गोपेंद्र नाथ भट्ट
नई दिल्ली : 74वें गणतंत्र दिवस पर नई दिल्ली के कर्तव्य पथ पर आयोजित मुख्य परेड में इस बार हालाँकिराजस्थान की मनमोहक झाँकी नही दिखी और नाहीं वाहनों पर सवार बहादुर बच्चों में कोई राजस्थानी हीशामिल था फिर भी समारोह में राजस्थान का जलवा दिखें बिना नही रहा।
भारत के शौर्य पराक्रम और सांस्कृतिक वैभव का दिग्दर्शन कराने वाली इस भव्य परेड समारोह में प्रधानमंत्रीनरेन्द्र मोदी राजस्थान का बहुरंगी जोधपुरी साफ़ा पहने हुए थे । यह बंधेज का साफा उन्हें राजस्थान के देवीसिंह ने बांधा था।इसमें बसन्त पंचमी की झलक भी दिखी।मुख्य मंच पर राजस्थान के शेखावाटी के लालउपराष्ट्रपति जगदीप धनखड भी सपत्नीक परेड़ के मुख्य अतिथि मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सिसीऔर भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अन्य के साथ विराजमान थे। विशिष्ट दीर्घा में राजस्थान की हस्तियोंमें लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला,केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत,भूपेन्द्र यादव,अश्विनी वैष्णव, अर्जुन राममेघवाल,कैलाश चौधरी आदि परेड की शोभा बढ़ा रहे थे।
परेड में दुनिया के एक मात्र बीएसएफ ऊँट बेंड का नेतृत्व राजस्थान के खेमराज और केमल दस्ता की अगुवाई भी राजस्थान के हाई मनोहर सिंह खींची कर रहें थे। एनसी सी दल पिलानी का नेतृत्व अभिषेक चौहान और कुमारी एस गुप्ता ने छोरियों भी कोई कम कोनी गीत पर किया। आई सीएआर की झाँकी में मिलेट्स 2023 शीर्षक झाँकी में राजस्थानी ज्वार आदि फसलों का बोल बालारहा।देश के 479 कलाकारों के सामूहिक वन्दे भारतीय नृत्य प्रस्तुति में राजस्थानी वेशभूषा में सजी बालिकाओंका चरी नृत्य ने सभी का मन मोहा। पूरे कार्यक्रम का दूर दर्शन पर सजीव प्रसारण करने का नेतृत्व सम्भालनेवाले जितेन्द्र सिंह चौहान भी राजस्थान से ही थे। परेड में इस बार नारी शक्ति और भारत के सांस्कृतिक और आध्यात्मिक वैभव का प्रभावी प्रदर्शन रहा।