विनोद तकियावाला
मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के असंख्य भक्तों की सैकड़ों वर्षों से जिस पल की प्रतीक्षा कर रहे थें , वह सुखद स्वर्णिम पल आने मे एक महीने से कम का भी समय रह गया है।नये वर्ष के 22 जनवरी को अयोध्या के नवर्निमित भव्य मंदिर में पीएम नरेंद्र मोदी रामलला को गर्भगृह में स्थापित करेंगे।इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी 30 दिसंबर को भी अयोध्या आएंगे।इस दौरे में पीएम अयोध्या में बने नवनिर्मित एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन के साथ ही करीब 6 हजार करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे।योगी सरकार 30 दिसंबर के आयोजन को 22 जनवरी के आयोजन के पूर्वाभ्यास मानकर तैयारी कर रही है। अयोध्या नगर के सड़को के सौन्दर्य करण व फुलों से सजाये जायेंगें।राम मंदिर के भूतल का निर्माण अंतिम चरण में है।सुत्रो के अनुसार 25 दिसंबर से मंदिर और यात्री सुविधा केंद्र में सुरक्षा उपकरणों का इंस्टॉलेशन शुरू हो जाएगा।मंदिर के सभी निर्माण कार्य 31 दिसंबर तक पूरा करने के लिए निर्देश दिए गए हैं।यहाँ पर रामलला की तीनों प्रतिमाएं तैयार कर ली गई है।गर्भगृह में स्थापित होने वाली प्रतिमा का चयन 6 जनवरी तक कर लिया जाएगा।अन्य दो प्रतिमाओं को भी मंदिर परिसर में ही रखा जाएगा।इनमें एक मूर्ति चलायमान होगी।यात्री सुविधा केंद्र का भी निर्माण अंतिम चरण में चल रहा है।प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त भी सामने आ गया है।नववर्ष के प्रथम मास यानि 22 जनवरी को अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए 84 सेकंड का अति सूक्ष्म मुहूर्त होगा,जिसमें रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी।राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए देशभर के विद्वानों और चोटी के ज्योतिषाचार्य से प्राण प्रतिष्ठा के समय को निर्धारित करने के लिए कहा था।इसमें से काशी के ज्योतिषाचार्य पंडित गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने जो मुहूर्त चुना उसे सबसे सटीक मानकर उस समय में रामलला की स्थापना की जाएगी।पंडितो का कहना है कि शुभ मुहूर्त का यह क्षण 84 सेकंड का मात्र होगा,जो 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड तक होगा।ऐसे में राम भक्तों पर्यटकों व श्रद्धालुओं में कई गुना बढ़ोत्तरी होगी।राम भक्तों की सुख सुविधा को ध्यान में रखते हुए तेजी से काम किया जा रहा है।अयोध्या को जोड़ने वाले हाइवे पर छह गेटकॉम्प्लेक्स बनाई जायेगी।अयोध्या में प्रवेश प्रमुख रास्तों पर छह भव्य कॉम्प्लेक्स बनाए जाएंगे।इसमें से तीन की स्वीकृति मिल चुकी है।60 करोड़ रुपये की लागत से ये कॉम्प्लेक्स अंबेडकर नगर
,लखनऊ और रायबरेली रोड पर बनाए जाएंगे।जल्द ही तीन और कॉम्प्लेक्स निर्माण को मंजूरी मिलने की उम्मीद है। प्रदेश के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि पर्यटकों और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए गेट कॉम्प्लेक्स बनाए जाएंगे।इन कॉम्प्लेक्स पर पर्यटकों को पार्किंग,शौचालय,बैठने के लिए छायादार स्थल,रोड,बागवानी समेत कई और सुविधाएं मिलेंगी।
एयरपोर्ट बनने के बाद अब हेलीपोर्ट भी बनाने की तैयारी है।क्रूज का संचालन पहले से ही हो रहा है।विश्वनीय सुत्रों के अनुसार इस प्राण-प्रतिष्ठा से पहले 30 दिसम्बर को अयोध्या में ग्रैंड रिहर्सल होगा। जिस पर राम लला विराजमान होगे वह भव्य सिंहासन बनकर तैयार… ट्रस्ट ने मंदिर की जारी की भव्य तस्वीर राम मंदिर के गर्भगृह में बना कमल के फूल का आसन,उस पर रखा जाएगा सोने का सिंहासन राम मंदिर: तीर्थक्षेत्रपुरम में बसी टिन की नगरी,बुजुर्ग और दिव्यांग श्रद्धालुओं के लिए चलेंगे गोल्फ ,जनवरी में चुन ली जाएगी बाल रामलला की मूर्ति,कहां ठहराए जाएंगे संत-महंत,कितनी जगहों पर चलेगा लंगर?रामलला के लिए काशी से जाएंगे लकड़ी के खिलौने,राम रमापति बैंक भेजेगा।