सुशील दीक्षित विचित्र
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लोकसभा में चल रही धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान राहुल गांधी ने अपने भाषण में जो कुछ कहा वह भले ही उनकी पार्टी के लोग और समर्थक भाजपा पर बड़ा हमला बता रहे हों लेकिन राहुल ने ऐसा कुछ नहीं कहा जो वह पहले नहीं कहते रहे हैं | वे इस बात की भी अनदेखी कर रहे हैं कि जो भी आरोप उन्होंने भाजपा सरकार पर लगाये उन सब के लिए कहीं न कहीं पर खुद कांग्रेस का साढ़े छह दशक का शासन काल दोषी है जिसमें योजनावीरों की बहुतायत थी लेकिन उन्हें जमीन पर उतारने वाले कर्मवीरों का आभाव | योजनाओं और योजनाओं के लाभार्थियों के बीच बिचौलियों की पूरी फ़ौज थी और राजीव गांधी ने खुद स्वीकारा था कि दिल्ली से चला एक रुपया मंजिल तक पहुँचते -पहुंचते पंद्रह पैसे रह जाता है |
राहुल गांधी का आरोप है कि मोदी शासन के दौरान चीन और पाकिस्तान के करीब आये | जबकि इतिहास बताता है कि पाकिस्तान और चीन आज से नहीं नेहरू जी के जमाने से साथ -साथ है | नेहरू जी के समय ही पाकिस्तान ने भारत की सियाचिन की 45 हजार वर्ग किमी जमीन चीन को दान कर दी | संसद में जब सवाल उठे तो नेहरू जी ने दलील दी कि उस जमीन पर घास का एक तिनका तक नहीं उगता | 1962 में चीन ने भारत की जिस जमीन पर कब्ज़ा किया था उसे कांग्रेस ने ख़ासकर राहुल गांधी के काल के दस वर्षीय कांग्रेसी शासन में कभी छुड़ाने के के लिए बात भी नहीं की गयी | नेहरू चीन पर इतने मेहरबान थे कि सयुंक्त राष्ट्र का सदस्य बनने की लिस्ट में से भारत का नाम काटकर चीन का नाम लिख दिया | नेहरू चीन को महान चीन कहते थे | उनके इसी महान चीन को 1963 में पाकिस्तान ने भारत की शक्सगाम घाटी दान कर दी | चीन ने पाकिस्तान से सीधा जुड़ने और भारत की सीमा को दबाने के लिए 1970 में काराकोरम राजमार्ग का निर्माण किया | तब इंदिरा गांधी की सरकार थी इंदिरा गांधी ने किसी अंतर्राष्ट्रीय मंच पर इसे उठाने की जरूरत भी नहीं समझी | 1970 से दोनों देशो के बीच परमाणु सहयोग भी चल रहा है |
राहुल गाँधी की सरकार के समय 2013 में पाकिस्तान और चीन के बीच आर्थिक गलियारा शुरू किया गया | तब राहुल गांधी और देश पर पहला हक़ अल्पसंख्यकों का बताने वाले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह मूक दर्शक बने रहे | 2004- 2014 के बीच चीन ने अरुणाचल प्रदेश पर दावा ठोक दिया | मनमोहन सिंह अरुणाचल प्रदेश गए तो चीन ने एतराज किया | मोदी के आने के बाद पहली बार है कि भारतीय जाबांजो ने चीनी सैनिकों को न केवल मारा बल्कि चीन को बैकफुट पर धकेल दिया जबकि खुद मनमोहन सिंह ने कहा था की चीन से व्यापारिक हित साधने के लिए हमें सीमा खुली छोड़ देना चाहिए | राहुल ने दो भारत बताये | एक अमीरो का एक गरीबों का | देश को दो टुकङों में विभाजित करना कांग्रेस की पुरानी आदत है | जहां तक गरीबी की बात है तो भारत में गरीबों का होना भी कांग्रेस की असफलता की ही कहानी कहता है | इंदिरा गाँधी से लेकर राहुल काल तक कांग्रेस हर चुनाव में गरीबी हटाओ का नारा देती रही | अब अगर अब भी गरीब इस देश में है तो उसके लिए कांग्रेस के अलावा और किसे दोषी कहा जा सकता है | ऐसा नहीं कि कांग्रेस शासन में योजनायें नहीं बनीं | योजनाएं तो बनी लेकिन वे भष्टाचार की भेट चढ़ गयीं | नेहरू जी ने भ्रष्ठाचार की सूचनाओं पर कहा था कि ऐसे लोगों को बिजली के खम्भे से लटका देना चाहिए | राजीव गांधी ने भी इसे मानते हुए कहा था कि गरीबों तक बमुश्किल 15 प्रतिशत ही पहुँचता है | 2009 का चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनियां गांधी ने कहा था कि भ्रष्टाचार कोई मुद्दा नहीं | मतलब यह कि तब गरीबी हटाओं के नारे लगते रहे जबकि अमीर और अमीर तथा गरीब और गरीब होता गया |
राहुल गांधी का मोदी पर एक और पुराना आरोप तानाशाह होने का है | मोदी तानाशाह है या नहीं यह विवाद का विषय है लेकिन राजनीतिक प्रेक्षकों का स्पष्ट मत है कि कांग्रेस के पतन का एक बड़ा कारण राहुल गांधी का पार्टी जनों से असम के नेता मिलने आते थे तो राहुल कुत्ते को बिस्कुट खिला रहे होते थे और वही बिस्कुट अपने बुजुर्ग नेताओं को खाने को बढ़ाते थे | आज पूर्वोत्तर में कांग्रेस साफ़ हो गयी | गोवा इसीलिए कांग्रेस ने खोया क्योंकि राहुल ने जो दिल्ली आये गोवा के नेताओं से बात तक नहीं की | ताजा उदाहरण पंजाब के अमरिंदर सिंह है जिन्हें अपमानित करके राहुल गांधी ने पार्टी से दरकिनार किया और पुराना उदाहरण सोनियां गांधी के कहने पर तत्कालीन पार्टी अध्यक्ष और समर्पित वरिष्ठ नेता सीताराम केसरी को दिल्ली की सड़को पर दौड़ाने का है | क्या यह शहंशाही नहीं है ?
मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद से राहुल गांधी का जो व्यवहार रहा है उसे लोकतांत्रिक देश के नेता का व्यवहार नहीं माना जाता | यह व्यवहार इसलिए है कि वे समझते हैं की देश पर शासन करने का केवल उनका ही अधिकार है और मोदी ने प्रधानमंत्री बनकर उनके अधिकार को छीना है | उनका पूरा का पूरा भाषण उनकी इसी खीझ का नमूना है | बेरोजगारी पर उन्होंने ने पैराणिक बातें बतायी | जब कि असलियत यह है कि आज भी कांग्रेस शासित राज्यों में भाजपा राज्यों की अपेक्षा अधिक उपेक्षा है | अभी कुछ दिन पहले राजस्थान के सैकड़ों बेरोजगार प्रियंका गांधी से मिलने आये थे | रोजगार देना तो दूर प्रियंका उनसे मिली तक नहीं | पंजाब में हालात यह हैं कि अवसाद में पड़कर पंजाब के युवा नशाखोरी की ओर अग्रसर हो गए | कांग्रेसी शासन में ही पाकिस्तान अवैध नशों की तस्करी चरम पर पहुंची |
राहुल गांधी का यह दावा कि उनकी सरकार ने 27 करोड़ लोगो को गरीबी से बाहर निकाला | सत्तर साल में कुल सत्ताईस करोड़ को ही गरीबी रेखा से ऊपर उठा पाने को राहुल गांधी अपनी उपलब्धि बताते है और जमीनी स्तर पर इसकी जांच करने पर पता चलता है कि राहुल गांधी का यह आकड़ा भी वैसा ही है जैसा राफेल को कीमतों पर दिए गए उनके ब्यान | राजनीतिक प्रेक्षकों का मानना है कि कांग्रेस का अंतिम दस साला शासन भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा नमूना है | इस दौरान मनमोहन सिंह की क्षत्रछाया में खुलकर संसाधनों की लूट की गयी | कांग्रेसी विकास गाथा की असलियत यह है कि हजारों ग्रामों और लाखों मजरों में न बिजली पहुंचाई गयी न सड़क और न स्वास्थ्य सेवायें | पीने के पानी की तो और भी बुरी हालत थी | मोदी के आठ साल के शासन में इनमें से नब्बे प्रतिशत से अधिक स्थानों पर न केवल यह सुविधायें पहुंची बल्कि उनका स्तर उठाने के लिए कम से कम दर्जन भर योजनाएं न केवल चलाईं बल्कि उन्हें जमीन पर उतारा | बिचौलिए समाप्त किये और लाभार्थियों का लाभ सीधा उनके खातों में भेजने की सफल व्यवस्था की |
गृहमंत्री पर उन्होंने मणिपुर के नेताओं से जूते कमरे के बाहर उतरवा कर अपमानित करने का आरोप लगाया | इससे पता चलता है कि राहुल गांधी को भारतीय परम्पराओं की मामूली समझ भी नहीं | जूते पहन कर कमरों में घुसना असभ्यता की श्रेणी में आता है फिर भी गृहमंत्री ने जूते ही उतरवाये थे उन्हें खाने के लिए कुत्ते के बिस्कुट नहीं दिए थे जैसे कि राहुल गांधी ने अपनी ही पार्टी के असम नेताओं को दिए थे | राहुल का एक और आरोप है कि सभी संस्थानों पर अधिकार किया जा रहा है और उन पर हमले किये जा रहे हैं | यह बहुत ही हास्यास्पद आरोप है जबकि आपने पूरे शासन काल में सभी संस्थानों यहां तक कि सरकारी विभागों तक का कांग्रेसीकरण करने का ही काम किया | इंदिरा गांधी के सिपहसालार 1975 में कांग्रेस हितों के प्रति प्रतिबद्ध न्याय पालिका की वकालत करते थे | शिक्षा संस्थानों और हिंदी संस्थानों को कांग्रेस ने ही वामपंथियों को सौपा | महाराष्ट्र में तो आज भी कांग्रेस यही कर रही है | पुलिस का राजनीतिककरण करने का एक बड़ा उदाहरण है परमजीत , अनिल बझे और महाराष्ट्र सरकार के वे मंत्री हैं जो आज जेल में हैं |
परनाना जेल गए या दादी को 32 गोलियां लगी के प्रलाप से सफलता नहीं मिलती और न ही मिलने वाली है | पांच राज्यों के होने जा रहे विधानसभा के चुनावों में कांग्रेस की पतली हालत भी यही साबित करती है कि इन कोसनों से कांग्रेस का कोई भला नहीं होने वाला | राहुल गांधी यदि सबक लेने को तैयार नहीं हैं तो समय भी उन्हें महत्व देने को तैयार नहीं लगता |