
रविवार दिल्ली नेटवर्क
तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी में डीन एकेडमिक्स प्रो. मंजुला जैन के मार्गदर्शन में केंद्रीय पुस्तकालय की ओर से विश्व पुस्तक दिवस एवम् कॉपीराइट डे पर हर दिन कुछ पन्ने पढ़ने की शपथ ली,ताकि पढ़ने की आदत जीवनशैली का हिस्सा बन सके। शुभारंभ यूनिवर्सिटी की पुस्तकालयाध्यक्ष डॉ. विनीता जैन के स्वागत भाषण से हुआ, जिसमें उन्होंने पुस्तकों के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि डिजिटल युग में सूचना तक पहुँच आसान हो गई है, फिर भी पुस्तकों की मौलिकता, गहराई और विश्वासनीयता आज भी अद्वितीय है। इस मेडिकल कॉलेज के वाइस प्रिंसिपल प्रो. प्रीतपाल सिंह मटरेजा और डॉ. मजहर मकसूद ने बुक्स डोनेट करने का ऐलान किया। विश्व पुस्तक दिवस की स्थापना यूनेस्को ने वर्ष 1995 में की थी, ताकि विश्वभर में पुस्तकों के महत्व, पठन संस्कृति और बौद्धिक संपदा के संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाई जा सके।
वक्ताओं ने कहा, पुस्तकें न केवल ज्ञान का भंडार हैं, बल्कि यह व्यक्ति के चिंतन, संवेदना और दृष्टिकोण को भी समृद्ध करती हैं। वक्ताओं ने कहा कि यूनिवर्सिटी पुस्तकालय निरंतर प्रयासरत है कि विद्यार्थियों और शोधार्थियों को नवीनतम संसाधन, डिजिटल टूल्स और उत्कृष्ट सेवाएँ उपलब्ध कराई जा सकें। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि वे पुस्तकालय की सेवाओं का अधिकतम उपयोग करें—केवल परीक्षा काल में ही नहीं, बल्कि अपने बौद्धिक एवं व्यक्तिगत विकास के लिए भी। साथ ही कॉपीराइट दिवस के महत्व पर भी महत्वपूर्ण चर्चा हुई। समारोह में डॉ. संजीव कुमार, डॉ. आलोक कुमार गुप्ता, संजय शर्मा, हर्षित सिंह, राहुल कोहली, अंकित चौधरी, अविनाश सिंह आदि की उपस्थिति रही।