राज्य में बेसहारा पशुओं की देखभाल के लिए पंजाब ने मांगे 500 करोड़

रविवार दिल्ली नेटवर्क

चंडीगढ़ /केवड़िया (गुजरात) : पशु पालन, डेयरी और मछली पालन के क्षेत्र में एक बड़ी क्रांति लाने के लिए गुजरात के नर्मदा ज़िले के केवड़िया में आत्म निर्भर भारत के अंतर्गत केंद्र सरकार की तरफ से समर मीट का आयोजन किया गया। इस मौके पर केद्रीय पशु पालन, मछली पालन और डेयरी विकास मंत्री परशोत्तम रुपाला विशेष तौर पर शामिल हुए। इस समागम के दौरान विशेष तौर पर पहुँचे पंजाब के पशु पालन, डेयरी विकास और मछली पालन विभाग के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने राज्य में बेसहारा पशुओं की देखभाल के लिए केंद्र से 500 करोड़ रुपए की माँग की।

इस मौके पर कुलदीप धालीवाल ने कहा कि पंजाब में बेसहारा 1.40 लाख पशु घूम रहे हैं। उनकी देखभाल के लिए शैडों, हरे चारों और साइलेज के प्रबंध के लिए 500 करोड़ रुपए की सहायता राशि केंद्र सरकार को देने की अपील की।

पंजाब के पशु पालन मंत्री ने राज्य के 5लाख दुधारू पशुओं के बीमे के लिए हरेक साल 100 करोड़ रुपए की राशि की माँग भी की जिससे किसी भी पशु की कुदरती मौत की भरपाई करने के लिए पशु पालकों को मुआवज़े के तौर पर दी जा सके। इस समर मीट में पशु पालकों को गुणवत्तापूर्ण सहूलतें तुरंत मुहैया करवाने संबंधी भी अलग-अलग माहिरों की तरफ से अपने विचार पेश किये गए। पशु पालकों को मंडीकरण सम्बन्धी आ रही समस्याओं के बारे भी रोड मेप तैयार करने सम्बन्धी और पशु पालकों को इस संबंधी प्रशिक्षण देने पर भी विचार चर्चा की गई।

पंजाब के निर्देशक पशु पालन विभाग डॉ. सभाश चंद्र गोयल ने भी इस समर मीट में हिस्सा लिया गया।