- पंजाब किंग्स के लखनउ के खिलाफ जीत को दोहराने की उम्मीद
- तेज गेंदबाज अर्शदीप, करेन, रबाडा व एलिस हैं पंजाब की ताकत
- जीतेश, करेन, रजा जैसे फिनिशरों को रोकना लखनउ के लिए मुश्किल
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : रंग में चल रहे नियमित कप्तान शिखर धवन के चोट के चलते पिछले तीन मैचों से बाहर होने के बावजूद ऑलराउंडर सैम करेन की अगुआई में पंजाब किंग्स के हौसले जिंदा दिल प्रदर्शन कर मजबूत मुंबई इंडियंस और लखनउ सुपर जायंटस को उसके घर में शिकस्त देने से बुलंद हैं। अब पंजाब किंग्स की निगाहें अपने घर मोहाली में मेहमान लखनउ सुपर जायंटस को शुक्रवार को आईपीएल 2023 के रिटर्न क्रिकेट मैच में भी हरा फिर अपनी श्रेष्ठता साबित कर उसे अंक तालिका में पीछे छोडऩे पर लगी हैं। फिलहाल लखनउ सुपर जायंटस और पंजाब किंग्स के सात-सात मैचों में चार- चार जीत, तीन-तीन हार से आठ-आठ अंक हैं। लखनउ अपनी बेहतर नेट रन रेट के कारण अंक तालिका में चौथे और पंजाब किंग्स छठे स्थान पर है। पंजाब किंग्स ने बतौर टीम दमदार प्रदर्शन कर दर्शाया है कि वह किसी एक खिलाड़ी पर निर्भर नहीं है। शिखर धवन (चार मैच, दो अद्र्धशतक ,कुल 233 रन) के शुक्रवार को लखनउ सुपर जायंटस के खिलाफ खेलने को अभी भी असमंजस है। पंजाब किंग्स ने शेरों की तरह प्रदर्शन करने का जो जज्बा दिखाया है उससे उसके लखनउ सुपर जायंटस के खिलाफ जीत को दोहराने की उम्मीद है। बड़ा सवाल यह रहेगा कि क्या लखनउ सुपर जायंटस अब पंजाब किंग्स को उसके घर मोहाली में हरा कर उससे लखनउ में मिली हार का हिसाब चुकता कर पाएगा?
एक-एक अद्र्धशतक जडऩे वाले ओपनरं प्रभसिमरन सिंह(कुल 159 रन), मध्यक्रम में जीतेश शर्मा ( कुल 145 रन), कार्यवाहक कप्तान सैम करेन (कुल 143) के साथ ऑ$लराउंडर सिकंदर रजा (4 मैच, कुल 79 रन) जैसे बेखौफ बल्लेबाजों में पंजाब किंग्स को लखनउ सुपर जायंटस के खिलाफ बड़े स्कोर तक पहुंचाने ही नहीं उसके पार पहुंचाने का दम है। लखनउ सुपर जायंटस के लिए विकेट लेने में सबसे आगे चल रहे इंग्लैंड के तेज गेंदबाज मार्क वुड (कुल 11 विकेट) के अपने बच्चे के जन्म के वक्त अपनी पत्नी के पास रहने के कारण स्वदेश लौटने के कारण उसकी तेज गेंदबाज का संतुलन गड़बड़ा गया। तेज गेंदबाज आवेश खान (कुल छह विकेट) के साथ अफगानिस्तान के नवीन उल हक, युद्धवीर सिंह(कुल दो विकेट) और मरकस स्टोइनस (2 विकेट) के बूते लखनउ सुपर जायंटस के लिए खासतौर पर निचले क्रम में दे दनादन कर बाजी जीतने का कौशल जानने वाले जीतेश शर्मा, सैम करेन और सिकंदर रजा जैसे पंजाब किंग्स के फिनिशरों को रोकना मुश्किल चुनौती होगा। लखनउ के बड़े दिल वाले नौजवान लेग स्पिनर रवि बिश्नोई (कुल 8 विकेट) और अनुभवी अमित मिश्रा (कुल चार विकेट) बेशक विकेट चटकाना जानते हैं लेकिन दिन अच्छा नहीं रहा तो ये दोनों ही बहुत महंगे भी साबित हो सकते हैं।बाएं हाथ के स्पिन ऑलराउंडर क्रुणाल पांडया भी तेजी से ओवर फेंक सकते हैं लेकिन वे अपने दम गेंद से स्पिन का जाल बुन कर पंजाब किंग्स की बल्लेबाजी को ध्वस्त कर देंगे इसकी उम्मीद कम है।
पंजाब किंग्स को लखनउ में लखनउ सुपर जायंटस के खिलाफ तीन गेंदों के बाकी रहते दो विकेट से जीत दिलाने में जिम्बाब्वे के सिकंदर रजा के सूझबूझ भरे अद्र्बशतक के साथ कप्तानी की जिम्मेदारी संभालने वाले सैम करेन(3/31), कसिगो रबाड़ा (2/34) और अर्शदीप सिंह (1/31) जैसे तेज गेंदबाजों की त्रिमूर्ति ने एक इकाई के रूप में शानदार प्रदर्शन किया। वहीं मुंबई में कप्तान सैम करेन ने अद्र्बशतक और नाजुक क्षणों में अर्शदीप सिंह (4/29) ने सूझबूझ भरी गेंदबाजी कर मुंबई इंडियंस को बड़े स्कोर वाले मैच में 13 रन से जीत दिलाई थी। लखनउ सुपर जायंटस की बल्लेबाज दो अद्र्बशतक जडऩे वाले कप्तान केएल राहुल (कुल 262 रन) व तीन अद्र्बशतक जडऩे वाले उनके सलामी जोड़ीदार वेस्ट इंडीज के कायल मायर्स (कुल 243 रन), तथा एक-एक अद्र्बशतक जडऩे वाले फिनिशर निकोलस पूरन (कुल 171 रन)और मरकस स्टोइनस (कुल 144 रन) पर निर्भर है। शीर्ष क्रम में दीपक हुड्डïा (कुल 41 रन) और आयुष बड़ोनी का रनों के लिए जूझना जरूर लखनउ के लिए चिंता का सबब बना हुआ है। वहीं पंजाब की ताकत निश्चित रूप से मौजूदा आईपीएल में विकेट लेने में तीसरे स्थान पर चल रहे अर्शदीप सिंह (कुल 13 विकेट), कप्तान सैम करेन (कुल 5 विकेट) कसिगो रबाड़ा (2 मैच, 2 विकेट) नाथन एलिस(7 विकेट) के रूप में उसकी मजबूत तेज गेंदबाजी है। खासतौर पर पंजाब बाएं हाथ के अर्शदीप सिंह और कप्तान सैम करेन अपनी कोण बनाती गेंदों से रबाड़ा और एलिस अपनी रफ्तार व धार से जरूर लखनउ के शीर्ष क्रम में उसके कप्तान केएल राहुल, बाएं हाथ के मायर्स और निकोलस पूरन को रनों के लिए संघर्ष करा सकते हैं। पंजाब के लिए बस चिंता का सबब उसके लेग स्पिनर राहुल चाहर (दो विकेट) और सिकंदर रजा(दो विकेट), लेफ्ट आर्म स्पिनर हरप्रीत बरकरार का अपनी लय पाने के लिए तरसना है और लखनउ के बल्लेबाज खासतौर पर बीच के ओवरों में इसी का लाभ उठा कर रन बनाना चाहेंगे।
शाम : शाम साढ़े सात बजे से(मोहाली में)