
देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ होती है चार्टर्ड अकाउंटेंट, प्रतिभा का उपयोग राष्ट्र हित में हो – देवनानी
गोपेन्द्र नाथ भट्ट
जयपुर : राजस्थान विधानसभाध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा है कि चार्टर्ड अकाउंटेंट देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ और समाज के महत्वपूर्ण अंग होते हैं।
देवनानी का मानना था कि जब देश के सभी सीए मिलकर नेशन फर्स्ट की भावना के साथ कार्य करेंगे तो 2040 तक विश्व की अर्थव्यवस्था में भारत का पहला स्थान होगा।
देवनानी शुक्रवार को जयपुर के राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में जयपुर में पहली बार हो रहे सीए स्टूडेंट टैलेंट सर्च ग्रैंड फिनाले-2025 “समर्थ” का दीप प्रज्जवलित कर शुभांरभ करने के बाद बोल रहें थे।
देवनानी ने देश के विभिन्न भागों से आये सीए को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सुदृढ़ आर्थिक नीतियों के कारण भारत विश्व में आर्थिक शक्ति के रूप में चौथे नंबर आ गया है। निकट भविष्य में भारत विश्व की तीसरी आर्थिक शक्ति बनेगा।
उन्होंने कहा कि जीएसटी आने के बाद उद्द्योगपति समूह में सीए की आवश्यकता प्रतिपादित हुई।सीए जैसे चुनौतीपूर्ण क्षेत्र में रचनात्मकता और सांस्कृतिक अभिव्यक्ति का यह संगम निश्चित ही प्रेरणादायी है।संख्या और संस्कृति जब मिलती हैं, तब व्यक्तित्व संपूर्ण बनता है। प्रतिभा केवल अंकपत्रों में नहीं होती, वह आत्मा की भाषा होती है। इस मंच से निकलने वाली युवा प्रतिभाओं की ऊर्जा भविष्य के भारत को नया आकार देगी।
देवनानी ने कहा कि उनका जीवन का अधिकांश समय विधार्थियों के साथ निकला है। उनके मन में भी सीए बनने की चाहत थी। देशभर से आये सीए विधार्थियों का देवनानी ने गुलाबी नगर जयपुर में स्वागत किया। उन्होंने कहा कि सीए अपनी प्रतिभा का उपयोग राष्ट्रहित में करें। जैसा चल रहा है, वैसा ही चलता रहेगा ऐसी सोच वाली प्रवृति ठीक नहीं है। सभी आगे बढ़े, तरीके से आगे बढ़े, मिलकर आगे बढ़े और सकारात्मक सोच के साथ राष्ट्रहित में अपनी प्रतिभा का उपयोग करें।
देवनानी ने कहा कि भारत की सुदृढ़ आर्थिक नीतियों के कारण विश्व में राष्ट्र की धाक जमने लगी है। हमें इस प्रगति को निरंतर बनाये रखने में योगदान देना है। उन्होंने कहा कि विश्व का कोई देश नहीं चाहता कि भारत सिरमोर बनें। इसलिये देश को आगे बढ़ाने में राष्ट्र का प्रत्येक व्यक्ति अपने प्रोफेशन के साथ-साथ राष्ट्र के विकास में सक्रिय भागीदारी निभाने में योगदान करें। राष्ट्र के लिये अपनी प्रतिभा का विस्तार करें और उसका उपयोग करें। श्री देवनानी ने कहा कि अनुभव और मेहनत से सफलता मिलती है। सफलता के लिये समय प्रबंधन के साथ अपनी प्रतिभा का सदुपयोग किया जाना आवश्यक है।
समारोह में देवनानी का सीए एसोसिएशन द्वारा दुपट्टा पहनाकर, स्मृति चिन्ह और पौधा भेट कर अभिनंदन किया गया।समारोह को शिव कुमार शर्मा, रोहित रुवाटिया, अंकुर गुप्ता, कमल जैन, विकास यादव और सीए विधि ने भी संबोधित किया। समारोह में बड़ी संख्या में सीए छात्र-छात्राएं और चार्टर्ड अकाउंटेंसी क्षेत्र के विशेषज्ञ उपस्थित रहे। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थिों को अकादमिक दायरे से बाहर लाकर उनकी समय प्रतिभा को निखारने और आपसी संवाद, सहभागिता और नेतृत्व कौशल को प्रोत्साहित करने का रहा। कार्यक्रम में जयपुर सहित देश के विभिन्न हिस्सों से आए सीए विद्यार्थियों ने अपनी कला, वाक्पटुता और सृजनात्मकता का प्रभावशाली प्रदर्शन किया। इस टैलेंट सर्च फिनाले में वाद-विवाद सहित विभिन्न प्रतिभा आधारित प्रतियोगिताएं आयोजित की गई।