
रविवार दिल्ली नेटवर्क
गुरुग्राम : आरईसी लिमिटेड की 56वीं वार्षिक आम बैठक (एजीएम) आज सुबह 11:00 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित की गई।
अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री जितेंद्र श्रीवास्तव ने बैठक की अध्यक्षता की और कंपनी के बोर्ड के सभी निदेशकों ने इसमें भाग लिया। कई शेयरधारक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में उपस्थित रहे।
इसके बाद अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक ने सभा को संबोधित किया।
उन्होंने कहा, “समीक्षाधीन वर्ष के दौरान, आरईसी ने रिकॉर्ड परिचालन और वित्तीय उपलब्धियाँ हासिल कीं, जिससे एक प्रदर्शन-संचालित सार्वजनिक वित्तीय संस्थान के रूप में इसकी स्थिति मज़बूत हुई। ऋण स्वीकृतियाँ ₹3,37,179 करोड़ तक पहुँच गईं, जिनमें ₹1,91,185 करोड़ का वितरण शामिल है, जो बिजली और बुनियादी ढाँचे में प्रभावी पूँजी निवेश को दर्शाता है। ऋण पुस्तिका साल-दर-साल 11% बढ़कर ₹5.67 लाख करोड़ हो गई, जबकि निवल मूल्य 13% बढ़कर ₹77,638 करोड़ हो गया। कुल आय 19% बढ़कर ₹55,980 करोड़ हो गई, और कर-पश्चात शुद्ध लाभ 12% बढ़कर ₹15,713 करोड़ हो गया, जो ऊर्जा और बुनियादी ढाँचा क्षेत्रों में मज़बूत विकास, मज़बूत जोखिम प्रबंधन और रणनीतिक जुड़ाव को दर्शाता है।”
आरईसी में, हमारी प्रतिबद्धता केवल परियोजनाओं के वित्तपोषण तक ही सीमित नहीं है; हम भारत के लिए एक हरित, समावेशी और सुदृढ़ ऊर्जा पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण हेतु समर्पित हैं। ईएसजी सिद्धांत हमारे हर निर्णय का मार्गदर्शन करते हैं, यह सुनिश्चित करते हुए कि स्थिरता एक अलग उद्देश्य नहीं, बल्कि हमारे नेतृत्व, निवेश और राष्ट्र पर प्रभाव का एक प्रमुख तत्व है।
इस अवसर पर, अध्यक्ष और निदेशक मंडल ने आरईसी की दूसरी स्थिरता रिपोर्ट जारी की, जो ग्लोबल रिपोर्टिंग इनिशिएटिव (जीआरआई) यूनिवर्सल स्टैंडर्ड्स 2021 के अनुरूप है, जो कंपनी के पर्यावरण, सामाजिक और शासन (ईएसजी) प्रदर्शन को रेखांकित करती है।