
राजनीतिक सयाने शाह की उदयपुर यात्रा को भाजपा काराजस्थान में चुनावी बिगुल बजा देना भी बता रहें है और कहा जारहा है कि इस बार मेवाड़ और वागड़ अंचल की 28 सीटों कोसाधने के लिए भाजपा आदिवासियों पर विशेष फ़ोकस करेंगी।शाह ने रैली में कहा कि मुग़लों के विरुद्ध वीर शिरोमणी महाराणाप्रताप के साथ लड़ने वाले आदिवासी भील भाई ही थे जिन्होंनेमहाराणा प्रताप का साथ कभी नही छोड़ा।
शाह ने मोदी सरकार द्वारा आदिवासियों के कल्याण के लिएकिए गए कार्यों का विशेष रूप से ज़िक्र किया और बताया किदिवंगत प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयीजी के कार्यकाल में हीपहली बात जनजाति मंत्रालय बनाया था।दिवंगत भेरों सिंहशेखावत ने आदिवासी भाइयों का आरक्षण बढ़ाया और नरेन्द्रमोदी ने देश में पहली बार किसी आदिवासी महिला को राष्ट्रपतिबनाने का गौरव दिलाया है।
शाह की उदयपुर सभा में पूरे इलाक़े में भारी वर्षा के बावजूद जमाहुई भारी भीड़ भी उदयपुर जिले के उन इलाक़ों से लाई गई थीजोकि आदिवासी बहुल विधान सभा वाले क्षेत्र से थे।
अमित शाह को सभा में महाराणा प्रताप के स्मृति चिन्ह के साथआदिवासी तीर कमान भी भेंट किए और उन्होंने उस पर प्रत्यांचाभी चढ़ाई । शाह ने अपना भाषण मेवाड़ के इष्ट देव एकलिंग नाथजी को प्रणाम करने के साथ शुरू किया ।साथ ही नाथद्वारा केठाकुर जी श्री नाथ जी उदयपुर के जगदीश मंदिर अम्बा माता औरअन्य देवालयों का भी उल्लेख किया।साथ ही अपने आपकोउदयपुर से लगे गुजरात की राजधानी संसदीय क्षेत्र गाँधी नगर कापड़ौसी भाई बता कर जोड़ा।बीजेपी के मोटा भाई की इन बातोंका करतल ध्वनि से लोगों ने स्वागत किया । साथ ही मोदी मोदीके नारों से गाँधी ग्राउण्ड को गुंजायमान कर दिया।
शाह के साथ सभा मंच पर अन्य विशिष्ट लोगों के साथ उदयपुर, राजसमन्द एवं बाँसवाड़ा-डूंगरपुर के सांसद गण अर्जुन लालमीणा, दिया कुमारी और कनक मल कटारा भी मौजूद थे। इनकेअलावा प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह , सह प्रभारी विजयाराहटकर,संगठन मंत्री चन्द्र शेखर आदि भी मौजूद थे।
इससे पहले उदयपुर के महाराणा प्रताप एयरपोर्ट पर उतरे गृहमंत्री अमित शाह का पार्टी नेताओं ने जोरदार तरीके के स्वागतकिया। इस दौरान पार्टी के सभी बड़े नेताओं के साथ पूर्व सांसदऔर पूर्व विधान सभा अध्यक्ष शांति लाल चपलोत और उदयपुरनगर निगम के चेयर मेन गोविन्द सिंह टाँक और भाजपा के जिलापदाधिकारी गण मौजूद थे।
राजनीतिक जानकार बता रहें है कि प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी कीपिछलें दिनों हुई छह यात्राओं के बाद बीते तीन दिनों में भाजपा केतीन बड़े नेताओं जेपी नड्डा राजनाथ सिंह और अमित शाह केराजस्थान के दौरे पर आने से प्रदेश भाजपा नेता और कार्यकर्तापूरी तरह से चुनावी मोड़ में और जौश में आ गए है।