रविवार दिल्ली नेटवर्क
मुजफ्फरनगर : दो अक्टूबर को जंहा पूरा देश राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और देश के पहले प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती मनाते हुये अंहिसा के पथ पर चलने की शपथ लेता है। वहीं आज से 30 साल पहले 1994 में उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर स्थित रामपुर तिराहा क्षेत्र में अलग राज्य उत्तराखंड की मांग कर रहे राज्य आंदोलनकारियों पर गोलियां बरसाई जाती है। जिसे उत्तराखंड अभी तक भी नहीं भूल पाया है। दिल्ली जाते निहत्थे राज्य आंदोलकारियों पर यूपी पुलिस ने गोलियां बरसाई थी।
रामपुर तिराहा कांड की बरसी के मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजीजू ,सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट समेत कई नेताओं और राज्य आंदोलनकारियों ने देहरादून कचहरी स्थित शहीद स्मारक पहुंचकर शहीद उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारीयों को श्रद्धांजलि अर्पित की है।
इस दौरान सीएम धामी ने कहा जिन्होंने राज्य बनाने के लिए अपना बलिदान दिया आज उन्हें श्रद्धांजलि व्यक्त करता हूं। अलग राज्य उत्तराखंड की प्राप्ति और राज्य की खुशहाली के लिए अनेक सपने देखे गये थे उन सबके सपनो के अनुरूप उत्तराखंड राज्य बनाना है। जिन्होंने उत्तराखंड राज्य के लिए बलिदान दिया उन सबके मन मे उत्तराखंड के लिए बहुत कुछ था उन सबको धरातल पर उतारना है। वहीं हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने राज्य आंदोलनकारी को श्रद्धांजलि देते हुए आंदोलनकारी की आकांक्षा के अनुकूल उत्तराखंड बनाने का प्रयास किया जाएगा।