गोपेन्द्र नाथ भट्ट
भौगोलिक लिहाज से देश के सबसे बड़े प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा हाल ही एक से अधिक अग्नि परीक्षाओं में सफल हुए है।
मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा राज्य की राजधानी गुलाबी नगरी जयपुर में देश के सभी प्रदेशों के डीजीपी और आईजी सम्मेलन के सफल आयोजन कराने के साथ ही उन्होंने पहली बार प्रदेश भाजपा कार्यालय जयपुर में पधारे प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम को भी सभी के सहयोग से बखूबी सफल बनवाया। इसी दौरान उन्होंने अपने मंत्रिपरिषद के मंत्रियों के पोर्ट फोलियों वितरण के दायित्व को भी पूरा किया। साथ ही इसी दरम्यान पेपर लीक के लिए बदनाम हुए राजस्थान में एक बड़ी प्रतियोगी परीक्षा का भी सफलता पूर्वक आयोजन कराया।
मुख्यमंत्री भजन लाल के सामने सबसे पहली अग्नि परीक्षा थी जयपुर में 5 से 7 जनवरी तक आयोजित हुए देश भर के पुलिस महानिदेशकों और पुलिस महानिरीक्षकों के 58वें सम्मेलन की सुचारु व्यवस्था करना क्योंकि इसमें भाग लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ देश भर के पुलिस महानिदेशक, पुलिस महानिरीक्षक के अलावा देश की सुरक्षा एवं खुफिया एजेंसियों के प्रतिनिधिगण तीन दिनों तक जयपुर के ढहरें। यह आयोजन जयपुर के खूबसूरत राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित हुआ। तीन दिवसीय इस सम्मेलन में एआई, साइबर सुरक्षा, आतंकवाद विरोधी, वामपंथी उग्रवाद और नशीले पदार्थों की तस्करी, मानव तस्करी,जेल सुधार, पुलिसिंग और आंतरिक सुरक्षा मुद्दों आदि कई महत्त्वपूर्ण विषयों पर गहन विचार-विमर्श किया गया। माना जा रहा है कि इस कांफ्रेंस में राजस्थान से सटी भारत पाक की लंबी सीमाओं से जुड़ी चुनौतियों के साथ ही महिला अपराधों से संबद्ध समस्याओं तथा अंतर राज्यीय अपराधों पर अकुंश लगाने के उपायों पर भी सारगर्भित चर्चा हुई है।
भजन लाल शर्मा के मुख्यमंत्री बनने के पश्चात प्रदेश में यह एक बड़ा आयोजन था। सबसे बड़ी बात यह थी कि प्रधानमंत्री मोदी तीन दिन तक जयपुर में रहें। इसके पहले कोई प्रधान मंत्री इतनी लंबी अवधि के लिए जयपुर प्रवास पर नही रहें। प्रधानमत्री और अन्य वीवीआईपी की सुरक्षा किसी चुनौती से कम नहीं होती। विशेष कर प्रधानमत्री की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार एसपीजी के साथ समन्वय कर सभी माकूल इंतजाम करना एक टेड़ी खीर के समान है। इसके अलावा वीवीआईपी मूवमेंट के साथ जनता को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होवें इसे ख्याल में रखते हुए निर्बाध मूवमेंट को बनाए रखना भी एक कठिन परीक्षा ही थी।
प्रधान मंत्री ने जयपुर के अपने तीन दिनों के प्रवास में सबसे पहले भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यालय की ओर रुख किया और वहां पार्टी पदाधिकारियो, विधायकों और कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत की और उन्हें संबोधित किया। पीएम मोदी पार्टी कार्यालय में तीन घंटे रहें और उन्होंने सभी को जन सेवक बन कर काम करने, ट्रांसफर पोस्टिंग भ्रष्टाचार आदि से दूर रहने के साथ ही सत्ता के नशे में चूर नही होने की नसीयत दी। बताते है कि उन्होंने कतिपय विधायकों को उनके गलत आचरण के लिए लताड़ा भी और कहा कि पार्टी आपके कार्यों की निगरानी कर रही है। मोदी ने नए मंत्रियों और विधायकों को गुड़ गवर्नेंस और आगामी लोकसभा चुनाव की जीत का मंत्र भी दिया। साथ ही बाईस जनवरी को अयोध्या में रामलला मंदिर में भगवान श्रीराम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा पर पूरे देश में दीपावली मनाने के आयोजन को सफल बनाने की अपील की।
प्रधानमत्री मोदी और गृह मंत्री शाह ने जयपुर मे तीन दिनों तक हुए इन विभिन्न आयोजन की शानदार व्यवस्थाओं,राजस्थानी मनुहार और मेजबानी,स्वादिष्ट भोजन,अतिथियों के पर्यटन भ्रमण,आमोद प्रमोद के इंतजामों,वीआईपी सुरक्षा आदि के लिए मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा की पीठ थपथपाई और डीजीपी कांफ्रेंस के आयोजन स्थल की भी सराहना की। उल्लेखनीय है कि आयोजन स्थल राजस्थान इंटरनेशनल सेंट्रल के खूबसूरत भवन का निर्माण जयपुर के विख्यात वास्तुकार प्रमोद जैन को संकल्पना के आधार पर किया गया है।
तीन दिन के प्रवास के बाद प्रधानमत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह रविवार शाम को नई दिल्ली रवाना हो गये।राज्यपाल कलराज मिश्र और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने उन्हें विदा किया। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने राजभवन में दोनों नेताओं से मुलाकात कर प्रदेश के विकास समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा भी की ।
माना जा रहा है कि प्रधानमत्री मोदी ने मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा को आगामी लोकसभा चुनाव में राजस्थान की पिछली दो बार की परफॉर्मेंस को रिपीट करने की हिदायत भी दी तथा बिना समय गंवाए आचार संहिता लगने से पहले प्रदेश में गुड़ गवर्नेंस का मॉडल पेश करने तथा विधान सभा चुनाव में पार्टी द्वारा घोषित किए गए संकल्प पत्र के चुनावी वायदों को चरण बद्ध तरीके से लागू करने के निर्देश भी दिए होंगे।
बताते है कि मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने भी पार्टी के दोनो शीर्ष नेताओं मोदी और शाह के तीन दिनों तक जयपुर प्रवास का फायदा उठाते हुए राजस्थान की कतिपय समस्याओं, प्रमुख लंबित परियोजनाओं तथा प्रदेश की माली हालत सुधारने के लिए अधिक से अधिक केंद्रीय सहायता और अनुदान उपलब्ध कराने का आग्रह किया है ताकि लोकसभा आम चुनाव से पूर्व संसद में पेश होने वाले आम बजट के साथ ही राजस्थान विधान सभा में भी राज्य का ऐसा शानदार बजट पेश किया जा सकें जिसकी अमिट छाप लग सके।
यह भी माना जा रहा है कि पीएम मोदी,गृह मंत्री शाह और सीएम शर्मा तथा प्रदेश के पार्टी नेताओं प्रदेशाध्यक्ष सांसद सी पी जीशी, संगठन मंत्री चंद्र शेखर मिश्र आदि के मध्य अगले कुछ महीनों में राजस्थान की राज्यसभा ने रिक्त होने वाली सीटों के चुनाव के संबंध में भी गहन विचार विमर्श हुआ होंगा।
निकट भविष्य में यह देखना दिलचस्प होंगा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनके चाणक्य अमित शाह की इस लंबी राजस्थान यात्रा के क्या सुफल प्रदेश की किस प्रकार मिलेंगे?