श्रवण कुमार चौधरी
राज्य सरकार की मंशानुसार ग्रामीणों की परिवेदनाओं का मौके पर ही निस्तारण करने के ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर आरम्भ की गई जनसुनवाई ग्राम पंचायत कनाना बनी वरदान।
बाड़मेर जिले की ग्राम पंचायत कनाना में जन सुनवाई के दौरान दिव्यांग खेतुदेवी द्वारा पट्टे के लिए पूर्व में आवेदन किये जाने की जानकारी दी जाने पर ग्राम पंचायत कनाना द्वारा मौके पर ही पट्टा तैयार कर शिविर प्रभारी एवं उपखण्ड अधिकारी नरेश सोनी, सरपंच कुं. चैनकरण राठौड़ द्वारा इस दिव्यांग को पट्टा सुपुर्द किया गया। पट्टा प्राप्त करते समय इस दिव्यांग ने बताया कि वह राज्य सरकार की इस जन सुनवाई से बहुत खुश है अब वह पट्टे के आधार पर बैंक से ऋण प्राप्त कर अपनी पुत्री की शादी की तैयारी करेगी।
मौके पर ही मिला 25 हजार का ऋण
इसी तरह काश्तकार मोहनसिंह ने उपस्थित होकर आगामी जुलाई माह में बोयीे जाने वाली फसल के लिये ऋण दिलवाये जाने के लिए उपखण्ड अधिकारी नरेश सोनी एवं ग्राम पंचायत कनाना सरपंच कुं. चैनकरण राठौड़ के समक्ष आवेदन प्रस्तुत किया। जिस पर शिविर प्रभारी ने जन सुनवाई में उपस्थित ग्राम सेवा सहकारी समिति के व्यवस्थापक को तलब किया एवं प्रभावित को तत्काल राहत पहुंचाने के निर्देश दिए, जिस पर जन सुनवाई के दौरान ही ऋण स्वीकृति प्रक्रिया पूरी करते हुए ग्राम सेवा सहकारी समिति ने मोहनसिंह को 25 हजार रूपये का ऋण स्वीकृत कर मौके पर ही वितरित किया। मोहनसिंह ने ऋण प्राप्त करते हुए कहा कि वह राज्य सरकार एवं सुनवाई में मौजूद अधिकारियों का शुक्रगुजार रहेगा।
खेताराम को मिला हाथों हाथ जॉब कार्ड
ग्राम पंचायत बाड़मेर आगोर पर आयोजित जनसुनवाई के दौरान बाड़मेर आगोर निवासी खेताराम पुत्र हनुमानराम द्वारा जॉब कार्ड हेतु परिवाद दर्ज करवाने पर परिवादी खेताराम को शिविर में ही जॉब कार्ड हेतु आवेदन करवाकर हाथो हाथ जॉब कार्ड जारी किया गया।
खेताराम निर्माण श्रमिक की श्रेणी में आते है तथा वे आज ग्राम पंचायत कीे जनसुनवाई में उपस्थित हुए, जिस पर त्वरित कार्यवाही कर उसे हाथो हाथ जॉब कार्ड जारी किया गया। हाथो हाथ जॉब कार्ड मिलने पर वह राज्य सरकार की पंचायत स्तरीय जन सुनवाई से खुश है।
मिली मनरेगा की मजदूरी
बाड़मेर की ही ग्राम पंचायत निम्बलकोट में आयोजित ग्राम पंचायत स्तरीय जन सुनवाई में नवलाराम पुत्र हनुमानराम को मनरेगा पर की गई मजदूरी की राशि का हाथों हाथ भुगतान आहरित करवाया। जन सुनवाई के दौरान परिवादी नवलाराम ने बताया कि वितीय वर्ष 2021-22 में मनरेगा में टांका निर्माण एवं मेडबंदी दुर्गाराम/चिमाराम कार्य पर काम किया लेकिन उसके खाते में अकुशल श्रम की राशि जमा नहीं हुई।
परिवादी का परिवाद रजिस्टर में दर्ज कर मनरेगा की साइट पर परिवादी द्वारा किये गये कार्य के मस्टरोल, वेजलिस्ट एवं एफटीओ की जॉच करने पर पाया कि परिवादी का खाता आरएमजीबी शाखा होडू का फीड हो रखा है तथा परिवादी द्वारा किये गये कार्य का भुगतान आधार बेस से स्वयं के एयरटेल बैंक खाते में जमा होना पाया गया, जबकि परिवादी आरएमजीबी बैंक खाता में राशि की जॉच करवा रहा था। इस पर परिवादी के एयरटेल बैंक पैमेन्ट पर जॉच करवाने पर परिवादी का सम्पूर्ण भुगतान एयरटेल बैंक खाता में जमा होना पाया गया। परिवादी को मिले हाथो हाथ भुगतान से वह राज्य सरकार की इस जनसुनवाई से वह खुश हुआ और कहा राज्य सरकार की यह जनसुनवाई मरे लिए वरदान साबित हुई है।