राहुल गांधी ने लंदन में बाेला कुछ, भाजपा आईटी सेल ने देश काे बताया कुछ…आखिर सच क्या है ?

संदीप ठाकुर

भाजपा का आईटी सेल कमाल का है। सेल में काम कर रही भाजपाइयों की फौज को
सच को झूठ और झूठ को सच करने में महारत हासिल है। किसी के स्पीच से दाे
चार लाइनें उठा उसे तोड़ मरोड़ कर सोशल मीडिया के जरिए देश भर में फैला
देना इनकी आदत में शुमार हाे चुका है। एक बार फिर उन्होंने निशाने पर
राहुल गांधी को लिया। उनके एक बयान से कुछ लाइनें उठा लीं और यह प्रचार
कर दिया कि राहुल गांधी विदेश जाकर भारत की बेइज्जती कर रहे हैं। आखिर सच
है क्या ?

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने लंदन में कई जगह अलग अलग कार्यक्रम किए।
उन्होंने पहले कैम्ब्रिज में भाषण दिया, फिर इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन
से जुड़े पत्रकारों से मिले, फिर प्रवासी भारतीयों को संबोधित किया और
फिर ब्रिटेन की संसद में बोले। इनमें से विदेश नीति को लेकर चेथम हाउस
में दिए गए राहुल के एक बयान पर बीजेपी ने उन्हें घेरा लेकिन सच सामने
आने के बाद चुप्पी साध ली। दरअसल भाजपा के आईटी सेल के सिरमौर अमित
मालवीय ने राहुल गांधी के दस सेकंड का एक वीडियो शेयर किया। इस वीडियो
में राहुल गांधी भारत की विदेश नीति पर बात करते देखे जा सकते हैं। इस
वीडियो में राहुल गांधी कह रहे हैं कि भारत की विदेश नीति दुर्भाग्यपूर्ण
तरीके से सेल्फ इंटरेस्ट वाली हाे गई है। इस वीडियो को ट्वीट करते हुए
अमित मालवीय ने लिखा कि विदेश नीति के बारे में क्या दुर्भाग्यपूर्ण है।
मोदी सरकार ने विदेश नीति को सबसे पहले रखा है। लेकिन राहुल गांधी देश
से आगे खुद को रखते हैं। यह देश के प्रति उनकी प्रतिबद्धता पर गंभीर सवाल
उठाता है। राहुल गांधी के जिस वीडियो को लेकर भाजपा सवाल उठा रही है वह 1
घंटा 6 सेकंड का है। और वीडियो के जिस हिस्से को लेकर अमित मालवीय सवाल
उठा रहे हैं वह आधा अधूरा है। 10 सेकंड के भाजपा के ट्वीट किए गए वीडियो
में यह तस्वीर साफ नहीं होती कि बाेलने वाले यानी राहुल गांधी ने क्यों
और क्या कहा है । तस्वीर तब साफ होती है जब दाे मिनट तक सुना जाए।

राहुल गांधी ने ऐसी कोई बात नहीं कही है जिससे देश की बदनामी हाे। इतना
ही नहीं उन्होंने न तो कोई गलत बात कही है और न कोई नई बात कही है। इसके
बावजूद भाजपा के नेता उनके पीछे पड़े हैं और यह साबित करने में लगे हैं
कि उन्होंने देश का अपमान किया। जो बात राहुल गांधी ने लंदन में कही वहीं
बात वे दिल्ली में भी कहते हैं। राहुल ने कहा कि संसद में बोलने नहीं
दिया जाता है, माइक बंद कर दिया जाता है, मीडिया के ऊपर दबाव है,
केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है, क्रोनी कैपिटलिज्म को
बढ़ावा दिया जा रहा है आदि आदि तो इसमें कौन सी बात से देश का अपमान हो
रहा है? राहुल ने नोटबंदी का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा- भारत में
नोटबंदी एक विनाशकारी वित्तीय फैसला था, लेकिन हमें इस पर चर्चा करने की
इजाजत नहीं थी। यहां तक की हमें जीएसटी पर भी चर्चा नहीं करने दी जाती
है। राहुल ने कहा- चीनी सैनिकों के भारतीय इलाके में प्रवेश करने के
मामले में चर्चा करने की भी हमें अनुमति नहीं थी। ऐसे में हमें एक घुटन
महसूस होती है। ये सारी बातें राहुल गांधी भारत में सौ बार कह चुके हैं
और ये ही सारी बातें उन्होंने लंदन के अलग अलग कार्यक्रमों में दोहराई।
उन्होंने चारों जगहों पर एक जैसी बातें कहीं। लोकतंत्र पर खतरा, मीडिया
पर दबाव, चुनिंदा उद्योगपतियों को बढ़ावा देना और आरएसएस-भाजपा की
फासीवादी सोच। इसमें कोई भी बात नई नहीं है और न देश का अपमान करने वाली
है।