रक्षा-राजनीति नेटवर्क
लखनऊ : युवाओं को रोजगार, स्वरोजगार के क्षेत्र में प्रेरित, प्रोत्साहित करने के सतत क्रम में सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने सोमवार को ट्वीट कर लिखा, आज के युवा नवप्रवर्तन और अवसरों से भरे भारत में अपना भविष्य संवारने के लिए अविश्वसनीय रूप से भाग्यशाली हैं। डॉ. राजेश्वर सिंह ने शिक्षा के क्षेत्र में भारत की प्रगति का उल्लेख करते हुए लिखा वर्ष 2023 तक भारत में 1,100 से अधिक विश्वविद्यालय और 50,000 कॉलेज हैं। नई शिक्षा नीति (एनईपी) ने व्यावसायिक कौशल पर जोर देकर सीखने के तरीकों को बदला है। विधायक ने क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2024 का हवाला देते हुए लिखा शीर्ष 1,000 में भारत के 23 विश्वविद्यालय हैं, जो शिक्षा की बढ़ती गुणवत्ता को दर्शाता है। इसके अतिरिक्त, ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स 2023 में भारत 37वें स्थान पर है, जो अनुसंधान और विकास पर इसके बढ़ते फोकस को दर्शाता है।
कौशल भारत क्रांति का उल्लेख कर सरोजनीनगर विधायक ने लिखा कौशल भारत मिशन के तहत, 5 करोड़ से अधिक युवाओं को नौकरी के लिए तैयार करने के लिए प्रशिक्षित किया गया है। आज युवा सरकार समर्थित कार्यक्रमों के माध्यम से डिजिटल मार्केटिंग, एआई, ब्लॉकचेन और कोडिंग सीख सकते हैं, जिससे वे वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बन सकते हैं। विश्व आर्थिक मंच की वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता रिपोर्ट 2023 में भारत 66वें स्थान पर है, जो अपने आर्थिक परिदृश्य में कुशल श्रम के महत्व को परिभाषित करता है।
डॉ. सिंह ने भारत में शिक्षा के बदलते परिदृश्य का उल्लेख कर लिखा विश्व स्तरीय शिक्षा आपके द्वार पर है, 200 से अधिक विदेशी विश्वविद्यालय अब भारतीय संस्थानों के साथ सहयोग कर रहे हैं, जिससे युवाओं को बिना देश छोड़े अंतरराष्ट्रीय स्तर की शिक्षा प्राप्त करने की सुविधा मिल रही है। 2023 टाइम्स हायर एजुकेशन रैंकिंग में, कई भारतीय संस्थानों ने शिक्षण और अनुसंधान के लिए उच्च अंक हासिल किए, जिससे उनकी वैश्विक प्रतिष्ठा बढ़ी। 2024 क्यूएस हायर एजुकेशन सिस्टम स्ट्रेंथ रैंकिंग में भारत अपनी उच्च शिक्षा प्रणाली के लिए दुनिया में 7वें स्थान पर है।
इंटरनेट क्रांति का उल्लेख कर सरोजनीनगर विधायक ने लिखा 2023 में, भारत में इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की संख्या 85 करोड़ को पार कर गई। 5जी तकनीक के तेजी से विस्तार के साथ, ग्रामीण क्षेत्र भी डिजिटल क्रांति का हिस्सा बना, जिसने लोगों को आपस में जुड़ने के साथ सीखने के लिए अभूतपूर्व रूप से सशक्त बनाया। जीवन की डिजिटल गुणवत्ता सूचकांक 2023 में भारत को 117 देशों में से 57वां स्थान दिया गया, जो इसके डिजिटल बुनियादी ढांचे में सुधार को दर्शाता है।
सरकारी विभागों में निष्पक्ष नौकरी भर्ती का उल्लेख कर डॉ. राजेश्वर सिंह ने लिखा राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी (एनआरए) और सामान्य पात्रता परीक्षा (सीईटी) के साथ, सरकारी नौकरियों के लिए भर्ती अधिक पारदर्शी हो गई है, जिससे लाखों युवाओं के लिए योग्यता-आधारित भर्ती सुनिश्चित हो रही है। 2023 वैश्विक प्रतिभा प्रतिस्पर्धात्मकता सूचकांक ने भारत को 62वें स्थान पर रखा, जो प्रभावी नौकरी नीतियों के माध्यम से प्रतिभा को पोषित करने की क्षमता को उजागर करता है। अंत में विधायक ने युवाओं को प्रोत्साहित करते हुए लिखा अब, उठने और इन असाधारण अवसरों का लाभ उठाने की आपकी बारी है।