संदीप ठाकुर
उत्तर प्रदेश के मैनपुरी लोकसभा सीट पर भाजपा ने ऐसा दांव खेला है, जिसे
काट पाना सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के लिए मुश्किलों भरा हो सकता है। सपा
से अखिलेश की पत्नी डिंपल यादव चुनाव लड़ रही हैं। उधर भाजपा ने रघुराज
शाक्य को चुनावी मैदान में उतार दिया है। रघुराज शाक्य को शिवपाल सिंह
यादव का करीबी माना जाता है। यूपी चुनाव 2022 से ठीक पहले प्रगतिशील
समाजवादी पार्टी छोड़कर रघुराज शाक्य ने भाजपा का दामन थामा था। उन्हें
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भारतीय जनता पार्टी में शामिल कराया
था। रघुराज शाक्य प्रगतिशील समाजवादी पार्टी से जुड़े रहे हैं। शिवपाल
यादव के करीबियों में उनका नाम आज भी गिना जाता है। शाक्या के मैदान में
कूदने से मुकाबला यादव vs शाक्य हाे गया है।
मैनपुरी लोकसभा सीट पर उप चुनाव सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन
के बाद हो रहा है। यह मुलायम परिवार की परंपरागत सीट रही है। ऐसे में सपा
की ओर से डिंपल यादव को उम्मीदवार बनाया गया। डिंपल यादव ने गत सोमवार को
नामांकन भी दाखिल कर दिया । उनका मुकाबला रघुराज शाक्य से है। रघुराज
शाक्य इटावा सीट से दो बार सांसद रहे हैं। उन्होंने यूपी चुनाव से पहले
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की मौजूदगी में इसी साल फरवरी माह में
भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी। करीब 53 वर्षीय रघुराज शाक्य प्रगतिशील
समाज पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष के पद पर भी रह चुके हैं। रघुराज शाक्य
वर्ष 1999 और 2004 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर इटावा से सांसद चुने
गए। वर्ष 2012 में सपा के टिकट पर इटावा सदर सीट से विधानसभा का चुनाव
जीता था। यूपी चुनाव 2022 में इटावा सदर सीट से उम्मीदवारी कर रहे थे,
लेकिन उन्हें चुनावी मैदान में नहीं उतारा गया। रघुराज शाक्य ने तब
परिवार की लड़ाई में खुद को अपमानित करने का आरोप सीधे सपा संस्थापक
मुलायम सिंह यादव पर लगा दिया था। इसके बाद वे शिवपाल यादव के साथ जुड़
गए। पांच साल उनके साथ रहे। चुनाव के समय में उन्हें इसका लाभ नहीं मिल
पाया। इस कारण उन्होंने अपनी राह अलग कर ली। रघुराज शाक्य ने 27 जनवरी
2017 को समाजवादी पार्टी से इस्तीफा दे भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली थी।
इस संसदीय सीट पर शाक्य वोट बैंक काफी पावरफुल है। अतीत यही बताता है।
2019 में मैनपुरी सीट से लोकसभा चुनाव मुलायम सिंह यादव ने महज 94,389
वोटों के अंतर से जीता था। मुलायम के खिलाफ प्रेम सिंह शाक्य चुनावी
मैदान में उतरे थे। लोकसभा चुनाव 2019 में मुलायम सिंह यादव को 5,24,926
वोट मिले थे। वहीं, दूसरे नंबर पर रहे भाजपा के प्रेम सिंह शाक्य को
4,30,537 वोट मिले थे। मुलायम सिंह यादव का यह आखिरी चुनाव माना जा रहा
था। इस कारण भाजपा का कोई भी सीनियर नेता यहां प्रचार करने नहीं गया था।
इसके बाद भी वोट का भारी भरकम हिस्सा भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में गया
था। इस बार मैनपुरी लोकसभा सीट पर प्रचार करने सीएम योगी आदित्यनाथ भी
जाएंगे। अन्य सीनियर नेता भी। इसलिए मुकाबला कड़ा होगा। ऐसे में डिंपल
यादव की चुनौती बढ़नी तय है।