रविवार दिल्ली नेटवर्क
मुरादाबाद : तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग के इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग विभाग की ओर से डिप्लोमा और बीटेक छात्रों ने इलेक्ट्रॉनिक्स सेवा और प्रशिक्षण केंद्र- ईएसटीसी, रामनगर(उत्तराखंड) का इंडस्ट्रीयल विटिज किया। औद्योगिक भ्रमण में स्टुडेंट्स ने आईओटी, सोलर, ड्रोन, रोबोट, पीसीबी डिज़ाइन लैब्स और विभिन्न सॉफ़्टवेयर्स को देखा और इनकी प्रणालियों को बारीकी से समझा। इससे विषयों के सैद्धांतिक ज्ञान को उद्योग में व्यावहारिक अनुप्रयोग की प्रक्रिया को जानने का अवसर मिला। इंडस्ट्रीयल विटिज का उद्देश्य इंजीरियरिंग स्टुडेंट्स में पीसीबी डिजाइनिंग, सीएनसी, सौर सेल, रोबोटिक्स और उनके सिस्टम के क्षेत्र में समझ को व्यापक बनाना था। सीपीआईओ के प्रशिक्षण निदेशक श्री दिनेश चंद्र, वैज्ञानिक अधिकारी श्री नयनज्योति तालुकदार, जूनियर वैज्ञानिक अधिकारी श्री बीरेंद्र कुमार यादव, श्री अमरेंद्र कुमार भारती, लैब-पर्यवेक्षक श्री सुमित बौराई ने प्रशिक्षण केंद्र की प्रयोगशालाओं और परियोजनाओं के सभी प्रभागों और उनकी कार्यप्रणाली के बारे में स्टुडेंट्स को विस्तार से समझाया। भ्रमण में फैकल्टीज- श्री राहुल विश्नोई और सुश्री अवंतिका के साथ इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग विभाग के बीटेक प्रथम, द्वितीय, तृतीय और चतुर्थ वर्ष एवम् डिप्लोमा तृतीय वर्ष के 28 छात्र-छात्राएं शामिल रहे।
आत्महत्या से बचाव का दिया संदेश
कॉलेज ऑफ नर्सिंग की एनएसएस इकाई के मानसिक विभाग की ओर से ग्राम गुरेठा में आत्महत्या रोकथाम और नियंत्रण पर जागरूकता कार्यक्रम के तहत स्टुडेंट्स ने स्कूली छात्रों और ग्रामीणों को आत्महत्या की रोकथाम और नियंत्रण के लिए रोल प्ले, नारे और बैनर आदि के जरिए आत्महत्या की रोकथाम और नियंत्रण पर जागरूक किया। कार्यक्रम में शिक्षकों और विद्यार्थियों ने नारों जैसे- अपनी समस्याओं को मौत के मुंह में मत जाने दो…, हार मत मानो, जीवन जीने लायक है…, हर समस्या का एक समाधान होता है… से आत्महत्या से बचने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम में एनएसएस समन्वयक श्री गौरव कुमार, ग्राम प्रधान श्री महिपाल सिंह के अलावा फैकल्टी- श्री नफीस अहमद, बीएससी नर्सिंग द्वितीय वर्ष के स्टुडेंट्स- पावनी अग्रवाल, अमीषा जॉन विन्सेंट, रितिक कुमार, अंशुल राजा, पल्लवी शर्मा, सांझ और दुष्यन्त सिंह डागुर, जीएनएम तृतीय वर्ष के लगभग 43 छात्र-छात्राओं के साथ-साथ 100 से अधिक स्कूली छात्रों और ग्रामीण शामिल रहे।
हकीमपुर में 69 ग्रामीणों के दांतों की जांच
डेंटल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर के डिपार्टमेंट ऑफ पब्लिक हैल्थ डेटिस्ट्री की ओर से हकीमपुर में एनएसएस डेंटल कैंप में 26 महिला और 43 पुरूष कुल 69 ग्रामीणों के दांतों की गहनता से जांच की गई। डेंटल कॉलेज के यूजी/पीजी स्टुडेंट्स ने ग्रामीणों को ब्रश करने के सही तरीके बताएं कहा, हमें प्रतिदिन दो बार सुबह और रात को ब्रश करना चाहिए ताकि हम दांतों की तमाम बीमारियों से बच सकें। डेंटल स्टुडेंट्स ने कैंप में बताया, नियमित और सही तरह से ब्रश न करने पर दांतों से जुड़ी बीमारियों जैसे- मसूड़ों से खून आना, दांतों में कीड़ा लगना, मुंह से बदबू आना आदि की चपेट में आ जाते हैं। कार्यवाहक प्रिंसिपल एवम् डिपार्टमेंट ऑफ पब्लिक हैल्थ डेंटिस्ट्री के एचओडी प्रो. (डॉ.) प्रदीप तांगडे, वाइस प्रिंसिपल डॉ. अंकिता जैन और प्रोफ़ेसर डॉ. विकास सिंह ने कहा, डेंटल कॉलेज की ओर से समय-समय पर स्कूल डेंटल कैंप, विलेज और एनएसएस डेंटल कैंप लगाए जाते हैं। इन कैंपों का मकसद छात्रों और ग्रामीणों को जागरूक करना है। कैंप में एमडीएस के स्टुडेंट डॉ. प्रभात कुमार सिंह और बीडीएस तृतीय वर्ष के साक्षी, न्यूकेन, सबाहत, प्रेरणा, ऋषभ आदि शामिल रहे।