
दीपक कुमार त्यागी
- लोकप्रिय जननेता व पूर्व कैबिनेट मंत्री राजपाल त्यागी का हुआ निधन।
- लंबी बीमारी के बाद शुक्रवार की सुबह गाजियाबाद के नामचीन यशोदा अस्पताल में हुआ निधन।
- राजकीय सम्मान के साथ हिंडन श्मशान घाट पर पौत्र मोहित त्यागी ने दी मुखाग्नि।
गाजियाबाद : अपनी शैली के दम पर विशिष्ट पहचान बनाने वाले लोकप्रिय जननेता गाजियाबाद की शान मुरादनगर विधानसभा के छह बार के विधायक व पूर्व कैबिनेट मंत्री राजपाल त्यागी का 80 वर्ष की आयु में लंबी बीमारी के बाद शुक्रवार की सुबह गाजियाबाद के नामचीन यशोदा अस्पताल में निधन हो गया। वह पिछले 15 दिनों से अस्पताल में भर्ती थे। राजपाल त्यागी के निधन के बाद यह दुखद समाचार मुरादनगर से भाजपा के विधायक उनके बेटे अजीत पाल त्यागी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करके दिया। शुक्रवार की शाम 4 बजे हिंडन स्थित शमशान घाट पर उनका पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उनके बड़े पुत्र गिरीश पाल त्यागी के बेटे मोहित त्यागी ने उनको मुखाग्नि दी। खराब मौसम व कांवड़ यात्रा में रास्ता बंद होने के बावजूद भी अपने लोकप्रिय नेता को अंतिम विदाई देने के लिए राजपाल त्यागी के अंतिम संस्कार में हिंडन श्मशान घाट पर भारी संख्या में गणमान्य नागरिक व आम आदमी की भीड़ उमड़ पड़ी।
राजपाल त्यागी राजनीति में अपनी शैली के दम पर आम जनमानस के बीच एक लोकप्रिय जननेता के रूप में विशिष्ट पहचान बनाने वाली शानदार शख्सियत थे। अपने मिलनसार व्यक्तित्व व काम के दम पर वह विकास पुरुष के रूप में हमेशा क्षेत्रवासियों के दिलों-दिमाग में जिंदा रहेंगे। राजनीति के पुरोधा राजपाल त्यागी की कार्यशैली ऐसी रही है कि वह अपने क्षेत्र के लोगों के सुख-दुख में हर समय खड़े रहते थे, वह अपने क्षेत्र के लोगों को नाम से जानते थे, कोई भी व्यक्ति जब उनकी चौखट पर किसी कार्य से आता था तो वह निराश होकर वापस नहीं आता था। आम जनमानस के बीच उनकी लोकप्रियता का आलम यह था कि वह मुरादनगर क्षेत्र से निर्दलीय विधायक के रूप में भी चुनें जाते थे, वह एक व्यवहार कुशल, विकास पुरुष जननेता के रूप में हमेशा लोगों को याद आयेंगे।
राजपाल त्यागी अपने पीछे पूरा भरा-पूरा साधन संपन्न परिवार छोड़कर गये हैं। उनके परिवार में पत्नी लोकेश त्यागी, दो पुत्र गिरीश पाल त्यागी, अजीत पाल त्यागी और उन दोनों के बच्चे हैं। गाजियाबाद की राजनीति के पुरोधा राजपाल त्यागी कांग्रेस से गाजियाबाद के जिला अध्यक्ष भी रहे हैं और वह कांग्रेस, सपा व बसपा के टिकट के साथ-साथ निर्दलीय के रूप भी मुरादनगर विधानसभा क्षेत्र से विधायक भी चुने गए थे। क्षेत्र की आम जनता के बीच उनकी लोकप्रियता का आलम यह था कि वह मुरादनगर विधानसभा क्षेत्र से वह 6 बार विधायक चुने गए थे और अपनी लोकप्रियता व कार्यों के दम पर वह उत्तर सरकार में कैबिनेट मंत्री भी बने। अहम बात यह है कि फिलहाल मुरादनगर से भारतीय जनता पार्टी से राजपाल त्यागी के छोटे बेटे अजीत पाल त्यागी लगातार दो बार से विधायक हैं, वह भी अपने पिता राजपाल त्यागी के नक्शे कदम पर चलते हुए उनकी राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहे हैं। उनके निधन से पूरे क्षेत्र व त्यागी समाज में शोक की लहर दौड़ गई है। मैं ऐसी शानदार शख्सियत को कोटि-कोटि नमन करते हुए अश्रुपूरित श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि वह दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान देकर मोक्ष प्रदान करें और अपार दुःख की इस घड़ी में सभी परिजनों व समर्थकों को हौसला प्रदान करें।