
गोपेन्द्र नाथ भट्ट
राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी 68 वें राष्ट्रमण्डल संसदीय संघ के सम्मेलन में राजस्थान का गौरव बढ़ाएंगे। सम्मेलन में भारतीय शिष्टमण्डल का नेतृत्व लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला कर रहें है। देवनानी सम्मेलन में राजस्थान विधान मण्डल का प्रतिनिधित्व कर रहे है। देवनानी मंगलवार को स्थानीय समय अनुसार दोपहर में लंदन से बारबाडोस के लिए रवाना हुए। देवनानी मंगलवार को देर रात्रि में बारबाडोस की राजधानी ब्रिज टाउन पहुँचेंगे। वे सम्मेलन में पत्र वाचन भी करेंगे।
लंदन स्थित भारतीय दूतावास में अभिनंदन
बारबाडोस रवाना होने से पूर्व देवनानी का लंदन स्थित भारतीय दूतावास में आयोजित समारोह में ब्रिटेन में बसे भारतीय प्रवासी समुदाय भावभीना अभिनंदन किया। इस अवसर पर स्पीकर श्रीदेवनानी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत विश्व मंच पर नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। भारत विश्व में आर्थिक शक्ति के रूप में निरन्तर प्रगति कर रहा है। भारतीय संस्कारों और सनातन संस्कृति से भी भारत विश्व को दिशा दे रहा है। देवनानी ने ब्रिटेन में भारतीय दूतावास में प्रवासियों से कहा कि जीएसटी सुधार, डिजिटल इंडिया और आत्मनिर्भर भारत जैसे कदमों से भारतीय अर्थव्यवस्था नई ऊंचाइयों पर पहुँच रही है। उन्होंने प्रवासी भारतीयों से अपील की कि वे अपनी जन्मभूमि भारत से जुड़े रहें और भारत की प्रगति में अपने योगदान को निरंतर बनाए रखें।देवनानी ने बताया कि राजस्थान सरकार दस दिसंबर को प्रवासी दिवस मनाने जा रही है। उन्होंने प्रवासी भारतीयों से इस दिवस में सहभागिता और सहयोग का आग्रह किया।
देवनानी ने कहा कि भारत और ब्रिटेन के बीच संबंध ऐतिहासिक हैं और अब प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सम्बन्धों में प्रगाढता बढ रही है। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन आरत मुक्त व्यापार समझौता से दोनों देशों के बीच कम टैरिफ, विस्तृत बाजार पहुँच और मज़बूत आर्थिक साझेदारी का मार्ग प्रशस्त हो रहा है। दोनों देशों के उद्यमियों, निवेशकों और युवाओं को नये अवसर भी मिल रहे है।देवनानी ने अपने प्रेरक उद्बोधन में कहा कि आतंकवाद, पर्यावरण और वैश्विक स्थिरता जैसे विषयों पर भारत और ब्रिटेन मिलकर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत की भूमिका आज विश्व के हर महत्त्वपूर्ण निर्णय में निर्णायक बन रही है।इस अवसर पर राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश, सिक्किम विधानसभा अध्यक्ष मंगवा नोरबू शेरपा, झारखंड विधानसभा अध्यक्ष श्री रबिन्द्र नाथ महतो, ब्रिटिश संसद करन बिलमोरिया, सांसद कृश रावल, राजस्थान विधान सभा के प्रमुख सचिव भारत भूषण शर्मा सहित अनेक गणमान्य उपस्थित रहे। डिप्टी हाई कमिश्नर कार्तिक पाण्डेय ने देवनानी का स्वागत करते हुए कहा कि भारतीय प्रवासी समुदाय सदैव अपनी मातृभूमि से भावनात्मक रूप से जुड़ा रहता है।
ब्रिटिश संसद का अवलोकन