दूसरी ओर मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम और उसके बाद लगातार 45 दिनों तक चलने वाले श्रद्धालुओं के दर्शन कार्यक्रम की व्यवस्था को लेकर आर एस एस के वरिष्ठ पदाधिकारिओं और मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारियों के बीच चर्चा हुई।रामलला जिस पर होंगे विराजमान, सिंहासन बनकर तैयार… ट्रस्ट ने मंदिर की जारी की भव्य,अयोध्या सीधी फ्लाइट का किराया कई गुना महंगा, जानकर उड़ जाएंगेआपके होश श्रीराम एयरपोर्ट पर फ्लाइट का ट्रायल रन,सिविल एविएशन के अधिकारियों को लेकर विमान उतरा।भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर बनकर तैयार हो रहा है।मन्दिर के पहले चरण का काम पूरा होने के बाद रामलला को उनके भव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां चल रही हैं।उत्तर प्रदेश के अयोध्या में प्रभु रामलला के उनके नवनिर्मित भव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां जोरों पर हैं।तीन फेज में मंदिर का निर्माण कार्य दिसंबर 2025 तक पूरा कराया जाएगा। इससे पहले प्रथम चरण के मंदिर निर्माण का कार्य पूरा होने के बाद 22 जनवरी को प्रभु रामलला को उनके भव्य मंदिर के गर्भगृह में विराजमान कर दिया जाएगा। इसके लिए तैयारियों को पूरा कराया जा रहा है।मंदिर निर्माण कार्य करा रही श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट 22 जनवरी से पहले सभी व्यवस्था को दुरुस्त करने की योजना पर काम कर रहा है।राजस्थान के कलाकारों द्वारा रामलला का सिंहासन 3 फीट ऊंचा और 8 फीट लंबा भव्य सिंहासन का निर्माण मंदिर के गर्भगृह में रामलला के लिए एक भव्य सिंहासन बनाया गया है। इसी सिंहासन प्रभु रामलला विराजमान होंगे।श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से भव्य मंदिर निर्माण की तस्वीर जारी की गई है।मंदिर के अंदर की दीवारों पर कलाकृतियों को गढ़ने का काम भी जारी है।
राम मंदिर के भूतल में लगे खंभों पर भगवान शंकर की मूर्तियां उकेरी गई हैं,जिनकी तस्वीरें मनमोहक हैं।मंदिर के हर कोने को आकर्षक नक्काशीदार पत्थरों से तैयार किया गया है।राम मंदिर के भीतर से आई नक्काशी की इन तस्वीरों ने लोगों को भाव-
विहोर कर दिया है।मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा से पहले शिखर पर पांच मंडपों का निर्माण किया गया है।वहीं,प्राण-प्रतिष्ठा के लिए होने वाले अनुष्ठान को लेकर दो मंडप का निर्माण किया गया है।श्रीराम जन्मभूमि क्षेत्र ट्रस्ट ने भव्य मंदिर की अनोखी तस्वीर जारी की है।
अयोध्या में श्रीराम मंदिर के गर्भगृह का निर्माण पूरा हो चुका है।इसकी फिनिशिंग का काम चल रहा है।इस बीच रामलला के सिंहासन को लेकर बातें सामने आई हैं।प्रभुश्री रामलला संगरमरमर और सोने की प्लेट लगे सिंहासन पर विराजमान होंगे।मन्दिर निमात्र ट्रस्ट के एक सदस्य ने बताया कि यह सिंहासन राजस्थान के कारीगरों ने बनाया है।सिंहासन 25 दिसंबर तक अयोध्या पहुंच जाएगा।इस सिंहासन को लेकर लोगों में उत्सुकता बढ़ गई है।वहीं मंदिर उद्घाटन से पहले अयोध्या को भव्य रूप देने की योजना पर भी काम तेज हो गया है। उत्तर प्रदेश की सरकार ‘ मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ जी स्वयं इस पर पैनी नजर रखी जाएगी। इतना ही स्वयं प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी का 30 दिसम्बर को उत्तर प्रदेश के दोरे पर आ रहे है। इस पर एक रोड शो का आयोजित कर अमोध्यावासियों से रूवरूह होने की उम्मीद है। ऐसे मे आप के मन में राम लला के दर्शन की इच्छा उठना स्वाभाविक है। हो भी क्यूं नही।राम तो सबके है।वे स्वयं मर्यादा पुरुषोत्तम थें।कभी भी उन्होने किसी के साथ कोई भेद भाव नही किया। तभी तो आज सदियों बाद भी उनके चाहने वाले की कमी है।एक बात हाँ ‘ मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम से अयोघ्या नगरी के राजा रामचन्द्र जी से भारतीय राजनेता को चाहे वह सता पक्ष हो या विपक्ष सभी को अपने चरित्र में उतर ना चाहिए ।