देवनानी ने लंदन प्रवास के दौरान ब्रिटिश संसद का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने ब्रिटिश लोकतंत्र की ऐतिहासिक इमारत वेस्टमिंस्टर पैलेस के दोनों सदनों हाउस ऑफ कॉमंस और हाउस ऑफ लार्ड्स की संसदीय व्यवस्था को देखा। श्री देवनानी ने ब्रिटिश संसद के दोनों सदनों की संसदीय प्रणाली और परम्पराओं की विस्तार से जानकारी ली। देवनानी ने ब्रिटिश संसद परिसर में स्थित वेस्टमिंस्टर हॉल और सेंट्रल लॉबी का भी अवलोकन किया, जो ब्रिटिश लोकतंत्र की ऐतिहासिक धरोहरों में गिने जाते हैं। उन्होंने कहा कि ब्रिटिश संसदीय प्रणाली पुरानी है, लेकिन भारत का लोकतंत्र विश्व में सबसे बड़ा और सुदृढ है। स्पीकर देवनानी ने ब्रिटिश संसद के सेन्ट स्टीफन हॉल में सर थॉमस रॉ एट द कोर्ट ऑफ अजमेर 1614 की पेंटिंग को देखा। यह पेंटिंग द बिल्डिंग ऑफ ब्रिटेन नामक कलाकृति श्रंखला में लगी हुई आठ बड़ी पेंटिंग का हिस्सा है। श्री देवनानी ने कहा कि यह पेंटिंग ब्रिटिश भारत के महत्वपूर्ण क्षणों को दर्शाती है और सदियों पुराने भारत ब्रिटेन संबंधों की याद दिलाती है।
देवनानी ने कहा कि भारत और ब्रिटेन के लोकतांत्रिक संबंधों की जड़े गहरी हैं। दोनों देशों की संसदें संवाद, सहिष्णुता और जनसेवा की भावना से लोकतंत्र को सशक्त बना रही हैं। अब ये संबंध एक नए युग में प्रवेश कर रहे हैं । ब्रिटेन-भारत मुक्त व्यापार समझौता कम टैरिफ, व्यापक बाज़ार पहुँच और मज़बूत आर्थिक साझेदारी का मार्ग प्रशस्त कर रहा है। श्री देवनानी ने कहा कि वैश्विक स्तर पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की छवि लगातार निखर रही है।
राष्ट्रमंडल संसदीय संघ मुख्यालय देवनानी ने लंदन स्थित राष्ट्रमंडल संसदीय संघ (सीपीए) के मुख्यालय में संसदीय लोकतंत्र को सशक्त बनाने वाले वैश्विक संगठन के विभिन्न आयामों का अध्ययन भ्रमण किया। श्री देवनानी ने कहा कि राष्ट्र मण्डल संसदीय संघ की राजस्थान शाखा संघ की गतिविधियों में सहयोगी रहेगी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रमंडल संसदीय संघ ऐसा संगठन है जो राष्ट्रमंडल देशों के विधानमंडलों को एक साझा मंच पर जोड़ता है ताकि विश्वभर में संसदीय लोकतंत्र को और अधिक मजबूत बनाया जा सके। देवनानी ने बताया कि राष्ट्रमण्डल संसदीय संघ की राजस्थान शाखा का गठन 10 अगस्त, 1959 को किया गया। इसे राष्ट्रमण्डल संसदीय संघ की साधारण सभा ने नवम्बर, 1959 में संसदीय संघ से सम्बध किया और भारत की केन्द्रीय शाखा ने 25 अप्रैल, 1960 को सहमति प्रदान की। उन्होंने बताया कि लगभग 180 राष्ट्रीय, प्रांतीय एवं राज्य स्तरीय संसदों का प्रतिनिधित्व करता है और लोकतांत्रिक संस्थाओं के सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि CPA का मुख्य उद्देश्य सदस्य देशों की संसदीय संस्थाओं के बीच अनुभवों का आदान-प्रदान बढ़ाना, संसदीय परंपराओं का प्रचार-प्रसार करना तथा समान संसदीय हितों से जुड़े विषयों पर विचार-विमर्श हेतु एक मंच उपलब्ध कराना है। देवनानी ने कॉमनवेल्थ पार्लियामेंट्री एसोसिएशन (सी पी ए), यूके ब्रांच के अधिकारियों से राजस्थान शाखा के साथ संभावित सहयोग एवं साझेदारी के विविध आयामों पर विचार-विमर्श किया। उन्होंने राजस्थान में संघ के तत्वावधान में आयोजित किये गये विधायी प्रक्रियाओं के परस्पर अनुभव साझा करने के लिए युवाओं को लोकतांत्रिक मूल्यों से जोड़ने हेतु यूथ पार्लियामेंट के आयोजन में संयुक्त सहभागिता, महिला जनप्रतिनिधियों की भागीदारी को प्रोत्साहित करने हेतु वीमेन पार्लियामेंट के सहयोगात्मक कार्यक्रम तथा भविष्य में राजस्थान शाखा एवं यूके ब्रांच के बीच संस्थागत आदान-प्रदान को सुदृढ़ करने की विस्तार से जानकारी दी।
देवनानी का यह संवाद भारत और यूनाइटेड किंगडम के बीच संसदीय परंपराओं, लोकतांत्रिक आदर्शों और युवाओं के सशक्तिकरण को एक नई दिशा प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।